नई दिल्ली: विंग कमांडर दीपिका मिश्रा बृहस्पतिवार को वीरता पुरस्कार पाने वाली भारतीय वायु सेना की पहली महिला अधिकारी बन गईं. वायुसेना के प्रवक्ता के अनुसार, राजस्थान निवासी दीपिका मिश्रा हेलीकॉप्टर पायलट हैं. उन्हें मध्य प्रदेश में बाढ़ राहत अभियान के दौरान 'अदम्य साहसिक' कार्य के लिए ‘वायु सेना पदक’ (वीरता) से सम्मानित किया गया. वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वी. आऱ चौधरी ने यहां सुब्रतो पार्क में वायुसेना सभागार में आयोजित अलंकरण समारोह में कई अधिकारियों और वायु योद्धाओं को युद्ध सेवा पदक और अन्य पुरस्कार दिए.
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बेटी की ऊंची उड़ान
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गर्व करता राजस्थान
वीरता पुरस्कार पाने वाली देश की पहली महिला एयरफोर्स अधिकारी राजस्थान की बेटी विंग कमांडर दीपिका मिश्रा ने पूरे प्रदेश को गौरवान्वित किया है। pic.twitter.com/ym07mawn1u
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— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) April 21, 2023
गर्व करता राजस्थान
वीरता पुरस्कार पाने वाली देश की पहली महिला एयरफोर्स अधिकारी राजस्थान की बेटी विंग कमांडर दीपिका मिश्रा ने पूरे प्रदेश को गौरवान्वित किया है। pic.twitter.com/ym07mawn1uबेटी की ऊंची उड़ान
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वीरता पुरस्कार पाने वाली देश की पहली महिला एयरफोर्स अधिकारी राजस्थान की बेटी विंग कमांडर दीपिका मिश्रा ने पूरे प्रदेश को गौरवान्वित किया है। pic.twitter.com/ym07mawn1u
प्रवक्ता ने कहा कि वायुसेना के दो अधिकारियों को युद्ध सेवा पदक, 13 अधिकारियों और वायु योद्धाओं को वायु सेना पदक (वीरता), 13 अधिकारियों को वायु सेना पदक और 30 को विशिष्ट सेवा पदक प्रदान किये गये. उन्होंने कहा कि कुल 58 व्यक्तियों को पुरस्कार प्रदान किया गया जिनमें से 57 वायुसेना से और एक सेना से है. विंग कमांडर दीपिका मिश्रा के बारे में उन्होंने कहा कि वायुसेना के इतिहास में वीरता पुरस्कार पाने वाली वह वायुसेना की पहली महिला अधिकारी हैं.
उन्होंने कहा कि सेवा के प्रति समर्पण के लिए वायुसेना से महिलाओं को पहले भी पुरस्कार प्राप्त हुए हैं लेकिन यह पहली बार है जब वायुसेना की किसी महिला अधिकारी को वीरता पुरस्कार मिला है. भारतीय वायुसेना द्वारा साझा की गई जानकारी के अनुसार, दीपिका मिश्रा ने अगस्त 2021 में उत्तरी मध्य प्रदेश में 'मानवीय सहायता और अचानक आई बाढ़ के बाद आपदा राहत अभियान' के दौरान अथक कार्य किया था.
बचाव अभियान आठ दिनों तक चला और उन्होंने महिलाओं और बच्चों सहित 47 लोगों की जान बचाई. अधिकारियों ने कहा कि उनके बहादुरीपूर्ण और साहसिक प्रयासों ने न केवल प्राकृतिक आपदा में कीमती जान बचाईं, बल्कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में आम जनता के बीच सुरक्षा की भावना भी पैदा की.
पीटीआई-भाषा