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अलाई बलाई-2021 : उपराष्ट्रपति नायडू, दो राज्यों के राज्यपाल समेत कई हस्तियां हुईं शामिल

अलाई बलाई-2021 कार्यक्रम में उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू सहित तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, हरियाणा और हिमाचल प्रदेश के राज्यपालों ने शिरकत की. यह एक गैर राजनीतिक वार्षिक कार्यक्रम है, जो पहली बार साल 2005 में आयोजित किया गया था.

Alai Balai
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Published : Oct 17, 2021, 4:12 PM IST

Updated : Oct 17, 2021, 9:08 PM IST

हैदराबाद : गैर राजनीतिक वार्षिक कार्यक्रम 'अलाई बलाई' का आयोजन हैदराबाद में किया गया. हरियाणा के राज्यपाल दत्तात्रेय की पुत्री विजयलक्ष्मी ने अतिथियों की मेजबानी की. उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू, तेलंगाना के राज्यपाल डॉ. तमिलिसाई सुंदरराजन, हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ अलाई-बलाई में शामिल हुए. आमतौर पर इस दौरान लोग एक दूसरे को गले मिलकर बधाइयां देते हैं लोकिन इस बार कोरोना महामारी को देखते हुए अलाई बलाई में गले मिलकर नहीं मनाया गया.

अलाई बलाई-2021

दरअसल, अलाई बलाई कार्यक्रम की अवधारणा दत्तात्रेय ने पेश की थी. विभिन्न पृष्ठभूमि के लोगों को साथ लाने के लिये 2005 से हर साल दशहरा के अवसर पर इसका आयोजन किया जाता है. अलाई-बलाई के मौके पर उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने कोरोना महामारी के मद्देनजर लोगों को जागरूक करने को लेकर कई लोगों को सम्मानित किया. उन्होंने कहा कि सभी को राज्य और केंद्र सरकारों के महामारी दिशानिर्देशों का पालन करना चाहिए.

उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने इस कार्यक्रम में कृष्णा एला, डॉक्टर रेड्डी लैब प्रमुख प्रसाद रेड्डी, पवन कल्याण, एआईजी चेयरमैन डॉ. नागेश्वर रेड्डी, बायोलॉजिकल-ई एमडी महिमा दातला, विष्णु और कविता को सम्मानित किया.

उपराष्ट्रपति नायडू ने कहा कि बंडारू दत्तात्रेय गत 14 साल से इस कार्यक्रम का आयोजन कर रहे हैं. उन्होंने कहा, तेलंगाना की संस्कृति और परंपराएं हमेशा मेरे दिल के करीब हैं. भाषा और पहनावे के बावजूद हम सभी भारतीय हैं. उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने कहा कि देश की बहुलवादी संस्कृति में, विभिन्न सामाजिक विभाजनों से परे जाकर लोगों को एकजुट करने की शक्ति है.

उन्होंने दशहरा उत्सव के तहत आयोजित वार्षिक सांस्कृतिक कार्यक्रम 'अलाई बलाई' में भाग लेते हुए युवाओं को परंपरा, संस्कृति के बारे में जागरूक होने तथा विविधता में एकता को बनाए रखने के लिए प्रोत्साहित करने का आह्वान किया.

उन्होंने महान नेताओं की विरासत का सम्मान करने और बहुलवादी संस्कृति की रक्षा के लिए उनके जीवन से प्रेरणा लेने का आह्वान किया.

गौरतलब है कि अलाई-बलाई 2021 में जन सेना प्रमुख पवन कल्याण, भारत बायोटेक के अध्यक्ष कृष्णा एला, भाजपा ओबीसी मोर्चा के अध्यक्ष लक्ष्मण, एमएए अध्यक्ष विष्णु, सिने अभिनेता कोटा श्रीनिवास राव ने भी भाग लिया.

यह भी पढ़ें- 17 अक्टूबर को अलाई बलाई कार्यक्रम का आयोजन

अलाई-बलाई के मौके पर राज्यपाल तमिलिसाई ने सांस्कृतिक कार्यक्रमों की शुरुआत की. वेंकैया नायडू ने दुर्गा मठ और जैमी चेट्टू की पूजा में भाग लिया. आयोजन की सुरक्षा व्यवस्था हैदराबाद के पुलिस कमिश्नर अंजनी कुमार ने संभाली.

हैदराबाद : गैर राजनीतिक वार्षिक कार्यक्रम 'अलाई बलाई' का आयोजन हैदराबाद में किया गया. हरियाणा के राज्यपाल दत्तात्रेय की पुत्री विजयलक्ष्मी ने अतिथियों की मेजबानी की. उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू, तेलंगाना के राज्यपाल डॉ. तमिलिसाई सुंदरराजन, हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ अलाई-बलाई में शामिल हुए. आमतौर पर इस दौरान लोग एक दूसरे को गले मिलकर बधाइयां देते हैं लोकिन इस बार कोरोना महामारी को देखते हुए अलाई बलाई में गले मिलकर नहीं मनाया गया.

अलाई बलाई-2021

दरअसल, अलाई बलाई कार्यक्रम की अवधारणा दत्तात्रेय ने पेश की थी. विभिन्न पृष्ठभूमि के लोगों को साथ लाने के लिये 2005 से हर साल दशहरा के अवसर पर इसका आयोजन किया जाता है. अलाई-बलाई के मौके पर उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने कोरोना महामारी के मद्देनजर लोगों को जागरूक करने को लेकर कई लोगों को सम्मानित किया. उन्होंने कहा कि सभी को राज्य और केंद्र सरकारों के महामारी दिशानिर्देशों का पालन करना चाहिए.

उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने इस कार्यक्रम में कृष्णा एला, डॉक्टर रेड्डी लैब प्रमुख प्रसाद रेड्डी, पवन कल्याण, एआईजी चेयरमैन डॉ. नागेश्वर रेड्डी, बायोलॉजिकल-ई एमडी महिमा दातला, विष्णु और कविता को सम्मानित किया.

उपराष्ट्रपति नायडू ने कहा कि बंडारू दत्तात्रेय गत 14 साल से इस कार्यक्रम का आयोजन कर रहे हैं. उन्होंने कहा, तेलंगाना की संस्कृति और परंपराएं हमेशा मेरे दिल के करीब हैं. भाषा और पहनावे के बावजूद हम सभी भारतीय हैं. उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने कहा कि देश की बहुलवादी संस्कृति में, विभिन्न सामाजिक विभाजनों से परे जाकर लोगों को एकजुट करने की शक्ति है.

उन्होंने दशहरा उत्सव के तहत आयोजित वार्षिक सांस्कृतिक कार्यक्रम 'अलाई बलाई' में भाग लेते हुए युवाओं को परंपरा, संस्कृति के बारे में जागरूक होने तथा विविधता में एकता को बनाए रखने के लिए प्रोत्साहित करने का आह्वान किया.

उन्होंने महान नेताओं की विरासत का सम्मान करने और बहुलवादी संस्कृति की रक्षा के लिए उनके जीवन से प्रेरणा लेने का आह्वान किया.

गौरतलब है कि अलाई-बलाई 2021 में जन सेना प्रमुख पवन कल्याण, भारत बायोटेक के अध्यक्ष कृष्णा एला, भाजपा ओबीसी मोर्चा के अध्यक्ष लक्ष्मण, एमएए अध्यक्ष विष्णु, सिने अभिनेता कोटा श्रीनिवास राव ने भी भाग लिया.

यह भी पढ़ें- 17 अक्टूबर को अलाई बलाई कार्यक्रम का आयोजन

अलाई-बलाई के मौके पर राज्यपाल तमिलिसाई ने सांस्कृतिक कार्यक्रमों की शुरुआत की. वेंकैया नायडू ने दुर्गा मठ और जैमी चेट्टू की पूजा में भाग लिया. आयोजन की सुरक्षा व्यवस्था हैदराबाद के पुलिस कमिश्नर अंजनी कुमार ने संभाली.

Last Updated : Oct 17, 2021, 9:08 PM IST
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