मसूरी: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मसूरी विंटर लाइन कार्निवाल 2022 (Mussoorie Winter Line Carnival 2022) का शुभारंभ किया. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने विंटर लाइन कार्निवाल में आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रमों का अवलोकन किया. इस दौरान उन्होंने स्थानीय कलाकारों की ओर से प्रस्तुत कार्यक्रमों की सराहना करते हुए लोक कलाकारों का उत्साहवर्धन किया.
मसूरी वासियों को विंटर लाइन कार्निवाल 2022 के आयोजन की बधाई देते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि नैसर्गिक सौंदर्य से पूरित देवभूमि उत्तराखंड का प्रत्येक क्षेत्र एक विशेष प्रकार की ऊर्जा लिए हुए है. नए वर्ष के आगमन के साथ मसूरी विंटर लाइन कार्निवाल का आयोजन देश-विदेश के पर्यटकों और विभिन्न राज्यों से आए लोक कलाकारों आदि के लिए आकर्षण का केंद्र बन गया है.
सीएम धामी ने कहा कि पहाड़ों की रानी मसूरी का यह विंटर कार्निवाल पर्यटन एवं लोक संस्कृति का अनूठा संगम है. मसूरी विंटर कार्निवाल उत्तराखंड वासियों के लिए ही नहीं बल्कि उत्तराखंड आए सभी पर्यटकों के लिए भी विशेष आकर्षण का केंद्र है. विंटर कार्निवाल के माध्यम से राज्य के कलाकारों को अपनी प्रतिभा प्रस्तुत करने का भी सुनहरा अवसर प्राप्त हो रहा है. देश-विदेश से आए प्रसिद्ध कलाकार भी अपनी प्रस्तुतियों के माध्यम से इसे और भी अधिक मनोहारी बनाने का काम कर रहे हैं.
उन्होंने कहा कि हम सभी के लिए गौरव की बात है कि पहाड़ों की रानी मसूरी ने विश्व पर्यटन के मानचित्र पर अपनी एक विशिष्ट पहचान स्थापित की है. हर साल लाखों पर्यटक मसूरी की ओर रुख करते हैं. सर्दियों में भी चांदी सी चमकती बर्फ का आनंद लेने के लिए अनेकों सैलानी मसूरी के आस-पास बड़ी संख्या में उमड़ते हैं.
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मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में उत्तराखंड आध्यात्मिक केंद्र के रूप में और अधिक सशक्त हुआ है. प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में उत्तराखंड की डबल इंजन की सरकार उत्तराखंड में पर्यटन विकास के लिए प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रही है. प्रधानमंत्री ने 21वीं सदी का तीसरा दशक उत्तराखंड का बताया है, जिसमें राज्य के पर्यटन और सांस्कृतिक महोत्सवों की महत्वपूर्ण भूमिका होगी. हम पर्यटन और पर्यटक दोनों को बेहतर सुविधाएं प्रदान करने के लिए नित नई योजनाओं को लागू कर रहे हैं.
उन्होंने कहा कि प्रसन्नता है कि विंटर कार्निवाल जैसे कार्यक्रम सरकार के 'पर्यटन विकास के अभियान' को सफल बनाने में अपना अमूल्य योगदान दे रहे हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि आशा है कि देश विदेश से आए पर्यटक देवभूमि उत्तराखंड के इस महोत्सव की आनंदित स्मृतियों को अपने साथ लेकर जाएंगे.
देहरादून जिलाधिकारी सोनिका सिंह ने बताया कि मसूरी विंटर लाइन कार्निवाल 2013 की आपदा के बाद उत्तराखंड में पर्यटन को बढावा देने के लिए आयोजित किया जाता रहा है. पिछले दो सालों से कोरोना के कारण कार्निवाल का आयोजन नहीं हो पाया था. कार्निवाल में उत्तराखंड की संस्कृति के साथ व्यंजनों को लेकर फूड फेस्टिवल का आयोजन भी किया गया. उम्मीद है कि पर्यटक मसूरी से सुहानी यादें लेकर जाएंगे. पहले दिन सुबह राजपुर-झड़ीपानी-बार्लाेगंज में ट्रेकिंग के साथ ही बर्ड वाचिंग और फोटोग्राफी में लोगों ने प्रतिभाग किया.
ये कलाकार देंगे प्रस्तुति: इस बार कार्निवाल में डे एंड नाइट अलग-अलग प्रोग्राम्स होंगे. कवि सम्मेलन, सांस्कृतिक प्रोग्राम, लोकगीत और कलाकार भी अपनी प्रस्तुति देंगे. कार्निवल में उत्तराखंड की स्थानीय कला और संस्कृति को लेकर खास कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं. नेपाल और गोरखा समाज के लोगों के द्वारा भी विशेष कार्यक्रम प्रस्तुत किए जाएंगे. साथ ही उत्तराखंड के मशहूर लोक गायक पद्मश्री प्रीतम भरतवाण, नरेंद्र सिंह नेगी, मीना राणा, रेशमा शाह सहित कई कलाकार प्रोग्राम दे रहे हैं. वहीं मशहूर गायिका शिकायना मुखिया भी अपने गीतों के सुरों को बिखेरेंगी. इसके अलावा बॉलीवुड के कलाकार भी अपनी प्रस्तुति देंगे.
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टाउन हॉल में रात्रि कार्यक्रमः रात्रि के कार्यक्रम मसूरी के नवनिर्मित टाउन हॉल में आयोजित किए जाएंगे. जिसमें पद्मश्री बसंती बिष्ट की जागर की प्रस्तुति, लोक नाटक वीर भड़ माधो सिंह भंडारी का मंचन, उत्तराखंडी रामछौल नाइट, कव्वाली नाइट और मैजिक शो, हास्य एवं व्यंग्य कार्यक्रम होगा. प्रीतम भरतवाण और नरेंद्र सिंह नेगी लोक संस्कृति की प्रस्तुति देंगे.
3 दिन का फूड फेस्टिवलः 28 से 30 दिसंबर तक फूड फेस्टिवल होगा. इसमें पहाड़ी व्यंजन के स्टाल्स लगाए जाएंगे. 29 दिसंबर को चर्चित शेफ प्रतिभाग करेंगे. इस बार आईटीबीपी और सीआरपीएफ के जवान मसूरी के मुख्य चौक पर अपने बैंड और देश भक्ति के कार्यक्रम प्रस्तुत करेंगे. एसडीएम मसूरी ने बताया कि मसूरी विंटर लाइन कार्निवाल को लेकर सभी तैयारियां पूरी हो चुकी हैं. सभी कार्यक्रम फाइनल हो चुके हैं. मसूरी के जॉर्ज एवरेस्ट में भी विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं जो सभी श्रोताओं को आकर्षित करेंगे.
सूर्यास्त के बाद दिखती है विंटर लाइन: आमतौर पर मसूरी में अक्टूबर से लेकर फरवरी के बीच सूर्यास्त के बाद पश्चिम दिशा में आसमान में एक अनोखा नजारा दिखाई होता है. आसमान में एक रंग उभरता है, मानो कुदरत अपना जादू बिखेर रही हो. लाल, नारंगी इस रंगीन रेखा को जो भी देखता है, बस देखता ही रह जाता है. इसे ही विंटर लाइन कहते हैं.
विंटर लाइन क्या है? विंटर लाइन के बारे में बताया जाता है कि यह रेखा धूल के कणों से बनती है, जो शाम के समय धूल के अधिक ऊपर उठने के कारण इस पर पड़ने वाली सूरज की किरणों से चमक उठती है. धूल के कण जितने अधिक होते हैं, विंटर लाइन उतनी ही अधिक गहरी बनती है. सूर्यदेव के छिपने के बाद दून के आसमान में ऋषिकेश से लेकर पौंटा साहिब तक एक पीली लाइन बन जाती है. यही विंटर लाइन है.