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बिहार में अमित शाह करने जा रहे हैं ईस्टर्न जोनल काउंसिल की बैठक, जानें किस राज्य से कौन-कौन हो रहे हैं शामिल

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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Dec 9, 2023, 7:36 PM IST

Eastern Regional Council meeting : बिहार में 26वीं पूर्वी क्षेत्रीय परिषद की बैठक होने जा रही है. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह बैठक में हिस्सा लेने पहुंच रहे हैं. बिहार के अलावा तीन अन्य राज्यों के प्रतिनिधि भी बैठक में हिस्सा ले रहे हैं. कुछ मुख्यमंत्री ने बैठक से दूरी बना ली है. ऐसे में इन राज्यों से प्रतिनिधि के तौर पर कौन-कौन बैठक में शामिल होने आ रहे हैं. पढ़ें पूरी खबर..

बिहार में पूर्वी क्षेत्रीय परिषद की बैठक
बिहार में पूर्वी क्षेत्रीय परिषद की बैठक
देखें रिपोर्ट

पटना: बिहार की राजधानी पटना में 26वीं पूर्वी क्षेत्रीय परिषद की बैठक आयोजित की जा रही है. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह बैठक की अध्यक्षता करेंगे. क्षेत्रीय परिषद सशक्त राज्य के निर्माण में सहायक भूमिका निभाता है. केंद्र और राज्यों को प्रभावित करने वाले मुद्दों पर नियमित संवाद और चर्चा के लिए एक व्यवस्थित तंत्र और मंच भी प्रदान करती है. पूर्वी क्षेत्रीय परिषद में बिहार के अलावा झारखंड, ओडिशा और पश्चिम बंगाल शामिल है.

तीन राज्यों के मुख्यमंत्री नहीं ले रहे हिस्सा : पूर्वी क्षेत्रीय परिषद की बैठक की मेजबानी बिहार कर रहा है. ऐसे में सरकार की भूमिका अहम है. तेजस्वी यादव तो पटना में मौजूद नहीं हैं, लेकिन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पूर्वी क्षेत्रीय परिषद की बैठक में मौजूद रहेंगे. इसके अलावा पश्चिम बंगाल, उड़ीसा और झारखंड के मुख्यमंत्री बैठक में हिस्सा नहीं ले रहे हैं. तीनों राज्यों ने प्रतिनिधियों को भेजने का फैसला लिया है.

"पूर्वी क्षेत्रीय परिषद की बैठक राज्यों के हितों से जुड़ा हुआ है और केंद्र सरकार राज्यों के हितों को लेकर चिंतित है. कुछ राज्य के मुख्यमंत्री बैठक में हिस्सा नहीं ले रहे हैं. यह चिंताजनक स्थिति है. अगर वह वाकई राज्यों के हितों को लेकर चिंतित हैं तो उन्हें बैठक में हिस्सा लेना चाहिए."- प्रेम रंजन पटेल, प्रवक्ता, बीजेपी

झारखंड से रामेश्वर उरांव होंगे प्रतिनिधि : पूर्वी क्षेत्रीय परिषद की बैठक में झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन खुद तो नहीं आ रहे हैं, लेकिन सरकार में नंबर दो की हैसियत रखने वाले नेता रामेश्वर उरांव बैठक में हिस्सा लेने पहुंच रहे हैं. रामेश्वर उरांव झारखंड सरकार में वित्त मंत्री हैं और उनकी नंबर दो की हैसियत है. इसके अलावा वेलफेयर मिनिस्टर चंपई सोरेन भी बैठक में हिस्सा लेने पहुंच रहे हैं. चंपई सोरेन कल्याण मंत्री हैं और सरकार में इनकी दखल मजबूत मानी जाती है.

झारखंड के अधिकारियों की टीम भी बैठक में लेगी हिस्सा : झारखंड राज्य से अधिकारियों की टीम भी बैठक में हिस्सा लेने पहुंच रही है. एसीएस होम अविनाश कुमार भी बैठक में हिस्सा लेंगे. जीपी अजय कुमार भी बैठक में शामिल होंगे. इसके अलावा वित्त विभाग के प्रधान सचिव भी बैठक में शामिल होने वाले हैं. वहीं ओडिशा राज्य की अगर बात करे तो नवीन पटनायक बैठक में हिस्सा लेने नहीं पहुंच रहे हैं, लेकिन उनकी ओर से प्रदीप कुमार अमात नामित किए गए हैं.

ओडिशा से प्रदीप कुमार अमात करेंगे प्रतिनिधित्व : प्रदीप कुमार अमात की हैसियत ओडिशा सरकार में दूसरे नंबर की है. प्रदीप कुमार अमात के पास वन पर्यावरण विभाग, पंचायती राज विभाग पेयजल विभाग और जनसंपर्क मंत्रालय है. प्रदीप कुमार अमात एक कद्दावर मंत्री हैं और मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के करीबी माने जाते हैं. दूसरे मंत्री के रूप में तुषार कांति बेहरा बैठक में हिस्सा लेने पहुंच रहे हैं. तुषार क्रांति भारत एवं यूथ अफेयर के मंत्री हैं. साथ ही साथ गृह राज्य मंत्री का प्रभाव भी इनके पास है. नवीन पटनायक के यह करीबी माने जाते हैं.

प.बंगाल ने कोई कैबिनेट मंत्री भी नहीं किया है नमित : इसके अलावा प्रदीप कुमार जेना ओडिशा राज्य के मुख्य सचिव भी बैठक में हिस्सा लेने पहुंच रहे हैं. पश्चिम बंगाल से मुख्यमंत्री ममता बनर्जी बैठक में हिस्सा लेने नहीं पहुंच रहे हैं. किसी कैबिनेट मंत्री को भी उन्होंने बैठक के लिए नामित नहीं किया है. पश्चिम बंगाल से राज्य मंत्री को नामित किया गया है. वित्त राज्य मंत्री चंद्रिमा भट्टाचार्य बैठक में हिस्सा लेने पहुंच रही हैं. इसके अलावा अधिकारियों की टीम मौजूद होगी. पश्चिम बंगाल के अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ मनोज पंत व जल संसाधन विभाग के प्रधान सचिव प्रभात कुमार मिश्रा हिस्सा लेंगे.

"हम मेहमानों का सत्कार करना जानते हैं. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बैठक में मौजूद होंगे. केंद्र सरकार से हमारी यह उम्मीद है कि राज्य सरकार की जो लंबित मांगे हैं, उसे पूरी की जाए. इसके अलावा राज्य सरकार की सड़क निर्माण के क्षेत्र में जो राशि बकाया है, उसे भी दिया जाना चाहिए."- हिमराज राम, प्रवक्ता, जदयू

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पटना: बिहार की राजधानी पटना में 26वीं पूर्वी क्षेत्रीय परिषद की बैठक आयोजित की जा रही है. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह बैठक की अध्यक्षता करेंगे. क्षेत्रीय परिषद सशक्त राज्य के निर्माण में सहायक भूमिका निभाता है. केंद्र और राज्यों को प्रभावित करने वाले मुद्दों पर नियमित संवाद और चर्चा के लिए एक व्यवस्थित तंत्र और मंच भी प्रदान करती है. पूर्वी क्षेत्रीय परिषद में बिहार के अलावा झारखंड, ओडिशा और पश्चिम बंगाल शामिल है.

तीन राज्यों के मुख्यमंत्री नहीं ले रहे हिस्सा : पूर्वी क्षेत्रीय परिषद की बैठक की मेजबानी बिहार कर रहा है. ऐसे में सरकार की भूमिका अहम है. तेजस्वी यादव तो पटना में मौजूद नहीं हैं, लेकिन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पूर्वी क्षेत्रीय परिषद की बैठक में मौजूद रहेंगे. इसके अलावा पश्चिम बंगाल, उड़ीसा और झारखंड के मुख्यमंत्री बैठक में हिस्सा नहीं ले रहे हैं. तीनों राज्यों ने प्रतिनिधियों को भेजने का फैसला लिया है.

"पूर्वी क्षेत्रीय परिषद की बैठक राज्यों के हितों से जुड़ा हुआ है और केंद्र सरकार राज्यों के हितों को लेकर चिंतित है. कुछ राज्य के मुख्यमंत्री बैठक में हिस्सा नहीं ले रहे हैं. यह चिंताजनक स्थिति है. अगर वह वाकई राज्यों के हितों को लेकर चिंतित हैं तो उन्हें बैठक में हिस्सा लेना चाहिए."- प्रेम रंजन पटेल, प्रवक्ता, बीजेपी

झारखंड से रामेश्वर उरांव होंगे प्रतिनिधि : पूर्वी क्षेत्रीय परिषद की बैठक में झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन खुद तो नहीं आ रहे हैं, लेकिन सरकार में नंबर दो की हैसियत रखने वाले नेता रामेश्वर उरांव बैठक में हिस्सा लेने पहुंच रहे हैं. रामेश्वर उरांव झारखंड सरकार में वित्त मंत्री हैं और उनकी नंबर दो की हैसियत है. इसके अलावा वेलफेयर मिनिस्टर चंपई सोरेन भी बैठक में हिस्सा लेने पहुंच रहे हैं. चंपई सोरेन कल्याण मंत्री हैं और सरकार में इनकी दखल मजबूत मानी जाती है.

झारखंड के अधिकारियों की टीम भी बैठक में लेगी हिस्सा : झारखंड राज्य से अधिकारियों की टीम भी बैठक में हिस्सा लेने पहुंच रही है. एसीएस होम अविनाश कुमार भी बैठक में हिस्सा लेंगे. जीपी अजय कुमार भी बैठक में शामिल होंगे. इसके अलावा वित्त विभाग के प्रधान सचिव भी बैठक में शामिल होने वाले हैं. वहीं ओडिशा राज्य की अगर बात करे तो नवीन पटनायक बैठक में हिस्सा लेने नहीं पहुंच रहे हैं, लेकिन उनकी ओर से प्रदीप कुमार अमात नामित किए गए हैं.

ओडिशा से प्रदीप कुमार अमात करेंगे प्रतिनिधित्व : प्रदीप कुमार अमात की हैसियत ओडिशा सरकार में दूसरे नंबर की है. प्रदीप कुमार अमात के पास वन पर्यावरण विभाग, पंचायती राज विभाग पेयजल विभाग और जनसंपर्क मंत्रालय है. प्रदीप कुमार अमात एक कद्दावर मंत्री हैं और मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के करीबी माने जाते हैं. दूसरे मंत्री के रूप में तुषार कांति बेहरा बैठक में हिस्सा लेने पहुंच रहे हैं. तुषार क्रांति भारत एवं यूथ अफेयर के मंत्री हैं. साथ ही साथ गृह राज्य मंत्री का प्रभाव भी इनके पास है. नवीन पटनायक के यह करीबी माने जाते हैं.

प.बंगाल ने कोई कैबिनेट मंत्री भी नहीं किया है नमित : इसके अलावा प्रदीप कुमार जेना ओडिशा राज्य के मुख्य सचिव भी बैठक में हिस्सा लेने पहुंच रहे हैं. पश्चिम बंगाल से मुख्यमंत्री ममता बनर्जी बैठक में हिस्सा लेने नहीं पहुंच रहे हैं. किसी कैबिनेट मंत्री को भी उन्होंने बैठक के लिए नामित नहीं किया है. पश्चिम बंगाल से राज्य मंत्री को नामित किया गया है. वित्त राज्य मंत्री चंद्रिमा भट्टाचार्य बैठक में हिस्सा लेने पहुंच रही हैं. इसके अलावा अधिकारियों की टीम मौजूद होगी. पश्चिम बंगाल के अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ मनोज पंत व जल संसाधन विभाग के प्रधान सचिव प्रभात कुमार मिश्रा हिस्सा लेंगे.

"हम मेहमानों का सत्कार करना जानते हैं. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बैठक में मौजूद होंगे. केंद्र सरकार से हमारी यह उम्मीद है कि राज्य सरकार की जो लंबित मांगे हैं, उसे पूरी की जाए. इसके अलावा राज्य सरकार की सड़क निर्माण के क्षेत्र में जो राशि बकाया है, उसे भी दिया जाना चाहिए."- हिमराज राम, प्रवक्ता, जदयू

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