कोटा. लोकसभा स्पीकर ओम बिरला कोटा दौरे पर हैं. वह लोगों की समस्या सुन रहे हैं. इस दौरान एक बाढ़ पीड़ित महिला अपने बच्चे के साथ उनके काफिले के पास पहुंच गई. उसने पानी के निकास के लिए बड़ा नाला बनवाने की मांग को लेकर आत्मदाह की चेतावनी दी.
ओम बिरला कोटा में जलभराव वाले इलाकों में जाकर लोगों की समस्याएं सुन रहे हैं. इसके पहले उन्होंने जिला परिषद में कोटा और बूंदी जिले के उच्च अधिकारियों के साथ अतिवृष्टि को लेकर बैठक भी की. फिर वे देवली अरब रोड स्थित कौटिल्य नगर और बालाजी नगर का दौरा करने गए. जहां पर एक बाढ़ पीड़ित महिला अपने बच्चे के साथ उनके काफिले के पास पहुंच गई.
महिला ने लोकसभा स्पीकर से इस पानी के निकास के लिए बड़ा नाला बनवाने की मांग की. उसने कहा कि कोटा के लोगों ने मुझे यहां पर धोखा करके डुबो दिया है और इस तरह से प्लानिंग काटी गई है. साथ ही उसने लोकसभा स्पीकर से 20 दिन में नाला नहीं बनने पर आत्मदाह की बात भी कह डाली.
महिला चित्र रूपा यादव ने कहा कि ओम बिरला के सामने नाली की समस्या मैंने रखी है. पानी से मकान खराब हुआ है जिससे 2 से 3 लाख रुपए का सामान डूब चुका है. लॉकडाउन में सबकी नौकरियां चली गई. मैंने यूपी में खेती करके यहां पर मकान बनवाया है.
कॉलोनाइजर के बारे में बताते उन्होंने कहा कि इन लोगों ने मुझे पानी में डुबो दिया. कॉलोनाइजर ने हमें कहा था कि यहां पर पानी नहीं भरता है. चंबल तो है नहीं. जबकि 8 फीट तक पानी मेरे मकान में भरा हुआ है. दो कूलर, पंखे, फ्रिज और पूरा गृहस्थी का सामान कपड़े तक खराब हो गए हैं. मैं बच्चे को लेकर मंदिर में रह रही हूं. मेरी जमा पूंजी खत्म हो चुकी है और मैं निराश हो चुकी हूं.
कॉलोनियों में पांच दिन से भरा है पानी
कोटा में हजारों मकान डूबे हुए हैं. स्टेशन रोड की कई कॉलोनियों में बीते 5 दिनों से पानी भरा है. निकासी की कोई व्यवस्था नहीं है. यहां तक कि जिले के आला प्रशासनिक अधिकारी और नगर निगम प्रबंधन भी इस पानी की निकासी करवाने में असफल रहा है. करीब 700 मकान इन कॉलोनियों में हैं.
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