हजारीबाग: एसपी मनोज रतन चौथे से एक महिला गुरुवार को गुहार लगाने के लिए ऑक्सीजन सिलेंडर के साथ उनके दफ्तर पहुंच गई. दरअसल पूरा माजरा उनके साथ मारपीट का है. ऐसे में वह ऑक्सीजन के सहारे जिंदा है. थान से राहत नहीं मिलने के कारण वह काफी परेशान है. जिसके कारण अपनी परेशानी बयां करने के लिए ऑक्सीजन लगाकर एसपी के दफ्तर पहुंच गई. यहां पहुंचने के बाद उसने कहा कि अभी तो मैं जिंदा हूं लेकिन हर पल मुझे मारने की कोशिश की जा रही है.
ये भी पढ़ें: हजारीबाग में मोबाइल टावर कंपनियों ने लगाया सरकार को चूना, अब 1 करोड़ 26 लाख वसूलने की तैयारी
हजारीबाग सदर थाना क्षेत्र के कुम्हारटोली में 70 वर्षीय अंजना गुप्ता के साथ उसके ही परिचितों ने गंभीर रूप से मारपीट की थी. उसे बचाने आई उसकी बेटी को भी आरोपियों ने जमकर मारा. जिसके बाद गंभीर रूप से घायल अंजना गुप्ता का सिर फट गया और अब वे आक्सीजन के सहारे रहती हैं. एसपी को दिए आवेदन में अंजना गुप्ता ने बताया कि सदर थाना में आरोपियों पर कार्रवाई को लेकर गुहार लगाते दो माह बीत गए, लेकिन कार्रवाई के नाम पर कभी कुछ नहीं हुआ. केस के अनुसंधानकर्ता एएसआई मो. अलाउद्दीन आए भी तो आरोपियों को गिरफ्तार करने की जगह उससे बातचीत कर चले गए.
इसके बाद से फिर लगातार उन्हें जान मार देने की धमकियां मिल रही हैं. अंजना गुप्ता ने बताया कि ये सब कुछ संपत्ति के विवाद में किया जा रहा है. कोई पुत्र नहीं होने के कारण आरोपी चाहते है कि संपत्ति उनके नाम कर दे. उनकी बेटियां भी इनके आंख के लिए कांटा बनी हुईं हैं. अंजना गुप्ता अपने पति के साथ एसपी से मुलाकात करने आक्सीजन सिलेंडर लेकर आयी थी.
अंजना गुप्ता ने बताया कि मारपीट का आरोपी पंच मंदिर के पास प्लास्टिक सामान बिक्री का दुकान चलाता है. हर दिन दुकान खोल रहा है और खुलेआम आना जाना कर रहा है. डर के कारण अंजना गुप्ता का घर से निकलना भी मुश्किल हो गया है. उनकी बेटियों के जान पर भी खतरा बना हुआ है. पीड़ित महिला ने शंकर साव और ऊषा गुप्ता पर आरोप लगाया है. लेकिन पुलिस अधीक्षक अपने कार्यालय में आज नहीं थे तुमसे मुलाकात नहीं हो पाई. देर शाम जानकारी भी मिली है कि आरोपियों की गिरफ्तारी हो गई है.