नई दिल्ली : चुनावी रणनीतिकार (Election strategist) प्रशांत किशोर (Prashant Kishore) एक बार फिर आंध्र प्रदेश में प्रवेश करने के लिए पूरी तरह तैयार हैं. यह बात सब जानते हैं कि उनकी रणनीति ने तमिलनाडु में डीएमके और बंगाल में टीएमसी को जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई थी.
पीके की टीम जिसने पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी और तमिलनाडु में स्टालिन की जीत के लिए काम किया और दोनों ही राज्यों में कामयाबी हासिल की.
राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि 2019 के चुनावों में आंध्र प्रदेश में युवा श्रीमिक किसान कांग्रेस पार्टी (Yuvajana Sramika Rythu Congress Party) की जीत के पीछे प्रशांत किशोर की योजनाएं (Prashant Kishore's plans ) मुख्य कारण रहीं.
पता चला है कि सीएम जगन ने एक बार फिर उन्हें आगामी चुनाव (upcoming elections) में अपने साथ काम करने का न्योता दिया है.
खबरों के मुताबिक पिछले कुछ समय से राष्ट्रीय राजनीति में मोदी विरोधी गठबंधन ( anti-Modi alliance) बनाने में अपनी भूमिका निभा रहे प्रशांत किशोर ने वाईसीपी प्रमुख के प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया है.
सीएम जगन ने खुद अपने कैबिनेट सहयोगियों से कहा कि आने वाले चुनाव में प्रशांत किशोर हमारे लिए काम करने वाले है.
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वहीं दूसरी ओर तेलुगू देशम पार्टी (Telugu Desam Party ) पहले से ही प्रशांत किशोर गुट पर नाराज है, क्योंकि वह समाज के विभिन्न वर्गों में चंद्रबाबू सरकार का विरोध करने का मुख्य कारण हैं.
अब देखना दिलचस्प होगा कि प्रशांत किशोर अन्य राज्यों की तरह आंध्र प्रदेश में भी अपनी सफलता को दोहराने में कामयाब हो सकेंगे या नहीं.