गाजीपुर: सेना में नई भर्ती नीति 'अग्निपथ योजना' के विरोध के कारण ट्रेनें जहां की तहां फंस गई हैं. युवाओं द्वारा विभिन्न प्रदेशों, जनपदों में अलग-अलग जगहों पर धरना-प्रदर्शन एवं रेल चक्काजाम किए जाने से दिल्ली-हावड़ा मेन रूट पर ट्रेनों के पहिये थम गये हैं. विरोध के चलते गाजीपुर के जमानियां रेलवे स्टेशन पर कई घंटे से खड़ी ट्रेन में गर्भवती महिला ने बच्ची को जन्म दिया है. सूचना पर पहुंचे रेल अधिकारियों ने जच्चा-बच्चा को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया. वहीं, इलाज कराने के लिए दिल्ली जा रहे एक अधेड़ यात्री की मौत हो गई. वह हार्ट संबंधी बीमारी से पीड़ित था.
बेटी की मां बनीं बिहार की गुड़िया: गाजीपुर के जमानियां रेलवे स्टेशन पर सुबह सात बजे से खड़ी 13258 डाउन दानापुर-आनन्द विहार ट्रेन करीब सात घंटे बाद गंतव्य के लिए रवाना हो सकी. ट्रेन के स्लीपर कोच संख्या डी-17 में गर्भवती महिला गुड़िया देवी (28) पत्नी प्रमोद लइया निवासी महरना बिहार ने बच्ची को जन्म दिया. महिला मुरादाबाद से भागलपुर जा रही थी. उसे एसडीएम भारत भार्गव के निर्देश पर प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पहुंचाया गया.
ट्रेन में रामेश्वर की तबियत बिगड़ी: इसी ट्रेन के स्लीपर कोच संख्या डी-11 में यात्रा कर रहे रामेश्वर (55) निवासी ग्राम मोहनचक थाना विक्रम जिला पटना बिहार की गर्मी के कारण हालत खराब हो गई. समय से इलाज न होने के कारण कुछ ही देर में स्थिति नाजुक हो गई. रामेश्वर की तबियत खराब होने की सूचना पर एसडीएम भारत भार्गव, कोतवाल वन्दना सिंह ने एम्बुलेंस से मरीज को प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पहुंचाया. प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र प्रभारी डॉ. रविरंजन ने यात्री रामेश्वर को मृत घोषित कर दिया. डाॅक्टर ने बताया कि हार्ट अटैक के कारण मृत्यु हुई है.
इलाज के लिए जाते समय थम गईं सांसें : मृतक रामेश्वर के साथी सदिसोपुर बिहार निवासी राकेश ने बताया कि मृतक दिल्ली में प्राइवेट जॉब करते थे. इनके हार्ट में परेशानी थी, जिसका इलाज दिल्ली के सफदरगंज में चल रहा था. इलाज के बाद सदिसोपुर जा रहे थे. लेकिन, उनकी रास्ते में ही मौत हो गई. वहीं, दूसरी ओर स्वयंसेवी संस्था रेल यात्री कल्याण समिति ने यात्रियों के सुविधा के लिए पानी, बिस्किट समेत निशुल्क जलपान की व्यवस्था कराई.
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