बीकानेर: उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ (Vice President Jagdeep Dhankhar) रविवार को बीकानेर के मुकाम पहुंचे, जहां उन्होंने बिश्नोई समाज के खुले अधिवेशन में हिस्सा लिया. इस दौरान उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री चौधरी भजन लाल (Former Haryana Chief Minister Chaudhary Bhajanlal) की मूर्ति का अनावरण भी किया. इससे पहले नई दिल्ली से बीकानेर के एयरफोर्स स्टेशन पर विशेष विमान से पहुंचे. उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ की केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, अर्जुन मेघवाल, विधायक सुमित गोदारा सहित बीजेपी नेताओं ने अगवानी की. इस दौरान उपराष्ट्रपति के साथ ही एग्रो बोर्ड के चेयरमैन रामेश्वर डूडी भी दिल्ली से बीकानेर आए.
उपराष्ट्रपति ने की बिश्नोई समाज की तारीफ: उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने पर्यावरण संरक्षण और जीव दया को लेकर बिश्नोई समाज की तारीफ (Vice President praises Bishnoi samaj) की. साथ ही उन्होंने कहा कि अपने जीवनकाल में उन्होंने इस तरह का दृश्य नहीं देखा, जहां सामने लाखों की तादाद में बैठे लोग इस प्रकार से अनुशासन का पालन कर रहे हों.
गुरु जम्भेश्वर के बताए नियमों का करें अनुकरणीय: उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने गुरु जंभेश्वर (Vice President Dhankhar remembers Guru Jambheshwar) के बताए 29 नियमों और 120 शब्दों पर अपनी बातें रखीं. उन्होंने कहा कि समाज को उन्नत करने के साथ ही पर्यावरण संरक्षण और जीव दया को लेकर आज से सैकड़ों साल पहले उन महापुरुष ने जो बातें कहीं थी, वो आज महसूस कर रहे हैं. जबकि उस वक्त इस तरह की कोई परेशानी नहीं थी, लेकिन आज पूरी दुनिया पर्यावरण संकट से जूझ रही है. समाज को नशे से दूर रखने और दैनिक दिनचर्या को संतुलित रखने को लेकर गुरु जंभेश्वर भगवान के बताए 29 नियमों को लेकर उन्होंने कहा कि पूरी दुनिया की इन नियमों को अपनाने की जरूरत है.
चौधरी भजनलाल को किया याद: इस दौरान उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कहा कि आज मैं सही मायने में बहुत ज्यादा खुश हूं, क्योंकि चौधरी भजनलाल से मेरे बहुत घनिष्ठ संबंध रहे हैं. उनका सदैव मुझ पर आशीर्वाद रहा. इस दौरान उन्होंने चौधरी भजनलाल से जुड़े दो घटनाओं का जिक्र किया.
ओबीसी में शामिल करने की मांग: इस दौरान बिश्नोई महासभा के संरक्षक कुलदीप बिश्नोई ने समाज को ओबीसी में शामिल (Demand for inclusion of Bishnoi samaj in OBC) करने और जोधपुर के हवाई अड्डे को शहीद अमृता देवी के नाम पर रखने की मांग की. वहीं, कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, केंद्रीय मंत्री अर्जुन मेघवाल, कैलाश चौधरी, प्रदेश के पर्यावरण मंत्री सुखराम बिश्नोई, विधायक बिहारीलाल, बिश्नोई पब्बाराम बिश्नोई, अखिल भारतीय बिश्नोई महासभा के अध्यक्ष देवेंद्र बुड़िया मौजूद रहे.