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इंजीनियर के घर छापे में मिले इतने नोट कि गिनने के लिए मंगानी पड़ी मशीन

बिहार में एक इंजीनियर के आवास पर विजिलेंस ने छापा मारा. विजिलेंस टीम को यहां इतनी ज्यादा नकदी मिली कि नोट गिनने के लिए उसे मशीन मंगानी पड़ी. पढ़िए बिहार के इस इंजीनियर के बारे में पूरी खबर.

60 लाख से अधिक कैश बरामद
60 लाख से अधिक कैश बरामद
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Published : Aug 13, 2021, 5:29 PM IST

पटना : आय से अधिक संपत्ति मामले में विजिलेंस टीम ने पथ निर्माण विभाग के कार्यपालक अभियंता (Executive Engineer) अभियंता रवींद्र कुमार (Ravindra Kumar) के आवास पर शुक्रवार को छापा मारा. टीम वहां मिली बेहिसाब नकदी देखकर हैरान रह गई. पटना के पुनाइचक मोहल्ले में इंजीनियर के घर की तलाशी जारी है. विजिलेंस विभाग के अधिकारियों का कहना है कि तलाशी में अब तक 60 लाख से अधिक कैश, जेवर, जमीन के 8-10 कागजात समेत अन्य सामानों की बरामदगी हुई है. कागजातों में 30 के करीब बैंक पासबुक, बीमा-जमीन के 10 पॉलिसी समेत कई अन्य दस्तावेज मिले हैं.

पहले घंटे की तलाशी में ही 60 लाख रुपये कैश और अन्य सामान मिले हैं. कैश मिलान के लिए बैंक से नोट गिनने की मशीन मंगवाई गई है. डीएसपी सर्वेश सिंह छापेमारी अभियान का नेतृत्‍व कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि फिलहाल छापेमारी जारी है, नगद व अन्‍य चीजें बढ़ सकती हैं. बता दें कि पथ निर्माण विभाग के कार्यपालक अभियंता जो हाजीपुर में पदस्थापित रहा है. हाल ही में उसका स्थानांतरण पुल निर्माण निगम में हुआ है.

कितनी मिली रकम देखें वीडियो

बताया जाता है कि इंजीनियर रवींद्र कुमार पर निगरानी टीम की काफी दिनों से नजर थी. निगरानी टीम ने सबूतों को इकट्ठा किया और फिर जब टीम ने छापेमारी की तो इनके पास आय से अधिक संपत्ति निकली.

निगरानी विभाग के अधिकारी का कहना है कि 'कार्यपालक अभियंता पर आय से अधिक मामले में निगरानी में एफआईआर दर्ज की गई थी, जिसके बाद आज उनके आवास पर छापेमारी चल रही है. अभी तक 60 लाख से अधिक की राशि सहित अन्य कागजात जब्त किए जा चुके हैं. नोटों की गिनती की जा रही है. मामले की जांच भी जारी है.'

विधायक का रिश्तेदार है इंजीनियर!

इंजीनियर रवींद्र कुमार के बारे में बताया जाता है कि वह भाजपा कोटे से मंत्री रहे और वर्तमान में विधायक का रिश्तेदार है. जानकारी के अनुसार वह पूर्व मंत्री का दूर का दामाद है. बता दें कि पूर्व मंत्री के एक और खासमखास कार्यपालक अभियंता के ठिकानों पर दो साल पहले भी छापेमारी हुई थी, जिसमें करोड़ों रुपये जब्त किए गए थे.

सूत्र बताते हैं कि पुल निर्माण विभाग के इंजीनियर की विभाग में काफी चलती थी. हमेशा महत्वपूर्ण जगह पर पोस्टिंग मिलती थी. और इसी का फायदा उठाकर वह मोटी रकम रिश्वत के रूप में वसूलता था.

इन नंबरों पर की जा सकती है शिकायत

बिहार में भ्रष्टाचार से जुड़े मामलों पर नकेल कसने और आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने वाले सरकारी कर्मचारियों पर निगरानी अन्वेषण ब्यूरो कार्रवाई करता है. इसके लिए 24 घंटा काम करने वाला हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया गया है. निगरानी अन्वेषण ब्यूरो द्वारा जारी किया गया हेल्पलाइन नंबर 0612- 2215344 और मोबाइल नंबर-776595326 है.

भ्रष्टाचार के आरोप में इस साल 13 मामले दर्ज हुए

निगरानी अन्वेषण ब्यूरो की मानें तो कोरोना काल के मद्देनजर साल 2021 में अब तक 13 सरकारी कर्मचारियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है, जिसमें से 11 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. आय से अधिक संपत्ति मामले में 3 मामले दर्ज हैं. पद का दुरुपयोग कर भ्रष्टाचार के 2 केस दर्ज हैं. ट्रैप कांड में गिरफ्तारी 11 हैं. समर्पित आरोप पत्र 14 हैं. वहीं, निगरानी अन्वेषण ब्यूरो द्वारा ट्रैप कांड की राशि 3 लाख 98 हजार 300 अब तक जब्त की गई है.

पढ़ें- घूस लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा गया साउथ एमसीडी का अधिकारी, ऐसे हुई गिरफ्तारी

पटना : आय से अधिक संपत्ति मामले में विजिलेंस टीम ने पथ निर्माण विभाग के कार्यपालक अभियंता (Executive Engineer) अभियंता रवींद्र कुमार (Ravindra Kumar) के आवास पर शुक्रवार को छापा मारा. टीम वहां मिली बेहिसाब नकदी देखकर हैरान रह गई. पटना के पुनाइचक मोहल्ले में इंजीनियर के घर की तलाशी जारी है. विजिलेंस विभाग के अधिकारियों का कहना है कि तलाशी में अब तक 60 लाख से अधिक कैश, जेवर, जमीन के 8-10 कागजात समेत अन्य सामानों की बरामदगी हुई है. कागजातों में 30 के करीब बैंक पासबुक, बीमा-जमीन के 10 पॉलिसी समेत कई अन्य दस्तावेज मिले हैं.

पहले घंटे की तलाशी में ही 60 लाख रुपये कैश और अन्य सामान मिले हैं. कैश मिलान के लिए बैंक से नोट गिनने की मशीन मंगवाई गई है. डीएसपी सर्वेश सिंह छापेमारी अभियान का नेतृत्‍व कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि फिलहाल छापेमारी जारी है, नगद व अन्‍य चीजें बढ़ सकती हैं. बता दें कि पथ निर्माण विभाग के कार्यपालक अभियंता जो हाजीपुर में पदस्थापित रहा है. हाल ही में उसका स्थानांतरण पुल निर्माण निगम में हुआ है.

कितनी मिली रकम देखें वीडियो

बताया जाता है कि इंजीनियर रवींद्र कुमार पर निगरानी टीम की काफी दिनों से नजर थी. निगरानी टीम ने सबूतों को इकट्ठा किया और फिर जब टीम ने छापेमारी की तो इनके पास आय से अधिक संपत्ति निकली.

निगरानी विभाग के अधिकारी का कहना है कि 'कार्यपालक अभियंता पर आय से अधिक मामले में निगरानी में एफआईआर दर्ज की गई थी, जिसके बाद आज उनके आवास पर छापेमारी चल रही है. अभी तक 60 लाख से अधिक की राशि सहित अन्य कागजात जब्त किए जा चुके हैं. नोटों की गिनती की जा रही है. मामले की जांच भी जारी है.'

विधायक का रिश्तेदार है इंजीनियर!

इंजीनियर रवींद्र कुमार के बारे में बताया जाता है कि वह भाजपा कोटे से मंत्री रहे और वर्तमान में विधायक का रिश्तेदार है. जानकारी के अनुसार वह पूर्व मंत्री का दूर का दामाद है. बता दें कि पूर्व मंत्री के एक और खासमखास कार्यपालक अभियंता के ठिकानों पर दो साल पहले भी छापेमारी हुई थी, जिसमें करोड़ों रुपये जब्त किए गए थे.

सूत्र बताते हैं कि पुल निर्माण विभाग के इंजीनियर की विभाग में काफी चलती थी. हमेशा महत्वपूर्ण जगह पर पोस्टिंग मिलती थी. और इसी का फायदा उठाकर वह मोटी रकम रिश्वत के रूप में वसूलता था.

इन नंबरों पर की जा सकती है शिकायत

बिहार में भ्रष्टाचार से जुड़े मामलों पर नकेल कसने और आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने वाले सरकारी कर्मचारियों पर निगरानी अन्वेषण ब्यूरो कार्रवाई करता है. इसके लिए 24 घंटा काम करने वाला हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया गया है. निगरानी अन्वेषण ब्यूरो द्वारा जारी किया गया हेल्पलाइन नंबर 0612- 2215344 और मोबाइल नंबर-776595326 है.

भ्रष्टाचार के आरोप में इस साल 13 मामले दर्ज हुए

निगरानी अन्वेषण ब्यूरो की मानें तो कोरोना काल के मद्देनजर साल 2021 में अब तक 13 सरकारी कर्मचारियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है, जिसमें से 11 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. आय से अधिक संपत्ति मामले में 3 मामले दर्ज हैं. पद का दुरुपयोग कर भ्रष्टाचार के 2 केस दर्ज हैं. ट्रैप कांड में गिरफ्तारी 11 हैं. समर्पित आरोप पत्र 14 हैं. वहीं, निगरानी अन्वेषण ब्यूरो द्वारा ट्रैप कांड की राशि 3 लाख 98 हजार 300 अब तक जब्त की गई है.

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