झांसी : झांसी में मनीष सोनकर नाम के एक पीपीएस (प्रांतीय पुलिस सेवा) अधिकारी ने अपना इस्तीफा देते हुए कहा है कि उन्हें अपनी कोरोना पॉजिटिव पत्नी की देखभाल के लिए छुट्टी नहीं मिली, इसलिए वह अपने पद से इस्तीफा दे रहे हैं. मनीष सोनकर सर्किल ऑफिसर सदर के रूप में तैनात हैं.
दंपती की एक छोटी बेटी है और उसकी देखभाल करने वाला कोई नहीं है.
सोनकर ने कहा कि उन्होंने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) झांसी, रोहन पी कनय को अपना इस्तीफा सौंप दिया है, इससे ज्यादा उन्होंने विस्तार से कोई जानकारी नहीं दी.
एसएसपी झांसी ने हालांकि, कहा कि उन्हें पहले व्हाट्सएप पर इस मामले की जानकारी दी गई थी और बाद में उन्हें इस्तीफे की हार्ड कॉपी मिली, जिसे उन्होंने अपने वरिष्ठ अधिकारियों को भेज दिया है.
अधिकारी ने कथित तौर पर अपने बच्चे और बीमार पत्नी की देखभाल करने में सक्षम होने के लिए छह दिनों की छुट्टी मांगी थी, लेकिन उसे बडागांव में पंचायत चुनाव की मतगणना ड्यूटी सौंपी गई थी.
एसएसपी ने कहा कि जब वह मतगणना केंद्र की जांच करने गए तो सोनकर ड्यूटी से गायब थे.
उन्होंने कहा, 'इस्तीफा संबंधित अधिकारियों को भेज दिया गया है. हमने उन्हें छह दिनों के लिए छुट्टी देने की भी मंजूरी दी है.'
पढ़ेंः प. बंगाल की कानून-व्यवस्था पर पीएम मोदी ने जताया क्षोभ : धनखड़
छुट्टी नहीं मिलने पर यूपी पुलिस ऑफिसर ने छोड़ी नौकरी - एसएसपी झांसी
कोरोना संक्रमित पत्नी की देखभाल करने के लिए छुट्टी नहीं मिलने पर झांसी में तैनात पीपीएस (प्रांतीय पुलिस सेवा) अधिकारी ने इस्तीफा दे दिया है.
झांसी : झांसी में मनीष सोनकर नाम के एक पीपीएस (प्रांतीय पुलिस सेवा) अधिकारी ने अपना इस्तीफा देते हुए कहा है कि उन्हें अपनी कोरोना पॉजिटिव पत्नी की देखभाल के लिए छुट्टी नहीं मिली, इसलिए वह अपने पद से इस्तीफा दे रहे हैं. मनीष सोनकर सर्किल ऑफिसर सदर के रूप में तैनात हैं.
दंपती की एक छोटी बेटी है और उसकी देखभाल करने वाला कोई नहीं है.
सोनकर ने कहा कि उन्होंने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) झांसी, रोहन पी कनय को अपना इस्तीफा सौंप दिया है, इससे ज्यादा उन्होंने विस्तार से कोई जानकारी नहीं दी.
एसएसपी झांसी ने हालांकि, कहा कि उन्हें पहले व्हाट्सएप पर इस मामले की जानकारी दी गई थी और बाद में उन्हें इस्तीफे की हार्ड कॉपी मिली, जिसे उन्होंने अपने वरिष्ठ अधिकारियों को भेज दिया है.
अधिकारी ने कथित तौर पर अपने बच्चे और बीमार पत्नी की देखभाल करने में सक्षम होने के लिए छह दिनों की छुट्टी मांगी थी, लेकिन उसे बडागांव में पंचायत चुनाव की मतगणना ड्यूटी सौंपी गई थी.
एसएसपी ने कहा कि जब वह मतगणना केंद्र की जांच करने गए तो सोनकर ड्यूटी से गायब थे.
उन्होंने कहा, 'इस्तीफा संबंधित अधिकारियों को भेज दिया गया है. हमने उन्हें छह दिनों के लिए छुट्टी देने की भी मंजूरी दी है.'
पढ़ेंः प. बंगाल की कानून-व्यवस्था पर पीएम मोदी ने जताया क्षोभ : धनखड़