देहरादून (उत्तराखंड): तमिलनाडु में हुई नेशनल पावर लिफ्टिंग चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीतने के बाद उत्तराखंड की बेटी विनीता नौटियाल ने अपनी जीत का जश्न मनाया. इस दौरान शुभचिंतकों और परिजनों ने केक काटकर विनीता नौटियाल को बधाई दी.
ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए विनीता नौटियाल ने बताया कि वह 2 बच्चों की मां हैं. मास्टर कैटेगरी में पावर लिफ्टिंग करती हैं. उन्हें घर से पूरा सपोर्ट मिलता है. उन्होंने जो गोल्ड मेडल जीता है, उसके लिए उन्होंने पूरा श्रेय अपने कोच सतीश भंडारी और अपने परिवार को दिया है.
जहां महिलाएं छोड़ देती हैं उम्मीद, वहां विनिता ने शुरू की पावर लिफ्टिंग: विनीता नौटियाल ने बताया कि महिलाओं के लिए घर परिवार के साथ खेल गतिविधियां करना कठिन होता है. उन्होंने कहा कि खासतौर से मास्टर कैटेगरी में जहां पर महिलाएं पूरी तरह से अपनी उम्मीदें छोड़ देती हैं, वहीं मोटिवेशन बहुत जरूरी है.
इस उम्र में आकर महिलाएं पूरी तरह से शरीर से कमजोर हो जाती हैं. बॉडी बिल्डिंग और पावर लिफ्टिंग जैसे कंपटीशन में भाग लेना और उसे जीतना एक महिला के लिए सच में बेहद चुनौती भरा होता है. इसके बावजूद भी वह अच्छा कर रही है, इस बात की उन्हें खुशी है.
ये भी पढ़ें: Uttarakhand: थायरॉइड के चलते ज्वॉइन किया था जिम, आज हैं बॉडीबिल्डिंग चैंपियन, पढ़ें प्रतिभा की संघर्ष भरी कहानी
कोच ने विनीता की सफलता पर जताई खुशी: इस मौके पर विनीता नौटियाल ने अपने कोच सतीश भंडारी का भी आभार व्यक्त किया, जिन्होंने उन्हें ट्रेनिंग दी थी. वहीं इस मौके पर विनीता नौटियाल के कोच सतीश भंडारी ने भी उनको शुभकामनाएं दी.
कोच ने आगे के कंपटीशन के लिए बेहतर प्रदर्शन की कामना की. उन्होंने विनीता नौटियाल के साथ-साथ पहाड़ की उन सभी बेटियों से आगे बढ़ने की अपील की है जो कि अपने शरीर को मजबूत बनाने और शारीरिक क्षमताओं को बढ़ाने के लिए प्रयास कर रही हैं.
सतीश भंडारी ने कहा कि वह विनीता नौटियाल की हिम्मत की दाद देते हैं. विनीता ने उस उम्र में मेहनत करना शुरू किया जब महिलाएं ऐसा सपना देखना भी छोड़ देती हैं.