अहमदाबाद : गुजरात में शनिवार को उत्तरायण उत्सव के मौके पर पतंग उड़ाने के लिए बड़ी संख्या में लोग अपने घर की छतों और खुले मैदानों में उमड़ पड़े. केंद्रीय मंत्री अमित शाह और मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल भी अपने परिवार के साथ इस उत्सव में शामिल हुए. इस मौके पर आसमान रंग-बिरंगी पतंगों से भर गया और लोगों ने संगीत सुनते हुए फाफड़ा-जलेबी, उंधियू और चिक्की जैसे व्यंजनों का आनंद लिया. दो साल कोविड-19 महामारी के कारण उत्सव नहीं मनाया गया था, लेकिन इस बार यह उत्सव कोरोना की वजह से प्रभावित नहीं हुआ है. इस बीच, मांझे से घायल होने या पतंग उड़ाते समय ऊंचाई से गिरने की कई घटनाएं भी सामने आई हैं.
पुलिस ने बताया कि मेहसाणा जिले के विसनगर शहर में तीन साल की बच्ची की तथाकथित ‘चीनी’ मांझे से गला कटने से मौत हो गयी. भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने अहमदाबाद के वेजलपुर इलाके में अपने परिवार, मित्रों तथा पार्टी नेताओं के साथ यह त्योहार मनाया. उन्होंने अपने परिवार के सदस्यों के साथ यहां जगन्नाथ मंदिर में पूजा-अर्चना की. बाद में वह और उनकी पत्नी वेजलपुर की एक आवासीय सोसाइटी गए जहां उन्होंने स्थानीय भाजपा नेताओं और समर्थकों के साथ एक इमारत की छत पर पतंग उड़ायी.
मुख्यमंत्री पटेल दरियापुर इलाके में गए और अपने पुराने दोस्तों तथा भाजपा कार्यकर्ताओं से मुलाकात की. उन्होंने वहां एक इमारत की छत से पतंग भी उड़ायी. गुजरात के गृह राज्यमंत्री हर्ष सांघवी ने अपने गृहनगर सूरत में परिवार और दोस्तों के साथ पतंग उड़ाते हुए यह त्योहार मनाया. इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, शाह, मुख्यमंत्री पटेल और गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने लोगों को बधाई दी. मोदी ने अपने ट्विटर हैंडल पर गुजराती में कहा, "आप सभी को शुभकामनाएं. ईश्वर करें पतंग का यह त्योहार आपके जीवन में खुशी और उत्साह लेकर आए, आप सभी के स्वस्थ रहने की कामना करता हूं."
शाह ने ट्वीट किया, ‘‘उत्तरायण के शुभ अवसर पर सभी को शुभकामनाएं. भगवान सूर्य नारायण सभी के जीवन में खुशी, शांति एवं समृद्धि लाएं." राज्यपाल ने अपने संदेश में मकर संक्रांति- उत्तरायण उत्सव के मौके पर लोगों से 'आपसी स्नेह, सद्भाव और सहानुभूति' रखने की अपील की. मकर संक्रांति के मौके पर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह शनिवार से दो दिन के गुजरात दौरे पर हैं. शनिवार सुबह वे परिवार के साथ अहमदाबाद के जगन्नाथ मंदिर पहुंचे. यहां पूजा-अर्चना के बाद साबरमती रिवरफ्रंट पर हो रहे काइट फेस्टिवल में कार्यकर्ताओं के साथ जमकर पतंगें भी उड़ाईं. पतंगबाजी के अलावा वे आज अहमदाबाद के कई सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भी शामिल हुए. वहीं, रविवार को गृहमंत्री गांधीनगर उत्तर विधानसभा क्षेत्र के बोदी अदाराज गांव में सहकारिता कार्यक्रम में शिरकत करेंगे.
बहरहाल, 108 आपात प्रबंधन सेवा ने दोपहर तक पतंग उड़ाने के दौरान जख्मी होने की 29 घटनाओं की जानकारी दी, जिसमें से 14 मामले अकेले अहमदाबाद में आए. ऊंचाई से लोगों के गिरने के 73 मामले भी सामने आए. अधिकारियों ने बताया कि सूरत शहर के लिम्बायत इलाके का कल्पेश ठाकोर (18) पतंग के मांझे से घायल हो गया और उसे अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा. जूनागढ़ जिले के मलिया हतीना तालुका में भाखरवाड़ बांध में डूबकर तीन युवक और एक युवती की मौत हो गई. एक अन्य युवक अब भी लापता है और स्थानीय तैराक उसकी तलाश में जुटे है.
उत्तरायण पर्व के दौरान कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए अहमदाबाद महानगर में 10 हजार पुलिसकर्मी तैनात कराये गए हैं. शहर के ज्यादातर इलाकों में सुबह छह बजे से एसआरपी की चार कंपनियां, आरपीएफ की एक टीम और छह हजार पुलिसकर्मी स्टैंड-बाई मोड पर रहे. इसके अलावा करीब 4000 होमगार्ड जवानों की ड्यूटी भी लगाई गई. पुलिस सार्वजनिक रूप से या छतों पर शराब पार्टी करने वाले लोगों पर विशेष नजर रखी. राजकोट में पीजीवीसीएल की तीन शिफ्ट तय की गई हैं. 21 अनुमंडलों में अभियंता की देखरेख में प्रति घंटा रिपोर्टिंग की गई. राउंड द क्लॉक स्टाफ तीन शिफ्ट में मौजूद रहे. पतंग की डोर से बिजली का तार कटने या आपूर्ति बाधित होने पर कोई बड़ी समस्या उत्पन्न न हो इसके लिए इस तरह की व्यवस्था की गई है. शनिवार और रविवार का वीकेंड होने की वजह से पतंग प्रेमियों का उत्साह दोगुना हो गया है. खाने-पीने का खास इंतजाम रहा. सूरत के दबगरवाड़, भागल कोटफिल रोड और नवसारी बाजार में देर रात तक भीड़ रही. कुछ युवकों ने शुक्रवार की शाम से ही डीजे की धून पर मस्ती की.