नई दिल्ली: केंद्र सरकार डॉक्टर मरीज अनुपात काे सही करने के लिए कदम उठा रही है. मरीजाें के हिसाब से डॉक्टराें की संख्या बढ़ाने के लिए अस्पतालों में अधिक निवेश कर रही है.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ मनसुख मंडाविया ने मंगलवार को कहा कि एमबीबीएस की सीटें दोगुनी हो गई हैं, साथ ही पीजी की सीटें भी. हमें और डॉक्टरों की जरूरत है और हम अस्पतालों में निवेश कर रहे हैं और डॉक्टरों मरीजों का अनुपात बढ़ा रहे हैं.
केंद्रीय मंत्री मंडाविया द्वारा दिया गया यह बयान इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि भारत में वर्तमान चिकित्सक -जनसंख्या अनुपात 1:1456 है. वर्तमान स्थिति डब्ल्यूएचओ की 1:1000 की सिफारिश के खिलाफ है.
आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन का जिक्र करते हुए मंडाविया ने कहा कि यह एक क्रांति है जो हमें डिजिटल रिकॉर्ड रखने में मदद करेगी.
उन्होंने कहा कि आजादी का अमृत महोत्सव के तहत केंद्र सरकार आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन के लिए पंजीकरण के लिए एक विशेष अभियान शुरू करेगी.
डिजिटल मिशन हाल ही में प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किसी भी भविष्य की महामारी से निपटने और स्वास्थ्य के बुनियादी ढांचे में सुधार के लिए शुरू किया गया है. केंद्र ने देश के हर जिले को मजबूत स्वास्थ्य बुनियादी ढांचे के उद्देश्य से 64,000 करोड़ रुपये मंजूर किए हैं.
डॉ मंडाविया ने टीकाकरण में मील के पत्थर हासिल करने के भारत के प्रयासों पर भी जोर दिया. मंडाविया ने कहा, हमने फिलहाल 113 करोड़ वैक्सीन की खुराक हासिल की है.
पढ़ें : नए स्वास्थ्य मंत्री के निरीक्षण के बाद बदलीं एम्स की व्यवस्थाएं, जानें क्या मिलेंगी सुविधाएं