लखनऊ: यूपी विधानसभा का बजट सत्र (UP Vidhan Sabha Budget Session) सोमवार से शुरू हो गया. राज्यपाल आनंदीबेन पटेल (Anandiben Patel) के भाषण से सत्र की शुरुआत हुई. यह सत्र 6 दिनों तक चलेगा. यूपी की 18वीं विधानसभा का पहला सत्र सोमवार शुरू हो गया. यूपी विधानसभा में पहले दिन की कार्यवाही स्थगित हो गई. पहले दिन की कार्यवाही राज्यपाल के अभिभाषण से शुरू हुई. इसके बाद पूर्व सदस्यों के हुए देहांत पर श्रद्धांजलि दी गई. इसके बाद विधानसभा की कार्यवाही मंगलवार 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई.
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महंगाई, बेरोज़गारी, ध्वस्त कानून व्यवस्था, भर्ती परीक्षाओं में धांधली, सरकारी स्वास्थ्य सेवाओं में व्यापक भ्रष्टचार, ग़रीबों के घरों पर चल रहे बुलडोज़र, बेहिसाब बिजली कटौती, असुरक्षित बेटियों, किसानों की दुर्दशा के मुद्दों पर सरकार से जवाब मांगते सपा विधायक। pic.twitter.com/G1YwOvZqeO
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— Samajwadi Party (@samajwadiparty) May 23, 2022महंगाई, बेरोज़गारी, ध्वस्त कानून व्यवस्था, भर्ती परीक्षाओं में धांधली, सरकारी स्वास्थ्य सेवाओं में व्यापक भ्रष्टचार, ग़रीबों के घरों पर चल रहे बुलडोज़र, बेहिसाब बिजली कटौती, असुरक्षित बेटियों, किसानों की दुर्दशा के मुद्दों पर सरकार से जवाब मांगते सपा विधायक। pic.twitter.com/G1YwOvZqeO
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यूपी विधानसभा सत्र में राज्यपाल आनंदीबेन पटेल का अभिभाषण करीब एक घंटे तक चला. इस दौरान अभिभाषण के बाद विधानसभा में राष्ट्रगान गया गया. अभिभाषण के दौरान महंगाई, बेरोजगारी, भर्ती परीक्षाओं में धांधली समेत कई मुद्दों पर सपा विधायकों ने जोरदार हंगामा किया.
सदन में राज्यपाल आनंदीबेन पटेल के अभिभाषण के साथ राज्य विधानमंडल के बजट सत्र की शुरुआत हुई. यह राज्य की 18वीं वधानसभा का पहला सत्र है. 26 मई को सदन में योगी सरकार दूसरे कार्यकाल का अपना पहला वित्तीय बजट पेश करेगी.
आज विधानसभा के बजट सत्र में राज्यपाल के अभिभाषण के बाद चार अध्यादेश वह 8 विधेयक सदन के पटल पर रखे जाएंगे. इन्हें पारित कराया जाएगा. 8 विधेयक विधान परिषद से बिना किसी संशोधन के वापस होने के बाद सदन में रखकर इन्हें कानून के रूप में पारित किया जाएगा.
ये अध्यादेश सदन के पटल पर रखे जाएंगे
- भातखंडे राज्य संस्कृत विश्वविद्यालय अध्यादेश 2022
- उत्तर प्रदेश राज्य विश्वविद्यालय संशोधन अध्यादेश 2022
- उत्तर प्रदेश औद्योगिक क्षेत्र विकास संशोधन अध्यादेश 2022
- उत्तर प्रदेश निजी विश्वविद्यालय संशोधन अध्यादेश 2022
ये कानून पारित होंगे
- उत्तर प्रदेश औद्योगिक शांति मजदूरी संविधान संशोधन विधेयक 2021
- उत्तर प्रदेश माल एवं सेवा कर संशोधन विधेयक 2021
- उत्तर प्रदेश अधिवक्ता कल्याण निधि संशोधन विधेयक 2021
- उत्तर प्रदेश मोटरयान कराधान संशोधन विधेयक 2021
- उत्तर प्रदेश शीरा नियंत्रण द्वितीय संशोधन विधेयक 2021
- उत्तर प्रदेश राज्य क्रीड़ा विश्वविद्यालय संशोधन विधेयक 2021
- उत्तर प्रदेश चतुर्थ निरसन विधेयक 2021
- उत्तर प्रदेश गन्ना पूर्ति एवं खरीद विनियमन द्वितीय संशोधन विधेयक 2021
इस सत्र के हंगामेदार होने की संभावना है. समाजवादी पार्टी की अगुवाई में विपक्ष पहले से ज़्यादा मजबूत हो गया है. विपक्ष कानून-व्यवस्था और बढ़ती महंगाई समेत कई दूसरे मुद्दों पर योगी सरकार को घेरने की कोशिश करेगा. वहीं, सत्र से एक दिन पहले रविवार को यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्यपाल से शिष्टाचार मुलाकात की थी.
पेपरलेस यूपी विधानसभा
6 दिनों तक चलने वाले बजट सत्र का नजारा अलग है. सोमवार विधायकों और मंत्रियों के हाथ में अब कागज-कलम की जगह टैबलेट देखने को मिले. योगी सरकार का दावा है कि यूपी विधानसभा अब पेपरलेस हो गई है. सदस्य अपना सारा काम-काज डिजिटली करेंगे.
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बताया जा रहा है कि नागालैंड के बाद यूपी विधानसभा देश में ऐसी दूसरी विधानसभा है, जहां 'नेशनल ई-विधान एप्लिकेशन' लागू किया गया है. अब यूपी विधानसभा के सदस्य सदन की कार्यवाही में भाग लेने के लिए इलेक्ट्रॉनिक उपकरण इस्तेमाल करें.
टैबलेट में क्या है
टैबलेट में NeVA नाम का एप्लिकेशन इन्स्टॉल किया गया है. इसका नाम 'नेशनल ई-विधान एप्लिकेशन' है. इसमें विधानसभा की सारी कार्यवाही ऑनलाइन दिखेगी. एप्लिकेशन में कार्यवाही, कार्यसूची, विधेयक, सदस्य, पटल पर रखे गए पत्र, वाद-विवाद, नोटिस, कैलेंडर, नोटिस, बुलेटिन, नियम, प्रशिक्षण,बजट और राज्यपाल का संबोधन दिया गया है. यानी अब तक जो कुछ कागजों में था, वो सब अब टैबलेट में दिखेगा.
विधानसभा सत्र से पहले आधी रात में सड़क पर निकले डीजीपी
उत्तर प्रदेश विधानसभा के बजट सत्र के मद्देनजर विधानसभा परिसर के अंदर और बाहर सुरक्षा का मजबूत घेरा तैयार किया गया है. रविवार देर रात कार्यवाहक डीजीपी डीएस चौहान ने खुद सड़क पर उतर कर सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया.
वो एडीजी कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार के साथ विधान सभा के सभी गेट के पास पहुंचे थे. दोनों ने सुरक्षा व्यवस्था और केन्टीजेन्सी प्लान का जायजा लिया. साथ ही सत्र के दौरान ट्रैफिक व्यवस्था और डाइवर्जन को लेकर भी पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर को जरूरी निर्देश दिए.
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