देहरादून : उत्तराखंड सरकार ने कांवड़ यात्रा (Uttarakhand Govt Kanwar Yatra) रद्द करने की घोषणा की है. कोरोना महामारी के कारण लगातार दूसरे साल कांवड़ यात्रा रद्द की गई है. बता दें कि हरिद्वार कांवड़ यात्रा (Haridwar Kanwar Yatra) पर उत्तराखंड सरकार पहले ही रोक लगा चुकी है. उत्तराखंड सरकार ने मंगलवार को कोविड के डेल्टा प्लस प्रकार और महामारी की संभावित तीसरी लहर के मद्देनजर कांवड़ यात्रा को स्थगित करने का निर्णय किया.
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और मुख्य सचिव डॉ. एसएस संधु, पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारियों की यहां राज्य सचिवालय में कांवड़ यात्रा के संबंध में हुई एक बैठक के दौरान यह निर्णय किया गया.
बैठक में कोविड के डेल्टा प्लस प्रकार के पाए जाने, कोविड की तीसरी लहर की आशंका और देश-विदेश में इसके दुष्प्रभावों पर गहन विचार-विमर्श किया गया. इस संबंध में विशेषज्ञों की राय पर भी विचार किया गया और मनुष्य जीवन की रक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए आगामी कांवड़ यात्रा को स्थगित रखने का निर्णय लिया गया.
मुख्यमंत्री ने गृह सचिव और पुलिस महानिदेशक को निर्देश दिया कि वे पड़ोसी राज्यों के अधिकारियों से समन्वय स्थापित करते हुए उनसे इस संबंध में प्रभावी कार्यवाही करने हेतु कहें, ताकि वैश्विक महामारी को रोकने में सफलता मिल सके. यह लगातार दूसरा साल है जब महामारी के कारण कांवड़ यात्रा का संचालन नहीं किया जा रहा है. भारतीय चिकित्सा संघ ने भी हाल में मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर प्रदेश और देश के हित में यात्रा को अनुमति न देने को कहा था.
श्रावण माह शुरू होने के साथ ही पखवाडे़ भर चलने वाली कांवड़ यात्रा हर साल अगस्त के पहले सप्ताह तक चलती है और इस दौरान उत्तर प्रदेश, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, राजस्थान और दिल्ली जैसे राज्यों से लाखों की संख्या में शिवभक्त गंगा जल लेने हरिद्वार आते हैं. इस गंगा जल से वे अपने गांवों के शिवालयों में भगवान शिव का अभिषेक करते हैं.
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