बेंगलुरु : कर्नाटक में विपक्ष के नेता सिद्धारमैया ने कर्नाटक के सीएम ऑफिस की ओर से तमिलनाडु को पत्र लिखे जाने पर सरकार की आलोचना की है. दरअसल, यह पत्र तमिलनाडु के मुख्यमंत्री को लिखा गया था जिसका उद्देश्य दोनों राज्यों के बीच सद्भावना लाना था.
पत्र में कर्नाटक सरकार ने लिखा, मेकेदातु परियोजना (Mekedatu Project) के लागू होने से इन दोनों राज्यों को लाभ होगा, लेकिन सीएम ऑफिस के एक प्रेस रिलीज में बताया गया कि तमिलनाडु सरकार ने इसे यह कहकर खारिज कर दिया है कि यह परियोजना उनके राज्य को परेशान करेगी.
सुप्रीम कोर्ट ने आदेश दिया है कि पीने के पानी के लिए 4.75 TMC (Thousand Million Cubic Feet) पानी बेंगलुरु को देना होगा. यह मात्रा अब उपभोग्य उपयोग (Consumptive Use) है. इस मात्रा का उपयोग करने के लिए 23.75 TMC पानी एकत्र कर आपूर्ति करनी होगी. लेकिन तमिलनाडु राज्य इस परियोजना से प्रभावित नहीं होगा.
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कर्नाटक के सीएम ने कहा कि तमिलनाडु ने 2018 में एक याचिका (विविध आवेदन) दायर की थी, लेकिन परियोजना को लागू करने में कोई बाधा नहीं है. चूंकि तमिलनाडु में नई सरकार का गठन हुआ है, इसलिए परियोजना के लाभ को बताते हुए एक पत्र लिखा गया था. लेकिन परियोजना को ठीक से समझे बिना, तमिलनाडु राजनीतिक कारणों से इसका विरोध कर रहा है,