झुंझुनू. उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ रविवार को अपने एक दिवसीय दौरे पर झुंझुनू पहुंचे, जहां सबसे पहले उन्होंने लोहार्गल सूर्य मंदिर और रानी सती मंदिर में पूजा-अर्चना की. इस दौरान उपराष्ट्रपति के साथ उनकी धर्मपत्नी डॉ. सुदेश धनखड़ भी मौजूद रहीं. इसके बाद दोरासर स्थित सैनिक स्कूल पहुंचे उपराष्ट्रपति ने बच्चों के साथ संवाद किया और कहा कि फेल होने का डर आपकी ताकत को कम करता है. इसलिए असफलता का भय न रखें. आप जिस भी क्षेत्र में रुचि रखते हैं, उसमें खुलकर आगे बढ़ें. वहीं इसके बाद वो जयपुर गए, जहां उन्होंने सबसे पहले एसएमएस अस्पताल में इलाजरत कांग्रेस नेता रामेश्वर डूडी को देखा. इसके बाद अन्य कार्यक्रमों में शामिल हुए.
बच्चों को राज्यसभा बुलाएंगे उपराष्ट्रपति - उन्होंने अपने छात्र जीवन को याद करते हुए कहा कि वे हमेशा अपनी कक्षा में प्रथम आते थे. ऐसे में उन्हें डर लगने लगा था कि यदि वे प्रथम नहीं आए तो क्या होगा?. आज सोचते हैं कि प्रथम नहीं आकर दूसरे, तीसरे या फिर चौथे स्थान पर भी रहते तो भी ज्यादा फर्क नहीं पड़ता. आगे उन्होंने कहा कि वो सैनिक स्कूल के विद्यार्थियों के बैच को जल्द ही राज्यसभा की कार्यवाही देखने के लिए बुलाएंगे.
इससे पहले सैनिक स्कूल के प्रिंसिपल कर्नल अनुराग महाजन ने उपराष्ट्रपति का स्वागत किया. वहीं, उपराष्ट्रपति के झुंझुनू पहुंचने पर मुख्यमंत्री के सलाहकार व नवलगढ़ विधायक डॉ. राजकुमार शर्मा, जिला प्रमुख हर्षिनी कुल्हरी, नवलगढ़ प्रधान दिनेश सुंडा और जिला कलेक्टर डॉ. खुशाल ने उनका देवीपुरा स्थित हेलीपैड पर स्वागत किया. इसके बाद धनखड़ दंपती रानी सती मंदिर के लिए रवाना हुए, जहां उन्होंने विशेष पूजा-अर्चना की.
इसे भी पढ़ें - उपराष्ट्रपति का बड़ा बयान, कहा- संसद और विधानसभा में अशोभनीय घटनाएं चिंताजनक
जब पहली बार सैनिक स्कूल में प्रवेश लिया था - उपराष्ट्रपति ने कहा कि झुंझुनू सैनिक स्कूल में आने पर उन्हें वो दिन याद आ गए, जब वे पहली बार सैनिक स्कूल में बतौर विद्यार्थी आए थे. उन्होंने कहा कि वे एक गांव से निकलकर पहली बार शहर आए थे और सैनिक स्कूल की गुणवत्तापूर्ण शिक्षा ने उनकी जीवन की नींव रखी.
हर 6 माह में स्कूल की प्रगति में दिखेगा नया आयाम - उपराष्ट्रपति ने कहा- ''मैं वादा करता हूं कि झुंझनू सैनिक स्कूल की प्रगति में हर 6 महीने में नया आयाम देखने को मिलेगा.'' उन्होंने कहा- ''इस जिले ने सैन्य बलों को बड़ा योगदान दिया है.'' आगे उन्होंने चंद्रयान 3 अभियान की सफलता और देश की वैश्विक स्तर पर प्रगति का जिक्र करते हुए कहा कि वर्ष 2047 तक भारत विश्व का सिरमौर होगा.
इसे भी पढ़ें - उपराष्ट्रपति ने कहा- न्यायपालिका का सम्मान करते हैं, लेकिन पब्लिक प्लेटफॉर्म सही स्थान नहीं
कांग्रेस नेता रामेश्वर डूडी को देखने पहुंचे उपराष्ट्रपति - इसके बाद जयपुर पहुंचे उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने एसएमएस अस्पताल में इलाजरत कांग्रेस नेता रामेश्वर डूडी को देखा. डूडी का एसएमएस अस्पताल के बांगड़ विंग में न्यूरो सर्जरी हुई. वहीं, उपराष्ट्रपति ने डूडी का इलाज कर रहे डॉक्टर्स से भी बात की और उनसे उनके स्वास्थ्य की जानकारी ली. इस दौरान मौके पर प्रदेश के जलदाय मंत्री महेश जोशी और पूर्व राज्यसभा सांसद अश्क अली टांक मौजूद रहे.
स्वास्थ्य के क्षेत्र में राष्ट्रवाद - जयपुर स्थित राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान में विद्यार्थियों से संवाद करने पहुंचे उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कहा कि आज जीवन के हर क्षेत्र में राष्ट्रवाद को बढ़ावा देने की जरूरत है. स्वास्थ्य के क्षेत्र में राष्ट्रवाद की बात करते हुए उपराष्ट्रपति ने आयुर्वेद जैसी प्राचीन चिकित्सा पद्धतियों को अपनाने की अपील की. साथ ही आर्थिक क्षेत्र में राष्ट्रवाद को बढ़ाने की बात करते हुए उन्होंने कहा कि कुछ पैसे ज्यादा कमाने के लिए दीपावली के दीए या पतंग जैसी चीजें बाहर से मंगवाना उचित नहीं है. हमें हर हाल में देश को आगे रखना चाहिए.
दरअसल, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ रविवार को अपनी पत्नी डॉ. सुदेश धनखड़ और केंद्रीय आयुष राज्य मंत्री महेंद्र भाई मुंजपारा के साथ राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान पहुंचे थे. यहां उन्होंने संस्थान परिसर का दौरा किया और छात्रों की ओर से लगाई गई एग्जिबिशन भी देखी. साथ ही संस्थान परिसर में पौधारोपण करने के बाद मुख्य ऑडिटोरियम में छात्रों से संवाद किया.