पूर्व मेदिनीपुर (पश्चिम बंगाल): पश्चिम बंगाल अपराध जांच विभाग (CID) की टीम भाजपा नेता शुभेंदु अधिकारी के निजी सुरक्षा अधिकारी की मौत की छानबीन के सिलसिले में बुधवार को उनके कोंटाई स्थित आवास पहुंची.
एक वरिष्ठ अफसर ने बताया कि इसके अलावा, टीम ने अधिकारी के पूर्व अंगरक्षक शुभव्रत चक्रवर्ती के पूर्व सहयोगी रहे दो सुरक्षा कर्मियों से बात की, जो अब भी वहां तैनात हैं। साथ ही सीआईडी के अफसरों ने भाजपा नेता के छोटे भाई दिब्येंदु अधिकारी से भी बात की. अधिकारी के निजी सुरक्षा गार्ड ने 2018 में पुर्व मेदिनीपुर जिले के कांथी में एक पुलिस बैरक में अपनी सर्विस रिवॉल्वर से कथित तौर पर खुद को गोली मार ली थी.
इससे पहले सुबह सीआईडी के अफसरों ने कोंटाई थाने जाकर मामले में पुलिस द्वारा की गई जांच से संबंधित दस्तावेजों को खंगाला. एक अफसर ने बताया, 'हमने कोंटाई थाने से जांच के सिलसिले में कुछ जरूरी दस्तावेज भी जुटाए हैं. हमने वहां के पुलिस अधिकारियों से भी चर्चा की है और मामले पर उनके विचार जाने.'
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सुरक्षाकर्मी की पत्नी सुपर्णा चक्रवर्ती ने पति की मौत की जांच की मांग को लेकर कोंटाई थाने में ताजा शिकायत दर्ज कराई है. मामले को फिर से खुलने से प्रतिद्वंद्वी भारतीय जनता पार्टी (BJP) और तृणमूल कांग्रेस (TMC) के बीच जुबानी जंग छिड़ गई.
भाजपा प्रवक्ता शमिक भट्टाचार्य ने कोलकाता में संवाददाताओं से कहा, 'हमें आश्चर्य है कि ढाई साल बाद मामला क्यों उठाया गया?' उन्होंने कहा, 'जब यह घटना हुई तब ममता बनर्जी कैबिनेट में शुभेंदु अधिकारी एक शक्तिशाली मंत्री थे. अब जब उन्होंने तृणमूल कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल होकर नंदीग्राम से मुख्यमंत्री को हराया है तो ये सब बातें- प्राथमिकी दर्ज कराने और सीआईडी टीम का दौरा हो रहा है.'
महिषदल से तृणमूल विधायक और मृतक सुरक्षा कर्मी के रिश्ते के भाई तिलक चक्रवर्ती ने कहा कि मौत को आत्महत्या के संदिग्ध मामले के रूप में क्यों देखा गया और 'हम चाहते हैं कि सच्चाई सामने आए.' शुभेंदु अधिकारी के छोटे भाई और सांसद दिब्येंदु अधिकारी ने कहा, 'मुझे लगता है कि दो साल से अधिक पुराने मामले को खोलने के पीछे एक गहरी साजिश है. लेकिन, हम किसी भी जांच से डरते नहीं हैं.'