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जेएनयू में ब्राह्मणों के खिलाफ लिखी गई अभद्र टिप्पणी मामले की होगी जांच : वीसी

जेएनयू के वीसी ने कहा है कि जिसने भी विश्विद्यालय का माहौल बिगाड़ने की कोशिश की है, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. वीसी ने कहा कि विवि प्रशासन पूरे मामले की जांच कर रहा है. दरअसल, जेएनयू में कुछ अज्ञात तत्वों द्वारा दीवारों भर जातिसूचक टिप्पणी की गई है. कैंपस के भीतर जगह-जगह दीवारों पर ब्राह्मणों और बनियों के खिलाफ नारे लिखे गए. इसके बाद पूरे मामले पर विवाद बढ़ गया.

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जेएनयू में दीवार पर कमेंट
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Published : Dec 2, 2022, 1:03 PM IST

Updated : Dec 2, 2022, 1:24 PM IST

नई दिल्ली : जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) की कुलपति प्रोफेसर शांतीश्री डी. पंडित ने जेएनयू में अज्ञात तत्वों द्वारा दीवारों और संकाय कक्षों को विकृत करने की घटना को गंभीरता से लिया . कैंपस के भीतर जगह-जगह दीवारों पर ब्राह्मणों और बनियों के खिलाफ नारे लिखे गए. जेएनयू के स्कूल ऑफ इंटरनेशनल स्टडीज की दीवारों पर असामाजिक तत्वों ने ब्राह्मण समुदाय के खिलाफ अमर्यादित नारे लिखे.

यहां लाल रंग से लिखा गया, 'ब्राह्मणों कैंपस छोड़ो' 'ब्राह्मणों-बनियों हम तुम्हारे लिए आ रहे हैं, तुम्हें बख्शा नहीं जाएगा' और 'शाखा लौट जाओ'. जेएनयू रजिस्ट्रार का कहना है कि विश्वविद्यालय, परिसर में इन बहिष्कारवादी प्रवृत्तियों की निंदा करता है. ऐसी घटनाओं को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा क्योंकि जेएनयू सबका है. विश्वविद्यालय की कुलपति के मुताबिक डीन, स्कूल ऑफ इंटरनेशनल स्टडीज और शिकायत कमेटी को जल्द से जल्द पूछताछ करने और रिपोर्ट देने के लिए कहा गया है.

एबीवीपी ने दी जानकारी

विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से रजिस्ट्रार का कहना है जेएनयू समावेश और समानता के लिए खड़ा है. वीसी कैंपस में किसी भी तरह की हिंसा के लिए जीरो टॉलरेंस पर जोर देती है. विश्वविद्यालय परिसर में जाति विशेष के खिलाफ लिखी गई इन बातों से कई छात्रों और छात्र संगठनों ने अपनी नाराजगी जाहिर की. वहीं विश्वविद्यालय में ब्राह्मणों और बनियों के खिलाफ लिखी सोशल मीडिया पर भी वायरल हो गई है.

छात्रों का कहना है कि कि जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के अंदर स्थित स्कूल ऑफ इंटरनेशनल स्टडीज की बिल्डिंग की दीवारें ब्राह्मण और बनिया समुदाय के खिलाफ अभद्र बातें लिखी हैं. विश्वविद्यालय प्रशासन ने अब दोषी व्यक्तियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की बात कही है.

विश्वविद्यालय की एक महिला प्रोफेसर के केबिन के दरवाजे पर भी 'शाखा लौट जाओ' का नारा लिखा गया है. जेएनयू के छात्र संगठनों की बात करें तो एबीवीपी के अध्यक्ष रोहित कुमार ने कहा कि हमारा संगठन इस प्रकार की अभद्र टिप्पणियों की घोर निंदा करता है. रोहित ने इस प्रकरण के लिए वामपंथी विचारधारा से जुड़े छात्रों को जिम्मेदार ठहराया और कहा कि उन्होंने ही जेएनयू की दीवारों पर यह अभद्र बातें लिखीं हैं.

अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद का कहना है कि विश्वविद्यालय की दीवारों पर लिखी गई इस प्रकार की आपत्तिजनक बातें ऑल इंडिया स्टूडेंट एसोसिएशन छात्रों द्वारा लिखी गई हैं. छात्र संगठन का कहना है कि वामपंथी विचारधारा से जुड़े छात्र और उनके समर्थक जेएनयू में कुछ प्रोफेसर्स को डराने के लिए ऐसी धमकी भरी टिप्पणी या लिख रहे हैं. छात्रों ने विश्वविद्यालय प्रशासन से इस मामले में तुरंत सख्त कार्रवाई की भी मांग की है.

वहीं, ऑल इंडिया स्टूडेंट एसोसिएशन से जुड़े छात्रों ने इस घटना में शामिल होने से इनकार किया है. जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय छात्र संगठन के सदस्य व पूर्व अध्यक्ष एन साईं बालाजी ने इन आरोपों से इनकार किया है. बालाजी ने उल्टा अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद पर आरोप लगाते हुए संदेह व्यक्त किया कि यह स्वयं एबीवीपी के कार्यकर्ताओं की हरकत हो सकती है.

(अतिरिक्त इनपुट-आईएएनएस)

नई दिल्ली : जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) की कुलपति प्रोफेसर शांतीश्री डी. पंडित ने जेएनयू में अज्ञात तत्वों द्वारा दीवारों और संकाय कक्षों को विकृत करने की घटना को गंभीरता से लिया . कैंपस के भीतर जगह-जगह दीवारों पर ब्राह्मणों और बनियों के खिलाफ नारे लिखे गए. जेएनयू के स्कूल ऑफ इंटरनेशनल स्टडीज की दीवारों पर असामाजिक तत्वों ने ब्राह्मण समुदाय के खिलाफ अमर्यादित नारे लिखे.

यहां लाल रंग से लिखा गया, 'ब्राह्मणों कैंपस छोड़ो' 'ब्राह्मणों-बनियों हम तुम्हारे लिए आ रहे हैं, तुम्हें बख्शा नहीं जाएगा' और 'शाखा लौट जाओ'. जेएनयू रजिस्ट्रार का कहना है कि विश्वविद्यालय, परिसर में इन बहिष्कारवादी प्रवृत्तियों की निंदा करता है. ऐसी घटनाओं को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा क्योंकि जेएनयू सबका है. विश्वविद्यालय की कुलपति के मुताबिक डीन, स्कूल ऑफ इंटरनेशनल स्टडीज और शिकायत कमेटी को जल्द से जल्द पूछताछ करने और रिपोर्ट देने के लिए कहा गया है.

एबीवीपी ने दी जानकारी

विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से रजिस्ट्रार का कहना है जेएनयू समावेश और समानता के लिए खड़ा है. वीसी कैंपस में किसी भी तरह की हिंसा के लिए जीरो टॉलरेंस पर जोर देती है. विश्वविद्यालय परिसर में जाति विशेष के खिलाफ लिखी गई इन बातों से कई छात्रों और छात्र संगठनों ने अपनी नाराजगी जाहिर की. वहीं विश्वविद्यालय में ब्राह्मणों और बनियों के खिलाफ लिखी सोशल मीडिया पर भी वायरल हो गई है.

छात्रों का कहना है कि कि जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के अंदर स्थित स्कूल ऑफ इंटरनेशनल स्टडीज की बिल्डिंग की दीवारें ब्राह्मण और बनिया समुदाय के खिलाफ अभद्र बातें लिखी हैं. विश्वविद्यालय प्रशासन ने अब दोषी व्यक्तियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की बात कही है.

विश्वविद्यालय की एक महिला प्रोफेसर के केबिन के दरवाजे पर भी 'शाखा लौट जाओ' का नारा लिखा गया है. जेएनयू के छात्र संगठनों की बात करें तो एबीवीपी के अध्यक्ष रोहित कुमार ने कहा कि हमारा संगठन इस प्रकार की अभद्र टिप्पणियों की घोर निंदा करता है. रोहित ने इस प्रकरण के लिए वामपंथी विचारधारा से जुड़े छात्रों को जिम्मेदार ठहराया और कहा कि उन्होंने ही जेएनयू की दीवारों पर यह अभद्र बातें लिखीं हैं.

अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद का कहना है कि विश्वविद्यालय की दीवारों पर लिखी गई इस प्रकार की आपत्तिजनक बातें ऑल इंडिया स्टूडेंट एसोसिएशन छात्रों द्वारा लिखी गई हैं. छात्र संगठन का कहना है कि वामपंथी विचारधारा से जुड़े छात्र और उनके समर्थक जेएनयू में कुछ प्रोफेसर्स को डराने के लिए ऐसी धमकी भरी टिप्पणी या लिख रहे हैं. छात्रों ने विश्वविद्यालय प्रशासन से इस मामले में तुरंत सख्त कार्रवाई की भी मांग की है.

वहीं, ऑल इंडिया स्टूडेंट एसोसिएशन से जुड़े छात्रों ने इस घटना में शामिल होने से इनकार किया है. जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय छात्र संगठन के सदस्य व पूर्व अध्यक्ष एन साईं बालाजी ने इन आरोपों से इनकार किया है. बालाजी ने उल्टा अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद पर आरोप लगाते हुए संदेह व्यक्त किया कि यह स्वयं एबीवीपी के कार्यकर्ताओं की हरकत हो सकती है.

(अतिरिक्त इनपुट-आईएएनएस)

Last Updated : Dec 2, 2022, 1:24 PM IST

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