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राजस्थान के करौली में महिला ने दिखाया साहस, चंबल नदी पर पति को मगरमच्छ के हमले से बचाया

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Published : Apr 12, 2023, 3:38 PM IST

Updated : Apr 12, 2023, 3:51 PM IST

करौली में एक महिला ने अपने पति को मगरमच्छ के हमले में लाठी के दम पर बचा लिया. चंबल नदी पर गए एक युवक पर मगरमच्छ ने हमला कर लिया लेकिन पत्नी ने डंडे से कई वार कर पति को बचा लिया.

woman saved husband to crocodile attack in karauli
woman saved husband to crocodile attack in karauli
करौली में महिला ने दिखाया साहस

करौली. जिले में एक पत्नी ने बहादुरी दिखाते हुए पति को मौत के मुंह से बचा लिया. मंडरायल उपखंड से गुजरने वाली चंबल नदी में एक पशुपालक को मगरमच्छ ने दबोच लिया. मगरमच्छ युवक को पानी में खींचकर ले जा रहा था लेकिन तभी कुछ दूर पर मौजूद पत्नी ने उसकी चीख सुन ली औऱ लाठी लेकर दौड़ पड़ी. पती के प्राण बचाने के लिए निडर महिला ने लाठी लेकर मगरमच्छ पर हमला बोल दिया और कई वार किए जिसके बाद वह युवक को छोड़कर पानी में चला गया.

पत्नी की बहादुरी से पशुपालक की जान बच गई. हालांकि मगरमच्छ के हमले में पशुपालक के पांव में गंभीर चोटें आई हैं. जिला अस्पताल में उसका इलाज चल रहा है. घटना की जानकारी सोशल मीडिया पर आने बाद हर कोई पशुपालक की पत्नी के साहस औऱ बहादुरी की प्रशंसा कर रहे हैं.

पढ़ें. Crocodile Attack on Cattlemen: चंबल नदी में पानी पीने गए पशुपालक पर मगरमच्छ का हमला, तलाश जारी

मंगलवार को पशुपालक बनी सिंह मीणा (29) निवासी केमकच्छ बकरियों को चंबल नदी में पानी पिलाने के लिए गया था. तभी पशुपालक को भी प्यास लगी और वह खुद भी चंबल के किनारे बैठकर पानी पीने लगा. तभी अचानक नदी से मगरमच्छ निकलकर आ गया और पशुपालक पर हमला बोल दिया. मगरमच्छ ने पशुपालक बनी सिंह के पैर अपने जबड़ों में जकड़ लिए और उसे पानी में खींचने लगा. कुछ दूर पर मौजूद उसकी पत्नी विमला बाई ने पति की चीख पुकार सुनी तो भागकर पहुंची. विमला बाई ने हिम्मत दिखाते हुए मगरमच्छ पर डंडे से हमला बोल दिया. विमला ने कई बार वार किया तो मगरमच्छ ने बनी सिंह को छोड़ दिया और वापस नदी में चला गया.

शोर शराबे पर ग्रामीण भी पहुंच गए और घायल पशुपालक को मंडरायल सीएचसी में भर्ती कराया जहां हालत गंभीर देख चिकित्सकों ने उसे जिला अस्पताल रेफर कर दिया जहां उसका इलाज चल रहा है. इधर, ग्रामीणों का कहना है की कैमकच्छ घाट पर मगरमच्छों का इतना आतंक है कि सालभर के अंदर कई पशु पालक और पशुओं को उसने घायल कर दिया है तो कई पशुओं का शिकार भी कर लिया है.

पढ़ें. चंबल नदी में पानी पीने गए किशोर को खींच ले गया मगरमच्छ, पुलिस कर रही रेस्क्यू

सोशल मिडिया पर विमला बाई की चर्चा
विमला बाई की बहादुरी की खबर तेजी से ग्रामीणों में फैल गई कि किस प्रकार उसने साहस दिखाते हुए डंडे के बल पर मगरमच्छ से अपने पति की जान बचाई. खबर फैलते ही सोशल मीडिया पर भी विमला बाई की बहादुरी के चर्चे हो रहे हैं. लोग बहादुर विमला की प्रशंसा और सराहना कर रहे हैं. लोग सोशल मीडिया पर प्रशासन को विमला बाई को सम्मानित करने की भी मांग कर रहे हैं जिससे अन्य महिलाओं में भी हौसला बढ़े. इधर, घायल पशुपालक बनी सिंह ने बताया कि आंखों के सामने मौत थी लेकिन पत्नी ने बचा लिया. पशुपालक ने कहा कि एक पैर मगरमच्छ के जबड़े में था तो दूसरा पैर पानी में था लेकिन पत्नी ने अपनी जान पर खेल कर मुझे बचा लिया.

पढ़ें. काला तालाब में मगरमच्छ की मौत! एमएलए भरत सिंह ने लिखा प्रिंसिपल सेक्रेटरी को पत्र, कहा जांचें 50 मगरमच्छ मरे या नहीं

विमला बोली- मैंने अपना फर्ज निभाया
पशुपालक बनी सिंह की पत्नी विमला का कहना है कि मैंने पत्नी होने का फर्ज निभाया है. विमला ने कहा कि अगर पति को बचाने में मेरी जान भी चली जाती तो परवाह नहीं. पति को मगरमच्छ से बचाकर मैंने भी अपना दूसरा जन्म पाया है. मगरमच्छ मेरे पति को जबड़े से पकड़कर गहरे पानी में ले जा रहा था, लेकिन डंडा लेकर बिना डरे उसपर टूट पड़ी. मुझे यह डर नहीं लगा कि मैं मौत से जंग लड़ रही हूं. मेरे पति अभी घायल हैं लेकिन भगवान से प्रार्थना करती हूं कि जल्द ही वह स्वस्थ हो जाएं.

करौली में महिला ने दिखाया साहस

करौली. जिले में एक पत्नी ने बहादुरी दिखाते हुए पति को मौत के मुंह से बचा लिया. मंडरायल उपखंड से गुजरने वाली चंबल नदी में एक पशुपालक को मगरमच्छ ने दबोच लिया. मगरमच्छ युवक को पानी में खींचकर ले जा रहा था लेकिन तभी कुछ दूर पर मौजूद पत्नी ने उसकी चीख सुन ली औऱ लाठी लेकर दौड़ पड़ी. पती के प्राण बचाने के लिए निडर महिला ने लाठी लेकर मगरमच्छ पर हमला बोल दिया और कई वार किए जिसके बाद वह युवक को छोड़कर पानी में चला गया.

पत्नी की बहादुरी से पशुपालक की जान बच गई. हालांकि मगरमच्छ के हमले में पशुपालक के पांव में गंभीर चोटें आई हैं. जिला अस्पताल में उसका इलाज चल रहा है. घटना की जानकारी सोशल मीडिया पर आने बाद हर कोई पशुपालक की पत्नी के साहस औऱ बहादुरी की प्रशंसा कर रहे हैं.

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मंगलवार को पशुपालक बनी सिंह मीणा (29) निवासी केमकच्छ बकरियों को चंबल नदी में पानी पिलाने के लिए गया था. तभी पशुपालक को भी प्यास लगी और वह खुद भी चंबल के किनारे बैठकर पानी पीने लगा. तभी अचानक नदी से मगरमच्छ निकलकर आ गया और पशुपालक पर हमला बोल दिया. मगरमच्छ ने पशुपालक बनी सिंह के पैर अपने जबड़ों में जकड़ लिए और उसे पानी में खींचने लगा. कुछ दूर पर मौजूद उसकी पत्नी विमला बाई ने पति की चीख पुकार सुनी तो भागकर पहुंची. विमला बाई ने हिम्मत दिखाते हुए मगरमच्छ पर डंडे से हमला बोल दिया. विमला ने कई बार वार किया तो मगरमच्छ ने बनी सिंह को छोड़ दिया और वापस नदी में चला गया.

शोर शराबे पर ग्रामीण भी पहुंच गए और घायल पशुपालक को मंडरायल सीएचसी में भर्ती कराया जहां हालत गंभीर देख चिकित्सकों ने उसे जिला अस्पताल रेफर कर दिया जहां उसका इलाज चल रहा है. इधर, ग्रामीणों का कहना है की कैमकच्छ घाट पर मगरमच्छों का इतना आतंक है कि सालभर के अंदर कई पशु पालक और पशुओं को उसने घायल कर दिया है तो कई पशुओं का शिकार भी कर लिया है.

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सोशल मिडिया पर विमला बाई की चर्चा
विमला बाई की बहादुरी की खबर तेजी से ग्रामीणों में फैल गई कि किस प्रकार उसने साहस दिखाते हुए डंडे के बल पर मगरमच्छ से अपने पति की जान बचाई. खबर फैलते ही सोशल मीडिया पर भी विमला बाई की बहादुरी के चर्चे हो रहे हैं. लोग बहादुर विमला की प्रशंसा और सराहना कर रहे हैं. लोग सोशल मीडिया पर प्रशासन को विमला बाई को सम्मानित करने की भी मांग कर रहे हैं जिससे अन्य महिलाओं में भी हौसला बढ़े. इधर, घायल पशुपालक बनी सिंह ने बताया कि आंखों के सामने मौत थी लेकिन पत्नी ने बचा लिया. पशुपालक ने कहा कि एक पैर मगरमच्छ के जबड़े में था तो दूसरा पैर पानी में था लेकिन पत्नी ने अपनी जान पर खेल कर मुझे बचा लिया.

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विमला बोली- मैंने अपना फर्ज निभाया
पशुपालक बनी सिंह की पत्नी विमला का कहना है कि मैंने पत्नी होने का फर्ज निभाया है. विमला ने कहा कि अगर पति को बचाने में मेरी जान भी चली जाती तो परवाह नहीं. पति को मगरमच्छ से बचाकर मैंने भी अपना दूसरा जन्म पाया है. मगरमच्छ मेरे पति को जबड़े से पकड़कर गहरे पानी में ले जा रहा था, लेकिन डंडा लेकर बिना डरे उसपर टूट पड़ी. मुझे यह डर नहीं लगा कि मैं मौत से जंग लड़ रही हूं. मेरे पति अभी घायल हैं लेकिन भगवान से प्रार्थना करती हूं कि जल्द ही वह स्वस्थ हो जाएं.

Last Updated : Apr 12, 2023, 3:51 PM IST
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