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भारतीय सेना की 'व्हाइट नाईट कोर' ने मनाया 50वां स्थापना दिवस - व्हाइट नाईट कोर न्यूज

भारतीय सेना की 16वीं कोर 'व्हाइट नाईट कोर' का 50वां स्थापना दिवस मनाया गया. मौके पर मेजर जनरल बिंद्रा ने वीरगति को प्राप्त हुए सैनिकों को, नगरोटा सैन्य स्टेशन पर 'अश्वमेध शौर्य स्थल' पर पारंपरिक रूप से श्रद्धांजलि दी.

भारतीय सेना
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Published : Jun 1, 2022, 6:30 PM IST

जम्मू : भारतीय सेना की 16वीं कोर जिसे 'व्हाइट नाईट कोर' भी कहा जाता है, ने बुधवार को अपना 50वां स्थापना दिवस मनाया. कोर के प्रभारी जनरल अफसर कमांडिंग मेजर जनरल जे एस बिंद्रा ने इस अवसर पर उन सैनिकों को याद किया जिन्होंने कर्तव्य निर्वहन करते हुए अपने प्राणों की आहुति दे दी. मेजर जनरल बिंद्रा ने वीरगति को प्राप्त हुए सैनिकों को, नगरोटा सैन्य स्टेशन पर 'अश्वमेध शौर्य स्थल' पर पारंपरिक रूप से श्रद्धांजलि दी. व्हाइट नाईट कोर सेना की सर्वोत्तम कोर में से एक है और पीर पंजाल से लेकर शिवालिक पर्वत श्रृंखला तक तथा जम्मू और अखनूर के मैदानी इलाकों की रक्षा का जिम्मा इसके ऊपर है.

भारतीय सेना की 'व्हाइट नाईट कोर' ने मनाया 50वां स्थापना दिवस
भारतीय सेना की 'व्हाइट नाईट कोर' ने मनाया 50वां स्थापना दिवस

बता दें कि इस कोर की स्थापना एक जून 1972 को उधमपुर स्थित उत्तरी कमान के तहत की गई थी और लेफ्टिनेंट जनरल जे. एफ. आर. जैकब इसके पहले कोर कमांडर थे. आज व्हाइट नाइट कॉर्प्स भारतीय सेना की सबसे बेहतरीन ऑपरेशनल कोर में से एक है, जो पीर पंजाब रेंज से लेकर शिवालिक रेंज और जम्मू और अखनूर के मैदानी इलाकों तक की निगरानी करती है.

कोर का एक समृद्ध इतिहास के साथ वीरता और बहादुरी की गाथा है, जिसमें काउंटर इंसर्जेंसी ऑपरेशंस सहित सभी युद्ध शामिल हैं. कोर को अपनी स्थापना के बाद से सभी कार्यों में भाग लेने का सम्मान प्राप्त है. 1984 में ऑपरेशन ब्लू स्टार, 1987 में ऑपरेशन ट्राइडेंट, 1985 से ऑपरेशन रक्षक और 1999 में ऑपरेशन विजय कुछ प्रमुख अभियान हैं, जिनमें कोर के वीर सैनिकों ने अपनी बहादुरी और कर्तव्य के प्रति समर्पण से इतिहास में अपना नाम स्वर्ण अक्षरों में अंकित किया है. आज 50वें स्थापना दिवस पर, व्हाइट नाइट कॉर्प्स नए जोश और दृढ़ता के साथ पेशेवर उत्कृष्टता की दिशा में अपना अनुसरण जारी रखे हुए है.

भारतीय सेना की 'व्हाइट नाईट कोर' ने मनाया 50वां स्थापना दिवस
भारतीय सेना की 'व्हाइट नाईट कोर' ने मनाया 50वां स्थापना दिवस

मेजर जनरल जे एस बिंद्रा ने इस अवसर पर कोर के सभी रैंकों को संबोधित किया. उन्होंने समृद्ध इतिहास का वर्णन किया और सभी रैंकों को इस अवसर पर आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि कोर का झंडा ऊंचा रहे. उन्होंने वाहिनी के उन वीर सैनिकों को भी याद किया, जिन्होंने कर्तव्यों को निभाने में अपनी जान का बलिदान दिया.

व्हाइट नाईट कोर  के प्रभारी जनरल अफसर कमांडिंग मेजर जनरल जे एस बिंद्रा
व्हाइट नाईट कोर के प्रभारी जनरल अफसर कमांडिंग मेजर जनरल जे एस बिंद्रा

जनरल ऑफिसर ने आगे कहा कि युद्ध में वीरतापूर्ण कार्रवाइयों के अलावा, कोर ने अथक प्रयासों से क्षेत्र में आतंकवादी गतिविधियों को भी कम किया है. वाहिनी ऑपरेशन सद्भावना के तहत परियोजनाओं की विस्तृत श्रृंखला के माध्यम से राष्ट्र निर्माण में श्रमसाध्य प्रयास भी कर रही है.

जम्मू : भारतीय सेना की 16वीं कोर जिसे 'व्हाइट नाईट कोर' भी कहा जाता है, ने बुधवार को अपना 50वां स्थापना दिवस मनाया. कोर के प्रभारी जनरल अफसर कमांडिंग मेजर जनरल जे एस बिंद्रा ने इस अवसर पर उन सैनिकों को याद किया जिन्होंने कर्तव्य निर्वहन करते हुए अपने प्राणों की आहुति दे दी. मेजर जनरल बिंद्रा ने वीरगति को प्राप्त हुए सैनिकों को, नगरोटा सैन्य स्टेशन पर 'अश्वमेध शौर्य स्थल' पर पारंपरिक रूप से श्रद्धांजलि दी. व्हाइट नाईट कोर सेना की सर्वोत्तम कोर में से एक है और पीर पंजाल से लेकर शिवालिक पर्वत श्रृंखला तक तथा जम्मू और अखनूर के मैदानी इलाकों की रक्षा का जिम्मा इसके ऊपर है.

भारतीय सेना की 'व्हाइट नाईट कोर' ने मनाया 50वां स्थापना दिवस
भारतीय सेना की 'व्हाइट नाईट कोर' ने मनाया 50वां स्थापना दिवस

बता दें कि इस कोर की स्थापना एक जून 1972 को उधमपुर स्थित उत्तरी कमान के तहत की गई थी और लेफ्टिनेंट जनरल जे. एफ. आर. जैकब इसके पहले कोर कमांडर थे. आज व्हाइट नाइट कॉर्प्स भारतीय सेना की सबसे बेहतरीन ऑपरेशनल कोर में से एक है, जो पीर पंजाब रेंज से लेकर शिवालिक रेंज और जम्मू और अखनूर के मैदानी इलाकों तक की निगरानी करती है.

कोर का एक समृद्ध इतिहास के साथ वीरता और बहादुरी की गाथा है, जिसमें काउंटर इंसर्जेंसी ऑपरेशंस सहित सभी युद्ध शामिल हैं. कोर को अपनी स्थापना के बाद से सभी कार्यों में भाग लेने का सम्मान प्राप्त है. 1984 में ऑपरेशन ब्लू स्टार, 1987 में ऑपरेशन ट्राइडेंट, 1985 से ऑपरेशन रक्षक और 1999 में ऑपरेशन विजय कुछ प्रमुख अभियान हैं, जिनमें कोर के वीर सैनिकों ने अपनी बहादुरी और कर्तव्य के प्रति समर्पण से इतिहास में अपना नाम स्वर्ण अक्षरों में अंकित किया है. आज 50वें स्थापना दिवस पर, व्हाइट नाइट कॉर्प्स नए जोश और दृढ़ता के साथ पेशेवर उत्कृष्टता की दिशा में अपना अनुसरण जारी रखे हुए है.

भारतीय सेना की 'व्हाइट नाईट कोर' ने मनाया 50वां स्थापना दिवस
भारतीय सेना की 'व्हाइट नाईट कोर' ने मनाया 50वां स्थापना दिवस

मेजर जनरल जे एस बिंद्रा ने इस अवसर पर कोर के सभी रैंकों को संबोधित किया. उन्होंने समृद्ध इतिहास का वर्णन किया और सभी रैंकों को इस अवसर पर आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि कोर का झंडा ऊंचा रहे. उन्होंने वाहिनी के उन वीर सैनिकों को भी याद किया, जिन्होंने कर्तव्यों को निभाने में अपनी जान का बलिदान दिया.

व्हाइट नाईट कोर  के प्रभारी जनरल अफसर कमांडिंग मेजर जनरल जे एस बिंद्रा
व्हाइट नाईट कोर के प्रभारी जनरल अफसर कमांडिंग मेजर जनरल जे एस बिंद्रा

जनरल ऑफिसर ने आगे कहा कि युद्ध में वीरतापूर्ण कार्रवाइयों के अलावा, कोर ने अथक प्रयासों से क्षेत्र में आतंकवादी गतिविधियों को भी कम किया है. वाहिनी ऑपरेशन सद्भावना के तहत परियोजनाओं की विस्तृत श्रृंखला के माध्यम से राष्ट्र निर्माण में श्रमसाध्य प्रयास भी कर रही है.

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