भरतपुर : राजस्थान में पंचायती राज चुनाव के बाद अब सियासी जोड़तोड़ का सिलसिला शुरू हो गया है. इसी के तहत शनिवार मध्य रात्रि करीब 2 बजे नदबई विधायक जोगिंदर अवाना (Joginder Singh Awana) क्षेत्र के तलछेरा गांव में एक पंचायत समिति सदस्य को अपने पाले में करने के लिए पुलिस बल के साथ उसे उठाने पहुंचे.
हालांकि ग्रामीणों का जबरदस्त विरोध देखकर वे उल्टे पांव लौट आए. इस पूरी घटना का वीडियो तेजी से वायरल (Video Viral) हो रहा है. जानकारी के अनुसार शनिवार मध्य रात्रि 2 बजे नदबई विधायक जोगिंदर अवाना पुलिस बल के साथ तलछेरा गांव जा पहुंचे.
रात को करीब 15-20 पुलिस वाले और तीन चार गाड़ियों की आने की सूचना पाकर पूरा गांव जाग गया और ग्रामीणों की भीड़ इकट्ठा हो गई. जैसे ही ग्रामीणों को पता चला कि गांव के विजेता पंचायत समिति सदस्य को बाड़ेबंदी के लिए नदबई विधायक अवाना और पुलिस उठाने आई है तो ग्रामीणों में रोष फैल गया.
फिर ग्रामीण विरोध करने लगे और करीब एक घंटे तक चले घटनाक्रम में ग्रामीणों ने विधायक और पुलिस को कामयाब नहीं होने दिया. वायरल हुए वीडियो में एक गाड़ी में विधायक जोगिंदर अवाना बैठे हैं. वीडियो में ग्रामीण जबरदस्त विरोध देखकर अवाना व पुलिस खाली हाथ लौटते हुए नजर आ रहे हैं.
क्या बोले विधायक
ईटीवी भारत के संवाददाता से बातचीत में विधायक ने अलग ही तर्क दिया. उन्होंने भाजपा पर आरोप लगाते हुए कहा कि हम बाड़ेबंदी के लिए जीते हुए प्रत्याशी को उठाने नहीं बल्कि भाजपा से बचाने गए थे. इसलिए हम वहां पुलिस को लेकर पहुंचे लेकिन गलतफहमी के कारण ग्रामीणों ने हमारा विरोध किया.
भरतपुर में उठापटक
भरतपुर जिला परिषद चुनाव में किसी भी पार्टी को पूर्ण बहुमत नहीं मिला है. भरतपुर में भारतीय जनता पार्टी के सर्वाधिक 17 जिला परिषद मेंबर चुने गए हैं. कांग्रेस पार्टी के 14 जिला परिषद मेंबर चुने गए हैं. भरतपुर में 4 निर्दलीय और 2 बसपा के जिला परिषद सदस्य भी चुनाव जीते हैं. ऐसे में जिस पार्टी को निर्दलीयों का समर्थन मिलेगा, वही पार्टी अपना जिला प्रमुख बना लेगी. ऐसे में अब भरतपुर में सियासी उठापटक शुरू हो गई है.