नई दिल्ली : भारत के मौसम विज्ञान विभाग के मुताबिक, पूर्वोत्तर मध्य प्रदेश और आसपास के क्षेत्र में कम दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है. जिससे मध्य प्रदेश में भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है. आईएमडी के अनुमान के मुताबिक, अगले 3-4 दिनों के दौरान उत्तर पश्चिम भारत में अलग-अलग स्थानों पर भारी वर्षा होने की संभावना है. अगले 5 दिनों के दौरान प्रायद्वीपीय भारत में हल्की वर्षा गतिविधि जारी रहने की संभावना है. अनुमान में बताया गया है कि दो दिनों के बाद बिहार और झारखंड में वर्षा गतिविधि में वृद्धि हो सकती है.
मौसम संबंधी महत्वपूर्ण गतिविधियां : मौसम विभाग ने शुक्रवार को जारी अपनी रिपोर्ट में बताया कि उत्तरी छत्तीसगढ़ और आसपास के इलाकों में कल का दबाव कमजोर होकर निचले स्तर में बदल गया है. इसके आज शाम 5:30 बजे तक दबाव क्षेत्र और आगे निम्न दबाव क्षेत्र में तब्दील होने की संभावना है. जिससे पूर्वोत्तर मध्य प्रदेश और आसपास के क्षेत्र में भारी से बहुत भारी वर्षा हो सकती है.
मौसम विभाग ने बताया है कि मानसून ट्रफ का पश्चिमी छोर अपनी सामान्य स्थिति के उत्तर में स्थित है जबकि इसका पूर्वी छोर अपनी सामान्य स्थिति के दक्षिण में स्थित है. मॉनसून ट्रफ का पूर्वी छोर धीरे-धीरे उत्तर की ओर स्थानांतरित होने की संभावना है.
देश के विभिन्न क्षेत्रों के लिए बारिश का अनुमान : उत्तर-पश्चिम भारत के लिए शुक्रवार को जारी अनुमान के मुताबिक पूर्वी राजस्थान और जम्मू में हल्की या मध्यम रूप से छिटपुट से काफी व्यापक वर्षा हो सकती है. उत्तर-पश्चिम भारत जिसमें उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली शामिल है के अलग-अलग स्थानों पर भारी वर्षा हो सकती है. मौसम विभाग के अनुमान के मुताबिक 6 अगस्त को पश्चिमी उत्तर प्रदेश में भारी वर्षा हो सकती है.
वहीं मध्य भारत यानी मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के अनुमानों में बताया गया है कि मध्य प्रदेश में आज हल्की से मध्यम रूप में व्यापक वर्षा के साथ अलग-अलग स्थानों पर भारी वर्षा होने की संभावना है. वहीं पूर्वोत्तर भारत में हल्की या मध्यम रूप में काफी व्यापक से व्यापक वर्षा और कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा होने का अनुमान जताया गया है. अगले 5 दिनों के दौरान अरुणाचल प्रदेश, असम और मेघालय और नागालैंड, मणिपुर में बारिश होने की संभावना है.
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पश्चिम भारत में हल्की या मध्यम रूप में छिटपुट से लेकर काफी व्यापक वर्षा और कुछ स्थानों पर भारी वर्षा होने की संभावना है. कोंकण और गोवा तथा मध्य महाराष्ट्र के घाट क्षेत्रों में आज से या आज के बाद से वर्षा में कमी आने का अनुमान जारी किया गया है. दक्षिण भारत के बारे में बात करें तो अगले 5 दिनों के दौरान इस क्षेत्र में वर्षा की गतिविधि कम रहेगी. मौसम गर्म और आर्द्र रहेगा.