धमतरी: छत्तीसगढ़ के धमतरी जिले से एक अनोखा मामला सामने आया है. यहां एक युवक के पेट में गर्भाशय पाया गया. युवक के पेट में गर्भाशय देख डॉक्टर भी आश्चर्य में पड़ गए. हालांकि बाद में ऑपरेट कर युवक के पेट से गर्भाशय निकाला गया. 27 साल का युवक पेट में दर्द और जांघ में सूजन की शिकायत लेकर डॉक्टर के पास आया था, जिसे तुरंत ऑपरेशन करने की बात कही गई थी. हालांकि ऑपरेशन के वक्त युवक के पेट से गर्भाशय निकला. इतना ही नहीं युवक का हार्निया भी सही जगह पर नहीं था. डॉक्टरों की टीम ने डेढ़ घंटे की सर्जरी कर युवक का सफल ऑपरेशन किया. फिलहाल युवक स्वस्थ्य है.
ये है पूरा मामला: दरअसल, ये पूरा मामला धमतरी जिले का है. यहां एक 27 साल का शख्स पेट में दर्द और जांघ में सूजन की शिकायत लेकर डॉक्टर के पास आया था. डॉक्टरों ने जांच किया. जांच के बाद उसका तुरंत ऑपरेशन करने की बात डॉक्टरों ने कही. 25 सितंबर को युवक को ऑपेशन के लिए ले जाया गया. हालांकि ऑपरेशन के समय डॉक्टर भी हैरान रह गए. डॉक्टर्स ने युवक के परिजनों और अन्य सीनियर डॉक्टर्स से राय ली. दरअसल, युवक के पेट में गर्भाशय पाया गया था, जिसे देखकर डॉक्टर भी हैरान रह गए. डॉक्टरों ने मेडिकल हिस्ट्री खंगाली. परिजनों को भी पहले विश्वास नहीं हुआ. डॉक्टरों ने परिजनों को भी समझाया कि ये एक रेयर केस हैं.
युवक का किया गया सफल ऑपरेशन: आखिर में युवक के परिजनों से चर्चा और सहमति के बाद 26 सितंबर को युवक का ऑपरेशन किया गया. डॉक्टरों ने युवक के पेट से एक अविकसित गर्भाशय को निकाला. ऑपरेशन के बाद अब युवक पूरी तरह से स्वस्थ बताया जा रहा है. हालांकि अभी भी समय-समय पर उसके कई टेस्ट किए जाएंगे. डॉक्टरों ने बताया कि युवक अब पूरी तरह से ठीक है. लेकिन बच्चे को लेकर समस्या आ सकती है. हालांकि इस सवाल के सही जवाब के लिए भविष्य में सीमेन टेस्ट किया जाएगा.
युवक ऑपरेशन के बाद पूरी तरह स्वस्थ है. अगर युवक समय रहते इस समस्या को नहीं बताता, तो भविष्य में युवक को कैंसर भी हो सकता था. -डॉ रोशन उपाध्याय, एमएस
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रेयर ऑफ द रेयरेस्ट केस : डॉक्टरों की मानें तो ये दुनिया का 300वां मामला है. हालांकि ये छत्तीसगढ़ का पहला मामला है. आम तौर पर बच्चे का जन्म होते ही, इस तरह के डिसऑर्डर दिख जाते है. 6 साल की उम्र तक इन्हें ऑपरेट करके ठीक किया जा सकता है. लेकिन इसके लिए अस्पतालों में या सरकारी संस्थानों में प्रसव कराना जरूरी है. गांवों में दाई से प्रसव करवाने पर इस तरह के जटिल डिसऑर्डर पकड़ में नहीं आ पाते हैं. अभी कुछ दिनों तक युवक को डॉक्टरों की देखरेख में रहना होगा. हालांकि फिलहाल वो खतरे से बाहर है.
बता दें कि तकरीबन डेढ़ घंटे में डॉक्टरों की टीम ने युवक का सफल ऑपरेशन किया. डॉ रोशन उपाध्याय के साथ डॉक्टर प्रदीप देवांगन, डॉ रश्मि उपाध्याय और डॉ मार्टिन मुकेश भी इस ऑपरेशन में शामिल रहे. बताया गया है कि कि युवक को अब ENDOCRINOLOGIST से जांच कराने की सलाह दी गई है.