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UP TET परीक्षा शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न, STF ने पांच सॉल्वर दबोचे - यूपी टीईटी में सॉल्वर गिरफ्तार

उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा (Uttar Pradesh Teacher Eligibility Test) के दौरान यूपी एटीएस ने कई जिलों से 5 सॉल्वरों को पकड़ा है. यह सभी सॉल्वर दूसरे की जगह परीक्षा दे रहे थे.

UP TET
उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा
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Published : Jan 23, 2022, 10:47 PM IST

लखनऊ : उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा (UP TET) रविवार को सफलतापूर्वक दो पाली में संपन्न हुई. यूपी टीईटी की पहली पाली में 47,349 और दूसरी पाली में 33,255 अभ्यर्थी शामिल हुए. जबकि 7,766 अभ्यार्थियों ने यूपी TET की परीक्षा में नहीं दी. दोनों पालियों में कुल 18,22,112 अभ्यर्थियों ने प्रतिभाग किया. उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा की दोनों पालियों की परीक्षा सकुशल संपन्न कराए जाने के लिए प्रदेश में लगभग 1,62,511 कक्ष निरीक्षक, 8,530 पर्यवेक्षक 1,423 सचल दल और सहयोग के लिए 5,814 तृतीय श्रेणी और चतुर्थ श्रेणी के लगभग 14,059 कर्मचारियों ने सहयोग दिया.

इस बार UP TET परीक्षा कराने के लिए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे. फिर भी कुछ जगहों पर सॉल्वर गैंग या अभ्यर्थी नकल करते पकड़े गए. यूपी एसटीएफ (UP STF) की टीम ने प्रयागराज, मेरठ और वाराणसी से पांच सॉल्वर को गिरफ्तार किया है.

वहीं, अमेठी में परीक्षा के दौरान एक अभ्यर्थी की तलाशी के दौरान कान में ब्लूटूथ डिवाइस मिला. इसके बाद ब्लूटूथ को निकालने के लिए अभ्यर्थी को अस्पताल भेजा गया. मौके पर पहुंची पुलिस ने ब्लूटूथ उपकरण को कब्जे में लेकर कार्रवाई शुरू कर दी है. पकड़े युवक की पहचान गिरिजा पाठक के रूप में हुई है. ब्लूटूथ डिवाइस कान में इस तरह फिट किया गया था कि कोई पकड़ नहीं सके. पकड़े जाने के बाद अभ्यर्थी को सीएचसी ले जाकर ब्लूटूथ निकलवाया गया.

गौरतलब है कि रविवार को यूपी टीईटी परीक्षा 2021 को नकल विहीन ढंग से संपन्न कराने के लिए एसटीएफ की टीम को जिम्मेदारी दी गई थी. एसटीएफ की टीम द्वारा अलग-अलग जनपदों में परीक्षा को नकल विहीन ढंग से कराने के लिए लगी हुई थी. इसी दौरान एसटीएफ ने जौनपुर, प्रयागराज और मेरठ में अलग-अलग परीक्षा केंद्रों पर स्थानीय पुलिस की मदद से सॉल्वरों को गिरफ्तार किया.

प्रयागराज में पकड़ा गया सॉल्वर विजय बहादुर
प्रयागराज में पकड़ा गया विजय बहादुर सरोज ने पूछताछ में बताया कि वह मोहल्ला सलोरी जनपद प्रयागराज में स्थित मनोज पासी के लॉज में किराए का कमरा लेकर विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करता है. उसी मोहल्ले में मूल अभ्यर्थी दीपक कुमार भी बीटीसी करने के बाद टीईटी की तैयारी करता था. दीपक कुमार ने परीक्षा के लिए सभी कूट रचित आधार कार्ड, प्रवेश पत्र आदि प्रपत्र तैयार कराए गए तथा 35 हजार में परीक्षा देने की बात की थी. जिसमें से उसको 5 हजार रुपये एडवांस के रूप में भी मिल चुका था तथा शेष 30 हजार परीक्षा पास होने पर दिया जाता.

वाराणसी से सॉल्वर पप्पू सिंह गिरफ्तार
इसी तरह वाराणसी से गिरफ्तार सॉल्वर पप्पू सिंह उर्फ अर्नव सिंह ने पूछताछ में बताया कि वह वैशाली बिहार का मूल निवासी है. वह महेंद्र प्रताप यादव के स्थान पर बैठकर परीक्षा दे रहा था. उसने बताया कि वह और महेंद्र प्रताप यादव मित्र हैं. वह दोनों राजीव गांधी B.Ed कॉलेज धारवाड़ चेन्नई से एक साथ B. Ed किया था. तभी से दोनों में मित्रता हो गई थी. इसी मित्रता के कारण वह महेंद्र प्रताप यादव के स्थान पर परीक्षा देने के लिए तैयार हो गया था. उसने महेंद्र प्रताप यादव के नाम पता से अपने स्वयं के फोटो की मिक्सिंग कर कूट रचित आधार कार्ड तैयार कर लिया था.

मेरठ में मोनू प्रजापति गिरफ्तार
मेरठ में गिरफ्तार सॉल्वर मोनू प्रजापति ने पूछताछ पर बताया कि जब वह इण्टरमीडिएट की परीक्षा के लिए बड़ौत में ट्यूशन के लिए कोचिंग जाता था. वहीं पर कोचिंग में बड़ौत, जनपद बागपत निवासी शहनवाज का भाई भी ट्यूशन पढ़ने के लिए आता था. शहनवाज परीक्षाओं में धांधली करके कंडीडेट को पास कराने का काम पूर्व से कर रहा था. मोनू प्रजापति ने बताया कि वह 2016 में रेलवे की ग्रुप-डी की भर्ती के लिए फार्म भरा था. परीक्षा में पास कराने के लिए उसने शहनवाज को ढाई लाख रुपये दिये थे, लेकिन वह परीक्षा में पास नहीं करा पाया था. मोनू प्रजापति ने कहा कि इसके बाद वह शहनवाज के कहने पर परीक्षाओं के लिए कंडीडेट लाने का काम करने लगा. धीरे-धीरे शहनवाज के साथ परीक्षाओं में धांधली करने का कार्य भी करने लगा. बताया कि वर्ष 2018 में शहनवाज परीक्षा में धांधली कराने के आरोप में जेल भी जा चुका है.

इसे भी पढ़ें-UP TET: कान में ब्लूटूथ लगाकर नकल करते पकड़ा गया 'मुन्ना भाई'

लखनऊ : उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा (UP TET) रविवार को सफलतापूर्वक दो पाली में संपन्न हुई. यूपी टीईटी की पहली पाली में 47,349 और दूसरी पाली में 33,255 अभ्यर्थी शामिल हुए. जबकि 7,766 अभ्यार्थियों ने यूपी TET की परीक्षा में नहीं दी. दोनों पालियों में कुल 18,22,112 अभ्यर्थियों ने प्रतिभाग किया. उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा की दोनों पालियों की परीक्षा सकुशल संपन्न कराए जाने के लिए प्रदेश में लगभग 1,62,511 कक्ष निरीक्षक, 8,530 पर्यवेक्षक 1,423 सचल दल और सहयोग के लिए 5,814 तृतीय श्रेणी और चतुर्थ श्रेणी के लगभग 14,059 कर्मचारियों ने सहयोग दिया.

इस बार UP TET परीक्षा कराने के लिए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे. फिर भी कुछ जगहों पर सॉल्वर गैंग या अभ्यर्थी नकल करते पकड़े गए. यूपी एसटीएफ (UP STF) की टीम ने प्रयागराज, मेरठ और वाराणसी से पांच सॉल्वर को गिरफ्तार किया है.

वहीं, अमेठी में परीक्षा के दौरान एक अभ्यर्थी की तलाशी के दौरान कान में ब्लूटूथ डिवाइस मिला. इसके बाद ब्लूटूथ को निकालने के लिए अभ्यर्थी को अस्पताल भेजा गया. मौके पर पहुंची पुलिस ने ब्लूटूथ उपकरण को कब्जे में लेकर कार्रवाई शुरू कर दी है. पकड़े युवक की पहचान गिरिजा पाठक के रूप में हुई है. ब्लूटूथ डिवाइस कान में इस तरह फिट किया गया था कि कोई पकड़ नहीं सके. पकड़े जाने के बाद अभ्यर्थी को सीएचसी ले जाकर ब्लूटूथ निकलवाया गया.

गौरतलब है कि रविवार को यूपी टीईटी परीक्षा 2021 को नकल विहीन ढंग से संपन्न कराने के लिए एसटीएफ की टीम को जिम्मेदारी दी गई थी. एसटीएफ की टीम द्वारा अलग-अलग जनपदों में परीक्षा को नकल विहीन ढंग से कराने के लिए लगी हुई थी. इसी दौरान एसटीएफ ने जौनपुर, प्रयागराज और मेरठ में अलग-अलग परीक्षा केंद्रों पर स्थानीय पुलिस की मदद से सॉल्वरों को गिरफ्तार किया.

प्रयागराज में पकड़ा गया सॉल्वर विजय बहादुर
प्रयागराज में पकड़ा गया विजय बहादुर सरोज ने पूछताछ में बताया कि वह मोहल्ला सलोरी जनपद प्रयागराज में स्थित मनोज पासी के लॉज में किराए का कमरा लेकर विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करता है. उसी मोहल्ले में मूल अभ्यर्थी दीपक कुमार भी बीटीसी करने के बाद टीईटी की तैयारी करता था. दीपक कुमार ने परीक्षा के लिए सभी कूट रचित आधार कार्ड, प्रवेश पत्र आदि प्रपत्र तैयार कराए गए तथा 35 हजार में परीक्षा देने की बात की थी. जिसमें से उसको 5 हजार रुपये एडवांस के रूप में भी मिल चुका था तथा शेष 30 हजार परीक्षा पास होने पर दिया जाता.

वाराणसी से सॉल्वर पप्पू सिंह गिरफ्तार
इसी तरह वाराणसी से गिरफ्तार सॉल्वर पप्पू सिंह उर्फ अर्नव सिंह ने पूछताछ में बताया कि वह वैशाली बिहार का मूल निवासी है. वह महेंद्र प्रताप यादव के स्थान पर बैठकर परीक्षा दे रहा था. उसने बताया कि वह और महेंद्र प्रताप यादव मित्र हैं. वह दोनों राजीव गांधी B.Ed कॉलेज धारवाड़ चेन्नई से एक साथ B. Ed किया था. तभी से दोनों में मित्रता हो गई थी. इसी मित्रता के कारण वह महेंद्र प्रताप यादव के स्थान पर परीक्षा देने के लिए तैयार हो गया था. उसने महेंद्र प्रताप यादव के नाम पता से अपने स्वयं के फोटो की मिक्सिंग कर कूट रचित आधार कार्ड तैयार कर लिया था.

मेरठ में मोनू प्रजापति गिरफ्तार
मेरठ में गिरफ्तार सॉल्वर मोनू प्रजापति ने पूछताछ पर बताया कि जब वह इण्टरमीडिएट की परीक्षा के लिए बड़ौत में ट्यूशन के लिए कोचिंग जाता था. वहीं पर कोचिंग में बड़ौत, जनपद बागपत निवासी शहनवाज का भाई भी ट्यूशन पढ़ने के लिए आता था. शहनवाज परीक्षाओं में धांधली करके कंडीडेट को पास कराने का काम पूर्व से कर रहा था. मोनू प्रजापति ने बताया कि वह 2016 में रेलवे की ग्रुप-डी की भर्ती के लिए फार्म भरा था. परीक्षा में पास कराने के लिए उसने शहनवाज को ढाई लाख रुपये दिये थे, लेकिन वह परीक्षा में पास नहीं करा पाया था. मोनू प्रजापति ने कहा कि इसके बाद वह शहनवाज के कहने पर परीक्षाओं के लिए कंडीडेट लाने का काम करने लगा. धीरे-धीरे शहनवाज के साथ परीक्षाओं में धांधली करने का कार्य भी करने लगा. बताया कि वर्ष 2018 में शहनवाज परीक्षा में धांधली कराने के आरोप में जेल भी जा चुका है.

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