चमोली: उत्तराखंड में कुदरत के कहर के आगे सब बेबस नजर आ रहे हैं. हर ओर तबाही का मंजर ही देखने को मिल रहा है. कुदरत की मार की ऐसी ही कुछ तस्वीरें चमोली जिले के थराली से सामने आई हैं. यहां आपदा में सड़कें गायब हो गई और अब ग्रामीण लोहे के खभों के सहारे खतरनाक रास्तों को पार कर रहे हैं.
दरअसल, बीती 13 अगस्त को ब्रह्मताल से ऊपरी क्षेत्र में कहीं बादल फटने से नाला उफान पर आ गया था. नाले के तेज बहाव में देवाल वाण मोटर मार्ग का 100 मीटर से अधिक हिस्सा पूरी तरह तबाह हो गया था, यानी गायब हो गया था. इस रास्ते के खत्म होने के बाद सबसे ज्यादा दिक्कतें ग्रामीणों को उठानी पड़ रही हैं.
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रास्ते खत्म होने के बाद प्रशासन ने मुस्तैदी दिखाते हुए उपजिलाधिकारी थराली रविन्द्र जुवाठा के नेतृत्व में जिला आपदा रेस्क्यू टीम ने लोहे के पोल डालकर ग्रामीणों की आवाजाही के लिए रास्ता तैयार किया. ताकि वाण जैसे अन्य गांवों के लिए खाद्यान्न का संकट न उभर सके.
इतना ही नहीं इस जगह का एक और वीडियो सामने आया है, जिसमें कुछ लोग गर्भवती महिला को इसी लोहे के पोल के सहारे रास्ता पार करके ले जा रहे हैं. वाण के जिला पंचायत सदस्य कृष्णा बिष्ट और लाटू धाम मंदिर समिति के अध्यक्ष कृष्णा बिष्ट ने बताया कि ग्रामीणों ने जान जोखिम में डालकर जैसे-तैसे महिला को अस्पताल तक पहुंचाया. इस तरह की तस्वीरें और वीडियो देखकर आप अंदाजा लग सकते हैं कि कुदरत के कहर के आगे सब किस तरह बेबस नजर आ रहे हैं और रोजमर्रा के कामों के लिए भी उन्हें किस तरह के जूझना पड़ रहा है.