अहमदाबाद: आम आदमी पार्टी के नेता और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने ईटीवी भारत को दिये अपने साक्षात्कार में दावा किया कि उनकी पार्टी गुजरात में बहुमत से सरकार बनाएगी. उन्होंने वादा किया कि हमारी सरकार बनने के बाद एक मार्च, 2023 से गुजरात में बिजली मुफ्त कर देंगे. उन्होंने कांग्रेस के लिए मतदान न करने का अनुरोध किया. उन्होंने कहा कि कांग्रेस को वोट देना वोट को कूड़ेदान में डालने जैसा होगा. पढ़े अरविंद केजरीवाल और इसुदान गढ़वी से बातचीत का संपादित अंश...
प्रश्न: 1. केजरीवाल जी, आप पिछले तीन महीनों से गुजरात में चुनाव प्रचार कर रहे हैं. क्या अनुमान है कितनी सीटें मिलेंगी?
उत्तर: हम जो कह रहे हैं उसमें गुजरातियों की दिलचस्पी है. पहली बार कोई राजनीतिक दल महंगाई खत्म करने का वादा कर रहा है. महीने के खत्म होने से पहले, 20 या 25 तारीख को वेतन का भुगतान कर दिया जाता है. महंगाई लोगों के लिए चिंता का एक प्रमुख कारण है. लोग घर चलाने में असमर्थ हैं. हम कह रहे हैं कि हमारी सरकार बनी तो एक मार्च से बिजली बिल शून्य हो जाएगा. इससे उन्हें लाभ होगा. बिजली के बिल में खर्च होने वाला पैसा बचेगा. दिल्ली और पंजाब में हमने ये कर के दिखाया है.
लोग हम पर विश्वास करते हैं. दिल्ली में उत्कृष्ट स्कूल हैं. दिल्ली के निवासियों को निजी से सरकारी स्कूलों में स्थानांतरित किया जा रहा है. हम गुजरात में उत्कृष्ट संस्थान भी बनाएंगे. हम आपके बच्चों के लिए मुफ्त, उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा प्रदान करेंगे. इससे पहले कभी किसी पार्टी ने इस तरह से बात नहीं की. हम एक बेहतरीन अस्पताल का निर्माण करेंगे. हम मोहल्ला क्लिनिक बनाएंगे. हम आपको निःशुल्क देखभाल प्रदान करेंगे. जैसा हम दिल्ली में कर रहे हैं. हम आपके बच्चे के साथ काम करेंगे. हम दिल्ली में 12 लाख युवाओं को नौकरी देने के लिए तैयार हैं. हमने कभी किसी राजनेता को इस तरह बोलते नहीं सुना.
प्रश्न: 2. आप गुजरात में आम आदमी पार्टी के जीतने की कितनी उम्मीद करते हैं?
उत्तर: हमें पूरा बहुमत मिलेगा. हालांकि, अंतिम फैसला तो जनता का होगा लेकिन मुझे लगता है हमें पूरा बहुमत मिलेगा.
प्रश्न: 3. आम आदमी पार्टी को गुजरात...सौराष्ट्र या दक्षिण गुजरात में किसे अधिक लाभ होगा?
उत्तर: हमें पूरे गुजरात से वोट मिलेंगे. सौराष्ट्र या दक्षिण गुजरात से ही नहीं, बल्कि पूरा गुजरात हमें वोट देगा.
प्रश्न: 4. पिछली पेंशन योजना को लागू करने की आवश्यकता है. आप क्या सोचते हैं?
उत्तर: पंजाब में हमने लागू कर दिया है. अधिसूचना कल ही घोषित की जा चुकी है. कैबिनेट ने बैठक की और सर्वसम्मति से पुरानी पेंशन योजना के कार्यान्वयन को मंजूरी दी और अधिसूचना जारी की. मैं गुजरात के सभी सरकारी कर्मचारियों को बताना चाहता हूं कि हमारी सरकार बनने के एक महीने के भीतर पुरानी पेंशन योजना लागू हो जाएगी.
प्रश्न: 5. पंजाब और गुजरात चुनावों में क्या अंतर है?
उत्तर: लोगों की समस्याएं सार्वभौमिक हैं. मंहगाई बहुत ज्यादा है, इसे कम किया जाए तो मेरे बच्चों को अच्छी नौकरी मिल जाए, आप जहां भी जाएं, बेरोजगारी, महंगाई, एक आदमी क्या चाहता है कि मेरे बच्चे को अच्छी शिक्षा मिले, परिवार में कोई बीमार व्यक्ति हो तो उसका ठीक से इलाज हो, घर, रोटी, यही आम आदमी की जरूरत है. यह काम हमारी पार्टी ही करती है. दूसरी पार्टियां बड़े-बड़े शब्दों का इस्तेमाल करती हैं. हमारे पास राजनीतिक विशेषज्ञता की कमी है. हम खुल कर बोल रहे हैं. यदि आप राजनीति करना चाहते हैं, तो आपको उनके पास जाना चाहिए. यदि आप धमकाना चाहते हैं, तो उनके पास जाएं. मैं एक शिक्षित व्यक्ति हूं. मैं एक इंजीनियर हूं. अच्छा स्कूल बनाना है तो मेरे पास आओ. यदि आपने अस्पताल बनाना है, तो मेरे पास आओ. अगर आपको मुफ्त बिजली चाहिए तो मेरे पास आएं.
प्रश्न: 6. इसुदान, वर्षों से हमसे वादा किया गया है कि हम किसानों की आय को तिगुना करेंगे. इस पर आपके विचार क्या हैं?
उत्तर: 2017 में बीजेपी ने कहा था कि हम किसानों की आय दोगुनी करेंगे. 2022 आ गया है. आय दोगुनी नहीं हुई है, लेकिन खर्च दोगुना हो गया है. 53 लाख किसान ऐसे हैं, जिन्हें सही कीमत नहीं मिल रही है. उन्हें बिजली और पानी नहीं मिल रहा है और ऊपर से ऐसे कानून थोपे कि किसान बाहर न निकल सके. दूसरी तरफ 50 लाख बेरोजगार युवा हैं. किसी भी परीक्षा के पेपर लीक हो जाते हैं. इसलिए मैं युवाओं से कहता हूं कि भाजपा पर भरोसा न करें.
पेपर लीक करना, करोड़ों रुपए में पेपर बेचना और उस पैसे को चुनाव में लगाना. आउटसोर्सिंग के कर्मचारियों, व्यापारियों की हालत क्या है पूरा गुजरात बीजेपी से तंग आ चुका है. अगर आप बीजेपी को पांच साल और देंगे तो क्या होगा? यह 27 साल से यहां है. बिना टेंडर के मोरबी सस्पेंशन ब्रिज बहाल होने से 150 लोगों की मौत हो गई, फिर भी अधिकारियों ने कुछ नहीं किया. किसी बड़े अधिकारी को सजा नहीं हुई.
प्रश्न: 7. अरविंद जी, कहा जा रहा है कि आप पार्टी कांग्रेस के वोट काटेगी?
उत्तर: मैं आपके और ईटीवी भारत के माध्यम से दर्शकों से कहना चाहूंगा कि कांग्रेस को वोट न दें. कांग्रेस को वोट देने का मतलब है अपना वोट बर्बाद करना. अपना वोट कूड़ेदान में फेंकना. पहली बात तो यह है कि कांग्रेस सरकार नहीं बनाएगी. आम आदमी पार्टी सरकार बनाएगी. कांग्रेस का जो विधायक निर्वाचित होगा वह भाजपा में शामिल हो जायेगा. कांग्रेस को वोट देना बीजेपी को वोट देना है. जो लोग कांग्रेस को वोट देते थे, उन्हें आम आदमी पार्टी को वोट देना चाहिए. मैं आपको विश्वास के साथ कहता हूं कि आम आदमी पार्टी भारी बहुमत से सरकार बनाएगी. स्थिर सरकार बनेगी और सारे वादे पूरे होंगे.
प्रश्न: 8. आम आदमी पार्टी की सरकार बनने जा रही है तो पहले कौन सा काम होगा?
उत्तर: बिजली मुफ्त होगी. एक मार्च से सभी गुजरातियों को मुफ्त बिजली मिलेगी. जैसे पंजाब और दिल्ली में पाया जाता है.
प्रश्न: 9. ईटीवी भारत के माध्यम से आप गुजरात के मतदाताओं से क्या अपील करेंगे?
उत्तर: अरविंद केजरीवाल, गुजरात महत्वपूर्ण परिवर्तन से गुजरेगा. इस बदलाव में सहभागी बनें. पहले आप कांग्रेस को वोट देते थे, अब नहीं देंगे. आम आदमी पार्टी को चुनें. आपने 27 साल तक बीजेपी को वोट दिया है. हमें एक मौका दें.
इसुदान गढ़वी... आप लोगों से क्या अपील करेंगे?
इसुदान गढ़वी ने जवाब दिया कि बिल्कुल मैंने इस मुद्दे पर पत्रकारिता की है जब मैं टीवी पर था. एक कॉलम में किसानों की खबर नहीं छपी. कर्मचारियों के शोषण की कोई खबर नहीं थी. बीजेपी के नेता अहंकारी हो गए हैं. सीआर पाटिल को 4000 यूनिट बिजली मुफ्त मिलती है, वह नहीं छोड़ते. लेकिन इस तरफ आम आदमी पार्टी 300 यूनिट मुफ्त बिजली देने की बात करती है तो उन्हें एतराज होता है. मैं भाजपा और कांग्रेस को वोट देने वाले लोगों से अपील करता हूं कि इस बार हमें मौका दें. एक बार केजरीवाल और इसुदान गढ़वी पर भरोसा करें.
प्रश्न: 10. राजनीति से बाहर इसुदान गढ़वी, मैं आपसे एक प्रश्न पूछना चाहता हूं: आपके करियर की शुरुआत ईटीवी से हुई थी और आप ईटीवी भारत को एक साक्षात्कार दे रहे हैं. ईटीवी परिवार गर्व महसूस कर रहा है. राजनीति बेहतर है या पत्रकारिता?
उत्तर: मैंने अपने करियर की शुरुआत ईटीवी से की थी. भगवान ने मुझे बहुत कुछ दिया है. भगवान ने मुझे मेरी ताकत से हजार गुना ज्यादा दिया है. मैं भगवान से कुछ नहीं मांगता. लेकिन मैं केवल यही प्रार्थना करता हूं कि मैं किसी का भला करूं, किसी का बुरा काम न करूं.
मुझे मौका देने और मुझे प्रशिक्षित करने के लिए मैं ईटीवी को धन्यवाद देना चाहता हूं. मैंने लोगों की आवाज बनने की कोशिश की है. ईटीवी में रहते हुए भी कुछ खोजी पत्रकारिता करने के बाद, आप पहले से ही जानते हैं कि ईटीवी में काम करने की आज़ादी है. मेरे करियर की शुरुआत ईटीवी से हुई थी. मुझे अच्छा लग रहा है कि मैं ईटीवी को इंटरव्यू दे रहा हूं. मैं जनता का नेता बनूंगा और लोगों की सेवा करूंगा.