नई दिल्ली : अपने आप को धार्मिक गुरु बताने वाले स्वामी नित्यानंद की शिष्या विजयप्रिया नित्यानंद सुर्खियों में है. उसकी कई तस्वीरें सोशल मीडिया पर पोस्ट की गई हैं. इसमें वह दुनिया के दूसरे देशों के प्रतिनिधियों के साथ नजर आ रही है. आखिर कौन है विजयप्रिया और क्या है नित्यानंद से उसका रिश्ता और वह संयुक्त राष्ट्र में क्या कर रही है, जानिए सबकुछ.
आपको बता दें कि विजयप्रिया नित्यानंद अपने आप को स्वामी नित्यानंद की शिष्या बताती है. दरअसल, स्वामी नित्यानंद ने कुछ सालों पहले 'द यूनाइटेड नेशन कैलासा' नाम के एक अलग देश स्थापित करने का दावा किया था. उसने उसे कथित तौर पर एक हिंदू राष्ट्र घोषित किया था. कैलासा इक्वाडोर के पास स्थित एक आईलैंड है. नित्यानंद का दावा है कि उसने इस द्वीप को खरीद लिया है. उसका दावा है कि वह हिंदुओं की रक्षा करता है. कैलासा के बारे में जो जानकारी सोशल मीडिया पर उपलब्ध है, उसके अनुसार वहां पर तमिल, इंगलिश और संस्कृत बोली जाती है. उसने अपना नेशनल एनिमल नंदी, नेशनल फ्लावर लोटस, नेशनल ट्री बनियान और नेशनल फ्लैग ऋषभ ध्वज को बताया है. नित्यानंद वही शख्स है, जिस पर रेप के आरोप लगे थे. इसके बाद 2019 में नित्यानंद भारत से फरार हो गया था. वह मूल रूप से तमिलनाडु का रहने वाला है.
विजयप्रिया का दावा
विजयप्रिया का दावा है कि वह कैलासा के प्रतिनिधि के तौर पर संयुक्त राष्ट्र में है. उसने अपने आपको कैलासा का स्थायी प्रतिनिधि बताया है. वह जेनेवा में एक बैठक में भाग लेने आई थी. उसने यूएन की इकोनोमिक, सोशल और कल्चरल राइट्स कमेटी की बैठक में हिस्सा लिया. इस दौरान उसने यह भी आरोप लगाया कि नित्यानंद को प्रताड़ित करने की कोशिश की जा रही है. यूएन से जब यह पूछा गया कि क्या सचमुच में विजयप्रिया कैलासा की स्थायी प्रतिनिधि है, तब यूएन ने इसे गलत खबर बताया है. यूएन के डॉक्यूमेंट के मुताबिक विजयप्रिया एक एनजीओ के प्रतिनिधि के तौर पर बैठक में हिस्सा लेने आई थी. संयुक्त राष्ट्र ने यह भी साफ कर दिया है कि उसने कैलासा को एक देश के तौर पर मान्यता नहीं दी है.
अगर विजयप्रिया की तस्वीरों पर गौर करेंगे, तो पाएंगे कि उसके हाथों पर एक टैटू बना है. वह टैटू नित्यानंद का है. सोशल मीडिया पर जो प्रोफाइल उपलब्ध है, उसके अनुसार विजयप्रिया ने अमेरिका के मैनिटोबा यूनिवर्सिटी से बीएससी किया है. उसमें यह भी लिखा है कि विजयप्रिया हिंदी, अंग्रेजी, क्रियोल और पिजिन भाषा जानती है. गौरतलब है कि नित्यानंद जिनका असली नाम राजशेखरन है, तमिलनाडु के मूल निवासी हैं. 2000 के दशक की शुरुआत में बेंगलुरु के पास एक आश्रम की स्थापना के बाद वह सुर्खियों में आए. उनके उपदेश मोटे तौर पर ओशो रजनीश के उपदेशों पर आधारित होते हैं. 2010 में, एक अभिनेत्री के साथ आपत्तिजनक स्थिति में उनका एक वीडियो वायरल होने के बाद नित्यानंद ने सुर्खियां बटोरीं.
स्वामी नित्यानंद पर आरोप
स्वामी नित्यानंद पर कई बार गंभीर आरोप लग चुके हैं. 2010 में नित्यानंद का एक वीडियो टेप सामने आया था. इसमें वह एक एक्ट्रेस के साथ दिख रहा था. विवाद बढ़ा तो नित्यानंद ने बताया कि वह नपुंसक है और वह उस समय एक्टर को योग सिखा रहा था. इस मामले में हिमाचल प्रदेश के सोलन में मामला दर्ज कराया गया था. उन्हें गिरफ्तार भी किया गया था. बाद में उसे बेल मिल गई. अमेरिकी मूल की एक महिला ने भी नित्यानंद पर शोषण करने के आरोप लगाए थे. वह 2019 में भारत से भागे नित्यानंद ने कैलासा नामक स्थान पर अपना आश्रम स्थापित किया. "कैलासा" का सटीक स्थान स्पष्ट नहीं है, लेकिन कथित तौर पर यह मध्य अमेरिका के प्रशांत तट से दूर एक द्वीप पर स्थित है. कहा जाता है कि काउंटी का अपना पासपोर्ट, झंडा और यहां तक कि 'रिजर्व बैंक ऑफ कैलाशा' नाम का एक बैंक भी है. कैलासा की वेबसाइट के अनुसार, 100 मिलियन आदि शैव हिंदू और दो बिलियन अभ्यास करने वाले हिंदू हैं. देश में बोली जाने वाली भाषाएं अंग्रेजी, संस्कृत और तमिल हैं और प्रचलित धर्म सनातन हिंदू धर्म है.
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