वायनाड (केरल) : केन्द्रीय मंत्री (Central Minister) वी मुरलीधरन (V Muraleedharan) ने यहां एक बस्ती में सदियों पुराने शीशम के पेड़ों (rosewood trees) की कथित अवैध कटाई और तस्करी के मुद्दे पर शुक्रवार को स्थानीय सांसद राहुल गांधी (MP Rahul Gandhi) की चुप्पी पर सवाल उठाए और कहा कि कोई नहीं जानता कि वह यहां से संसद सदस्य हैं या फिर उन्होंने सदस्यता त्याग दी.
माफियाओं की मदद कर रहा वाम सरकार- मुरलीधरन
मुरलीधरन की अगुवाई में भाजपा नीत राजग प्रतिनिधिमंडल ने मुत्तिल गांव का दौरा किया, जहां इस साल की शुरुआत में सरकार द्वारा आवंटित जमीनों से कथित रूप से करोड़ों रुपये के मूल्य की लड़की की कटाई और तस्करी की गई.
उन्होंने राज्य की वाम सरकार पर संरक्षित पेड़ों की कटाई के लिए लकड़ी माफियाओं की मदद करने का आरोप लगाते हुए कहा कि इस बात को लेकर संदेह है कि इस मुद्दे पर गांधी की चुप्पी कहीं सरकार के साथ गुपचुप समन्वय पर तो आधारित नहीं.
मुरलीधरन ने घटना को दिनहाड़े लूट करार देते हुए आरोप लगाया कि यह एकदम स्पष्ट है कि ऐसे किसी अपराध को बिना समझ और राजनीतिक व प्रशासनिक नेतृत्व के समर्थन तथा संबंधित मंत्रियों की संलिप्तता के बगैर अंजाम नहीं दिया जा सकता.
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राहुल गांधी की चुप्पी पर मुरलीधरन ने उठाया सवाल
उन्होंने यहां पत्रकारों से कहा कि राहुल गांधी ने अबतक इस मुद्दे पर एक शब्द नहीं बोला है. वह यहां से मौजूदा सांसद हैं. कोई नहीं जानता कि उन्हें इसकी जानकारी है कि नहीं या फिर वह इस संसदीय क्षेत्र को छोड़ चुके हैं या नहीं.
इससे पहले केन्द्रीय पर्यावरण मंत्री (Union Environment Minister) प्रकाश जावड़ेकर (Prakash Javadekar) ने बृहस्पितवार को इस मुद्दे पर संबंधित अधिकारियों से रिपोर्ट मांगी थी.
विदेश राज्यमंत्री (Minister of State for External Affairs) मुरलीधरन ने इस मामले में हस्तक्षेप का अनुरोध लेकर बृहस्पतिवार को नई दिल्ली में जावड़ेकर से मुलाकात करने के बाद पत्रकारों से यह बात कही थी.
केरल के रहने वाले मुरलीधरन ने कहा था कि केन्द्रीय पर्यावरण मंत्री ने उनकी शिकायत के आधार पर अधिकारियों से रिपोर्ट मांगी है.
(पीटीआई-भाषा)