कोलकाता : पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की सुरक्षा व्यवस्था अब से स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप (SPG) की तर्ज पर होगी. सीएम आवास की सुरक्षा में सेंध मामले के एक हफ्ते के भीतर ही राज्य के पुलिस निदेशक (सुरक्षा) विवेक सहाय को पद से हटा दिया गया है. वहीं, अब से मुख्यमंत्री की सुरक्षा अब दो वरिष्ठ आईपीएस अधिकारियों की निगरानी में होगी, जो पहले एक अधिकारी विवेक सहाय की देखरेख में थे. उनकी जगह एडीजी पीयूष पांडे तथा एक आईपीएस स्तर के अन्य एक अधिकारी को नियुक्त किया गया है.
जानकारी के मुताबिक, नई व्यवस्था के तहत, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक पीयूष पांडे नए निदेशक (सुरक्षा) बने हैं और उन्हें मनोज वर्मा द्वारा अतिरिक्त निदेशक (सुरक्षा) के रूप में रखा गया, जो वर्तमान में बैरकपुर शहर के पुलिस आयुक्त हैं. वर्मा को महानिरीक्षक (कानून एवं व्यवस्था) का अतिरिक्त प्रभार दिया गया था. देश के प्रधानमंत्री को सुरक्षा प्रदान करने वाले विशेष सुरक्षा समूह (एसपीजी) के एक अधिकारी के रूप में उनके लंबे कार्यकाल को देखते हुए निदेशक (सुरक्षा) के पद के लिए पांडे की पसंद को सभी राजनीतिक और प्रशासनिक स्तरों पर भारी रूप से स्वीकार किया गया था.
बता दें कि SPG पर मुख्य रूप से देश के प्रधानमंत्री की सुरक्षा की जिम्मेदारी होती है. उनकी कार्य प्रणाली पूरी तरह से अलग होती है. SPG कमांडो को परिष्कृत आग्नेयास्त्रों के उपयोग सहित सही समय पर सही कदम उठाने का पूरा प्रशिक्षण दिया जाता है. यह भी देखता है कि आपात स्थिति में सुरक्षा जाल कैसे बनाए रखा जाए.
गौरतलब है कि उत्तर 24 परगना के बशीरहाट निवासी हाफिजुल मुल्ला रहस्यमय तरीके से सीएम ममता बनर्जी के कालीघाट स्थित आवास में लोहे की छड़ के साथ घुस गया था. हाफिजुल को फिलहाल लालबाजार में विशेष जांच दल के सदस्य हिरासत में लेकर पूछताछ कर रहे हैं.