वाराणसी : शहर के एक होटल में विश्व वैदिक सनातन संघ (Vishva Vedic Sanatan Sangh) की ओर से विश्वनाथ मंदिर स्थित ज्ञानवापी (Gyanvapi ) के आदि विश्वेश्वर मामले में कोर्ट में चल रहे केस को लेकर बैठक बुलाई गई. इस बैठक में मामले से जुड़े अधिवक्ता शामिल हुए. वहीं, इस मामले की पैरवी कर रहे अधिवक्ता हरिशंकर जैन एवं विष्णु शंकर जैन पर संघ की ओर से कई आरोप लगाए गए.
विश्व वैदिक सनातन संघ के राष्ट्रीय कार्यकारिणी अध्यक्ष संतोष सिंह ने कहा की ज्ञानवापी मामला अदालत में निरंतर बढ़ रहा है. इसको बर्बाद व खराब करने के लिए कुछ अधिवक्तागण लटकाने की कोशिश कर रहे हैं. आरोप लगाया कि वे समाज में दंगा भड़काने का काम कर रहे हैं. तथाकथित अधिवक्ताओं द्वारा एवं उनके साथियों द्वारा यह कार्य किया जा रहा है.
संतोष सिंह ने कहा कि विश्व वैदिक सनातन संघ द्वारा संवैधानिक तरीके से अदालत में मुकदमा लड़ा जा रहा है, क्योंकि हमारा मुकदमा 712/22 पोषणीय हो गया है. उन्होंने आगे कहा कि ज्ञानवापी मामले को हम लोग आगे लेकर आएंगे. श्री विश्वनाथ ज्ञानवापी में आदि विश्वेश्वर के यहां साक्ष्य ही साक्ष्य हैं.
श्री विश्वनाथ मंदिर ज्ञानवापी केस की पावर ऑफ अटॉर्नी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को देने के विषय पर संतोष सिंह ने कहा कि हम लोगों ने पत्र लिख दिया है. अभी तक वहां से कोई पत्र नहीं आया है.
तथाकथित अधिवक्ता के नाम बताने पर संतोष सिंह ने कहा कि वे हरि शंकर जैन, विष्णु शंकर जैन एवं उनके सहयोगी हैं. कहा कि इन्हें विश्व वैदिक सनातन संघ ने देशविरोधी गतिविधियों के चलते पूरे देश में चल रहे मुकदमों से बाहर कर दिया था. कोर्ट के आदेश के बावजूद भी ज्ञानवापी आदि विशेश्वर का वीडियो जो लीक हुआ है, इसकी सरकार जांच कराए.
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