देहरादून (उत्तराखंड): उत्तराखंड में बीते कुछ समय से ऐसी घटनाएं सामने आ रही हैं जो वातावरण को खराब करने की कोशिश कर रही हैं. इसी कड़ी में एक और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें दो मुस्लिम युवक हिंदू रीति रिवाज के अनुसार घरों में भीख मांगने का काम कर रहे थे. कुछ स्थानीय लोगों द्वारा जब इन दोनों युवकों को रोका गया और इसके नाम पूछे गए वो अपना नाम बताने में आनाकानी करने लगे. लेकिन जब भीड़ थोड़ी सख्त हुई उसके बाद दोनों ने बताया की वो मुस्लिम समुदाय से हैं. वीडियो देहरादून का बताया जा रहा है.
वीडियो के मुताबिक, ये दोनों मुस्लिम युवक धोती पहनकर, देवी देवताओं के साजो सामान के साथ भीख मांग रहे थे. इस बीच कुछ युवकों को दोनों पर शक हुआ तो उनसे उनके नाम पूछे गए. दोनों युवकों ने हिंदू धर्म के मुताबिक अपने नाम बताए. इस बीच जब भीड़ बढ़ी और आक्रोश बढ़ा तो दोनों युवकों ने खुद को मुस्लिम समुदाय का बताया. वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.
वीडियो में पूछताछ करने वाले स्थानीय युवक बता रहे हैं कि शक होने पर उन्होंने दोनों से गायत्री मंत्र पूछा. जब दोनों कोई जवाब नहीं दे पाए तो उन्होंने अपना फर्जी आधार कार्ड सामने रख दिया. स्थानीय लोगों ने दोनों पर कुछ सख्ती दिखाई तो उन्होंने अपना नाम रिजवान और रिंकू बताया. वीडियो में मौके पर मौजूद युवकों का आरोप है इस तरह के युवक देहरादून में दिन में रेकी करते हैं और रात में चोरी की घटना को अंजाम देते हैं. युवकों का आरोप है कि बाहरी राज्यों से आने वाले लोगों के फर्जी आधार कार्ड बन रहे हैं. ऐसे लोगों पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए.
ये भी पढ़ेंः पुरोला कथित लव जिहाद मामला: धमकी भरे पोस्टर चिपकाने के मामले में स्वामी दर्शन भारती से पूछताछ, उत्तरकाशी पुलिस पहुंची दून
वीडियो में दोनों युवक बता रहे हैं कि उन्होंने एक दुकान से फर्जी आधार कार्ड बनवाए हैं. हालांकि, जब इस मामले में एसपी सिटी सरिता डोभाल से जानकारी ली गई तो उन्होंने बताया कि ऐसे मामले की शिकायत देहरादून के किसी भी थाने में दर्ज नहीं है. हालांकि, उन्होंने कहा कि वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है. अगर ऐसे किसी मामले की शिकायत पुलिस को मिलती है तो घटना के संबंध में कार्रवाई की जाएगी.
नोट- ईटीवी भारत इस वीडियो के स्थान की पुष्टि नहीं करता है. इस वीडियो को बजरंग दल के प्रदेश संयोजक अनुज वालिया ने अपने सोशल मीडिया पर शेयर किया है.