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कोविड 19 से मौत: श्मशानों और मध्य प्रदेश सरकार के आंकड़ों में अंतर क्यों ? - कोरोना से मौत

कोरोना की दूसरी लहर का कहर देश के कई राज्यों और शहरों में बरप रहा है. बीते एक हफ्ते से रोजाना औसतन सवा लाख से ज्यादा नए मामले सामने आ रहे हैं. कोरोना से मौत का आंकड़ा भी रोज बढ़ रहा है. मध्य प्रदेश में भी कोरोना संक्रमण के मामले बढ़े हैं लेकिन यहां कोरोना से होने वाली मौत का आंकड़ा सवालों में है. ये सवाल वो अंतर खड़ा कर रहा है जो यहां श्मशान घाटों में कोविड मरीजों के अंतिम संस्कार और सरकार के आंकड़ों के बीच है.

सवालों में मौत के आंकड़े
सवालों में मौत के आंकड़े
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Published : Apr 14, 2021, 2:46 PM IST

भोपाल: देशभर में कोरोना संक्रमण के आंकड़े लगातार बढ़ रहे हैं. बीते 24 घंटे में देशभर में 1,84,372 नए केस सामने आए हैं जबकि बीते 24 घंटे में 1027 लोगों की मौत हुई है. मध्य प्रदेश में भी बीते कुछ दिनों से कोरोना संक्रमण की रफ्तार बढ़ी है. बीते 24 घंटे में मध्यप्रदेश में 8,998 नए केस सामने आए जबकि सरकार के आंकड़े के मुताबिक 40 लोगों की मौत हुई है. सवाल है कि क्या मध्य प्रदेश सरकार कोरोना से होने वाली मौत का आंकड़ा छिपा रही है. मध्य प्रदेश का लगभग हर श्मशान घाट में लाशों के ढेर लगे हैं. एक-एक श्मशान घाट पर एक साथ कई लाशों का अंतिम संस्कार किया जा रहा है. भोपाल के सिर्फ एक श्मशान घाट की बात करें तो आंकड़े चौकाने वाले हैं. इसलिए ये सवाल उठ रहा है कि कोरोना से मौत के मामले में मध्य प्रदेश सरकार और श्मशान घाट के आंकड़ों में अंतर क्यों है.

वीडियो

24 घंटे में 58 मौत, अंतिम संस्कार के लिए जगह पड़ी कम

भोपाल का भदभदा विश्राम घाट में 24 घंटे के अंदर 58 शवों का अंतिम संस्कार किया गया. जिसमें से 47 लोगों की कोरोना संक्रमण से मौत हुई. वहीं 11 लोगों की मौत सामान्य तौर पर हुई. उधर सरकारी आंकड़ों के मुताबिक पूरे मध्य प्रदेश में 24 घंटे में कोरोना से सिर्फ 40 लोगों की मौत हुई है.

श्मशान में कम पड़ गई जगह
श्मशान में कम पड़ गई जगह

राजधानी भोपाल में कोरोना महामारी के चलते मौत के आंकड़े बढ़ते ही जा रहे हैं. यही कारण है कि श्मशान घाटों पर शव लाने के लिए जगह कम पड़ती जा रही है. भदभदा श्मशान घाट पर रोज औसतन 40 शवों का अंतिम संस्कार हो रहा है. ऐसे में इलेक्ट्रिक शव गृह के पास पड़े सपाट मैदान में शवों का अंतिम संस्कार किया जाता है. हालात ये हैं कि अंतिम संस्कार के लिए यहां जगह तक नहीं बची है.

श्मशान में लाशों के ढेर
श्मशान में लाशों के ढेर

भदभदा विश्राम गृह के प्रबंधक अजीत चौधरी और सचिव ममता शर्मा का कहना है, कि वे दिन-रात यहां की व्यवस्था में लगे हैं. पहले लकड़ी की कमी थी, अब उसे दुरुस्त कर लिया गया है. निजी वेंडरो से लकड़ियां मंगाई जा रही हैं. इलेक्ट्रिक शवदाह गृह भी शुरू कर दिया है. इसके साथ ही विकल्प के तौर पर बुधवार को शवों की संख्या अधिक होने के कारण समतल स्थान पर अंतिम संस्कार किया गया था. आज भी अमूमन स्थिति वही है.

ये भी पढ़े- उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कोरोना संक्रमित

जगह कम पड़ने पर नए चिता स्थल का निर्माण

यहां युद्ध स्तर पर अंतिम संस्कार के लिए 30 नई चिता स्थल तैयार किए जा रहे हैं. समतल मैदान पर जेसीबी मशीन चल रही है. एक ओर नया चिता स्थल बनाया जाएगा. दूसरी तरफ शोक सभा के लिए टीन शेड तैयार किया जा रहा है. लोगों को बैठने के लिए भी एक अलग से शेड तैयार किया जा रहा है. एक तरफ मजदूर लोहे का सरिया काटकर 30 नई चिता के स्टैंड तैयार करने में लगे हैं.

शवों का अंतिम संस्कार
शवों का अंतिम संस्कार

चिरायु हाॅस्पिटल के CMD ने मौत के आंकड़ों पर उठाए सवाल

भोपाल के चिरायु अस्पताल में कोरोना मरीजों की मौत का सिलसिला जारी है. चिरायु हाॅस्पिटल के CMD डाॅ. अजय गोयनका के मुताबिक इन दिनों अस्पतालों में औसतन 10 से 15 कोविड मरीजों की मौत रोजाना हो रही है. उनका अस्पताल पिछले एक साल से कोविड मरीजों के इलाज में लगा है ऐसे में उनके अस्पताल में कोविड मरीजों की मौत का आंकड़ा अन्य अस्पतालों से कुछ ज्यादा है.

डाॅ. अजय गोयनका

चिरायु में ऑक्सीजन की कमी से 34 लोगों की मौत की खबर को हाॅस्पिटल प्रबंधन ने भले ही इसे सिरे से नकार दिया है. लेकिन बीते रोज़ चिरायु में 18 कोरोना मरीजों ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया. इनका भदभदा विश्राम गृह में अंतिम संस्कार किया गया.

आंकड़ों पर सरकार के मंत्री का बयान

मध्य प्रदेश में कोरोना से हो रही मौतों को लेकर सवाल उठ रहे हैं जिसपर मध्य प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग का कहना है कि सरकार कोई आंकड़े नहीं छिपा रही है. सारंग ने कहा कि सरकार की कोई मंशा नहीं है कि मृत्यु के आंकड़े को छिपाए, ऐसा करके उन्हें कोई अवॉर्ड नहीं मिलने वाला है.

'आंकड़े छिपाकर अवार्ड नहीं मिलेगा'

सरकारी आंकड़ों और श्मशान के आंकड़ों में अंतर

राज्य सरकार हर रोज कोरोना से जुड़ी जानकारी के लिए हेल्थ बुलेटिन जारी करती है. हेल्थ बुलेटिन की मानें तो मध्य प्रदेश में मंगलवार को 8,998 नए कोरोना पॉजिटिव मरीज मिले हैं, संक्रमितों की कुल संख्या 3,53,632 हो गई है. मंगलवार को कोरोना संक्रमित 40 मरीज की मौत हुई है, मरीजों की मौत का कुल आंकड़ा बढ़कर 4,261 हो गया है. अब तक प्रदेश में 3,05,832 मरीज स्वस्थ होकर घर लौट चुके हैं, जबकि 43,539 मरीज एक्टिव हैं. यानी सरकारी आंकड़ों के मुताबिक 24 घंटे के अंदर 40 मरीजों की मौत हुई है. जबकि सिर्फ भदभदा विश्राम घाट पर ही मंगलवार को 47 लोगों का अंतिम संस्कार हुआ. जिनकी कोरोना संक्रमण से मौत हुई. ऐसे में सरकारी आंकड़ों और श्मशान के आंकड़ों का ये अंतर कई सवाल खड़ा कर रहा है.

अंतिम संस्कार के लिए भी कतार
अंतिम संस्कार के लिए भी कतार

नरसिंहपुर में 24 घंटे के अंदर 14 की मौत

कोरोना संक्रमण अब हंसते खेलते परिवारों में ग्रहण की तरह लग रहा है और उन्हें उम्र भर याद दिलाने वाले जख्म भी दे रहा है. बीते एक सप्ताह की बात करें, तो नरसिंह पुर जिला अस्पताल में पांच से 6 मौतें आम हो चलीं थीं. जबकि बीते 24 घंटे में यहां कोरोना से हुई मौत का आंकड़ा 14 पहुंच गया.

ये भी पढ़ें- व्यापक स्तर पर लॉकडाउन नहीं लगा रही है सरकार : निर्मला सीतारमण

भोपाल: देशभर में कोरोना संक्रमण के आंकड़े लगातार बढ़ रहे हैं. बीते 24 घंटे में देशभर में 1,84,372 नए केस सामने आए हैं जबकि बीते 24 घंटे में 1027 लोगों की मौत हुई है. मध्य प्रदेश में भी बीते कुछ दिनों से कोरोना संक्रमण की रफ्तार बढ़ी है. बीते 24 घंटे में मध्यप्रदेश में 8,998 नए केस सामने आए जबकि सरकार के आंकड़े के मुताबिक 40 लोगों की मौत हुई है. सवाल है कि क्या मध्य प्रदेश सरकार कोरोना से होने वाली मौत का आंकड़ा छिपा रही है. मध्य प्रदेश का लगभग हर श्मशान घाट में लाशों के ढेर लगे हैं. एक-एक श्मशान घाट पर एक साथ कई लाशों का अंतिम संस्कार किया जा रहा है. भोपाल के सिर्फ एक श्मशान घाट की बात करें तो आंकड़े चौकाने वाले हैं. इसलिए ये सवाल उठ रहा है कि कोरोना से मौत के मामले में मध्य प्रदेश सरकार और श्मशान घाट के आंकड़ों में अंतर क्यों है.

वीडियो

24 घंटे में 58 मौत, अंतिम संस्कार के लिए जगह पड़ी कम

भोपाल का भदभदा विश्राम घाट में 24 घंटे के अंदर 58 शवों का अंतिम संस्कार किया गया. जिसमें से 47 लोगों की कोरोना संक्रमण से मौत हुई. वहीं 11 लोगों की मौत सामान्य तौर पर हुई. उधर सरकारी आंकड़ों के मुताबिक पूरे मध्य प्रदेश में 24 घंटे में कोरोना से सिर्फ 40 लोगों की मौत हुई है.

श्मशान में कम पड़ गई जगह
श्मशान में कम पड़ गई जगह

राजधानी भोपाल में कोरोना महामारी के चलते मौत के आंकड़े बढ़ते ही जा रहे हैं. यही कारण है कि श्मशान घाटों पर शव लाने के लिए जगह कम पड़ती जा रही है. भदभदा श्मशान घाट पर रोज औसतन 40 शवों का अंतिम संस्कार हो रहा है. ऐसे में इलेक्ट्रिक शव गृह के पास पड़े सपाट मैदान में शवों का अंतिम संस्कार किया जाता है. हालात ये हैं कि अंतिम संस्कार के लिए यहां जगह तक नहीं बची है.

श्मशान में लाशों के ढेर
श्मशान में लाशों के ढेर

भदभदा विश्राम गृह के प्रबंधक अजीत चौधरी और सचिव ममता शर्मा का कहना है, कि वे दिन-रात यहां की व्यवस्था में लगे हैं. पहले लकड़ी की कमी थी, अब उसे दुरुस्त कर लिया गया है. निजी वेंडरो से लकड़ियां मंगाई जा रही हैं. इलेक्ट्रिक शवदाह गृह भी शुरू कर दिया है. इसके साथ ही विकल्प के तौर पर बुधवार को शवों की संख्या अधिक होने के कारण समतल स्थान पर अंतिम संस्कार किया गया था. आज भी अमूमन स्थिति वही है.

ये भी पढ़े- उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कोरोना संक्रमित

जगह कम पड़ने पर नए चिता स्थल का निर्माण

यहां युद्ध स्तर पर अंतिम संस्कार के लिए 30 नई चिता स्थल तैयार किए जा रहे हैं. समतल मैदान पर जेसीबी मशीन चल रही है. एक ओर नया चिता स्थल बनाया जाएगा. दूसरी तरफ शोक सभा के लिए टीन शेड तैयार किया जा रहा है. लोगों को बैठने के लिए भी एक अलग से शेड तैयार किया जा रहा है. एक तरफ मजदूर लोहे का सरिया काटकर 30 नई चिता के स्टैंड तैयार करने में लगे हैं.

शवों का अंतिम संस्कार
शवों का अंतिम संस्कार

चिरायु हाॅस्पिटल के CMD ने मौत के आंकड़ों पर उठाए सवाल

भोपाल के चिरायु अस्पताल में कोरोना मरीजों की मौत का सिलसिला जारी है. चिरायु हाॅस्पिटल के CMD डाॅ. अजय गोयनका के मुताबिक इन दिनों अस्पतालों में औसतन 10 से 15 कोविड मरीजों की मौत रोजाना हो रही है. उनका अस्पताल पिछले एक साल से कोविड मरीजों के इलाज में लगा है ऐसे में उनके अस्पताल में कोविड मरीजों की मौत का आंकड़ा अन्य अस्पतालों से कुछ ज्यादा है.

डाॅ. अजय गोयनका

चिरायु में ऑक्सीजन की कमी से 34 लोगों की मौत की खबर को हाॅस्पिटल प्रबंधन ने भले ही इसे सिरे से नकार दिया है. लेकिन बीते रोज़ चिरायु में 18 कोरोना मरीजों ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया. इनका भदभदा विश्राम गृह में अंतिम संस्कार किया गया.

आंकड़ों पर सरकार के मंत्री का बयान

मध्य प्रदेश में कोरोना से हो रही मौतों को लेकर सवाल उठ रहे हैं जिसपर मध्य प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग का कहना है कि सरकार कोई आंकड़े नहीं छिपा रही है. सारंग ने कहा कि सरकार की कोई मंशा नहीं है कि मृत्यु के आंकड़े को छिपाए, ऐसा करके उन्हें कोई अवॉर्ड नहीं मिलने वाला है.

'आंकड़े छिपाकर अवार्ड नहीं मिलेगा'

सरकारी आंकड़ों और श्मशान के आंकड़ों में अंतर

राज्य सरकार हर रोज कोरोना से जुड़ी जानकारी के लिए हेल्थ बुलेटिन जारी करती है. हेल्थ बुलेटिन की मानें तो मध्य प्रदेश में मंगलवार को 8,998 नए कोरोना पॉजिटिव मरीज मिले हैं, संक्रमितों की कुल संख्या 3,53,632 हो गई है. मंगलवार को कोरोना संक्रमित 40 मरीज की मौत हुई है, मरीजों की मौत का कुल आंकड़ा बढ़कर 4,261 हो गया है. अब तक प्रदेश में 3,05,832 मरीज स्वस्थ होकर घर लौट चुके हैं, जबकि 43,539 मरीज एक्टिव हैं. यानी सरकारी आंकड़ों के मुताबिक 24 घंटे के अंदर 40 मरीजों की मौत हुई है. जबकि सिर्फ भदभदा विश्राम घाट पर ही मंगलवार को 47 लोगों का अंतिम संस्कार हुआ. जिनकी कोरोना संक्रमण से मौत हुई. ऐसे में सरकारी आंकड़ों और श्मशान के आंकड़ों का ये अंतर कई सवाल खड़ा कर रहा है.

अंतिम संस्कार के लिए भी कतार
अंतिम संस्कार के लिए भी कतार

नरसिंहपुर में 24 घंटे के अंदर 14 की मौत

कोरोना संक्रमण अब हंसते खेलते परिवारों में ग्रहण की तरह लग रहा है और उन्हें उम्र भर याद दिलाने वाले जख्म भी दे रहा है. बीते एक सप्ताह की बात करें, तो नरसिंह पुर जिला अस्पताल में पांच से 6 मौतें आम हो चलीं थीं. जबकि बीते 24 घंटे में यहां कोरोना से हुई मौत का आंकड़ा 14 पहुंच गया.

ये भी पढ़ें- व्यापक स्तर पर लॉकडाउन नहीं लगा रही है सरकार : निर्मला सीतारमण

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