कोलकाता : बांग्लादेश के गृह मंत्री असदुज्जमां खान कमाल ने दावा किया कि उनके देश में हो रही हिंसा अगले आम चुनाव से पहले शांति भंग करने पर केंद्रित है. बांग्लादेश में 2023 के अंत में आम चुनाव होगा.
खान कमाल ने एजेंसी से फोन पर हुई बातचीत में कहा कि बांग्लादेश में हिंसा भड़काने के दोषियों की धरपकड़ के लिए जांच जारी है. उन्होंने हिन्दुओं पर हमलों में बीएनपी-जमात तत्वों की मिलीभगत की संभावना से इनकार नहीं किया.
खान कमाल ने कहा कि हमने स्थिति से निपटने के लिए कड़ी कार्रवाई की है. जांच चल रही है और किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा. मैं आपको आश्वस्त करना चाहता हूं कि हमारे देश के सांप्रदायिक सद्भाव की हर कीमत पर रक्षा की जाएगी. अल्पसंख्यक और बहुसंख्यक समुदाय दोनों ही इस देश के नागरिक हैं तथा उनकी रक्षा की जाएगी.
मंत्री ने कहा कि बांग्लादेश गड़गबड़ी करने वालों को उनके इरादों में कामयाब नहीं होने देगा. उन्होंने कहा कि ये घटनाएं देश की छवि खराब करने और अगले आम चुनाव से पहले तनाव उत्पन्न करने पर केंद्रित हैं लेकिन ऐसा करने वाली ताकतों को सफल नहीं होने दिया जाएगा.
ढाका से करीब 100 किलोमीटर दूर स्थित कुमिल्ला में एक दुर्गा पूजा पंडाल में कथित ईशनिंदा को लेकर बांग्लादेश के कई हिस्सों में हिंसा भड़क उठी थी जिसके बाद अनेक प्रभावित क्षेत्रों में अर्धसैनिक बल तैनात कर दिए गए. कुछ स्थानों पर पुलिस और कट्टरपंथियों के बीच भी झड़पें हुईं. मीडिया ने हिन्दू मंदिरों और दुर्गा पूजा स्थलों पर हमलों की खबरें भी दीं. झड़पों में कम से कम पांच लोगों के मारे जाने और दर्जनों अन्य के घायल होने की सूचना है.
यह उल्लेख करते हुए कि सैकड़ों लोगों को गिरफ्तार किया गया है, खान कमाल ने कहा कि चार दंगाइयों को पुलिस ने गोली से भी उड़ा दिया. उन्होंने कहा कि कोई भी शांतिप्रिय और धर्मपरायण हिंदू या मुसलमान कभी भी हिंसा में शामिल नहीं होगा. हम बीएनपी-जमात या किसी तीसरी ताकत के शामिल होने की संभावना से इनकार नहीं कर रहे हैं. वे हमारे देश की प्रगति को रोकने के लिए उन हमलों के पीछे हो सकते हैं. इसका मकसद अगले चुनाव से पहले शांति भंग करना भी हो सकता है.
खान कमाल ने जारी जांच को लेकर उम्मीद व्यक्त करते हुए कहा कि हमने कुमिल्ला में पूजा समितियों को पंडाल में सीसीटीवी कैमरे लगाने और निगरानी रखने के लिए स्वयंसेवकों को तैनात करने के लिए कहा था. लेकिन ऐसा नहीं किया गया. अल्पसंख्यकों की सुरक्षा पर भारत की चिंताओं को दूर करते हुए बांग्लादेश के मंत्री ने कहा कि सरकार स्थिति से प्रभावी ढंग से निपट रही है और जांच में जल्द प्रगति की उम्मीद है.
उन्होंने कहा कि हमें लगता है कि यहां अल्पसंख्यकों के बारे में चिंतित होने की कोई आवश्यकता नहीं है क्योंकि हम स्थिति से प्रभावी ढंग से निपट रहे हैं और उनकी रक्षा के लिए हरसंभव प्रयास कर रहे हैं. अल्पसंख्यकों पर इस तरह के हमले दूसरे देशों में भी हो रहे हैं. यह पूछे जाने पर कि क्या हमलों का संबंध अफगानिस्तान में तालिबान का कब्जा होने से उत्साहित कट्टरपंथी ताकतों के नए सिरे से उभार से है, खान कमाल ने कहा कि नहीं.
उन्होंने कहा कि इसका तालिबान के उदय से कोई लेना-देना नहीं है. अफगानिस्तान बांग्लादेश से एक हजार मील से अधिक दूर है और हमारे देश के लोगों को इसकी परवाह नहीं है. बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने पिछले हफ्ते कहा था कि सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने की कोशिश करने वालों पर फिर से कार्रवाई की जाएगी.
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उन्होंने यह भी कहा था कि षड्यंत्रकारियों को ढूंढ़ निकाला जाएगा और उन्हें दंडित किया जाएगा. विदेश मंत्रालय ने उल्लेख किया है कि पड़ोसी देश में सरकार ने स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए तुरंत कार्रवाई की है और कहा कि भारतीय मिशन इस मामले पर बांग्लादेशी अधिकारियों के साथ संपर्क में है.
(पीटीआई-भाषा)