रामपुर : रामपुर में बिलासपुर विधानसभा क्षेत्र के स्थानीय लोगों ने उत्तर प्रदेश के मंत्री बलदेव सिंह औलख के काफिले को रोका. जब वह शनिवार शाम अपने निर्वाचन क्षेत्र में एक समारोह को संबोधित करने के लिए जा रहे थे. स्थानीय लोगों ने मंत्री को अपनी कार से उतार दिया और उन्हें गड्ढों वाली सड़क पर चलने के लिए कहा, जो बारिश और सीवेज के पानी से भरी थी.
लोगों का आरोप है कि गड्ढों में मिट्टी डालकर सड़क की 'मरम्मत' की गई थी और उस पर बुझा हुआ चूना छिड़का गया था, जो बारिश की वजह से पहले जैसी हो गई.
मंत्री की कार को रोकने वाले स्थानीय लोगों ने पिछले कई महीनों में सड़क की मरम्मत के लिए गुहार लगाई. आंदोलन भी किया. एक स्थानीय निवासी राम इकबाल सिंह ने कहा कि कई शिकायतों के बावजूद लोगों की समस्याओं के समाधान के लिए कुछ भी नहीं किया गया.
सड़क की हालत लगातार खराब होती जा रही है. बारिश की वजह से यह और खराब हो जाती है. लोगों ने आरोप लगाया कि वे इस कीचड़ वाली सड़क पर चल नहीं सकते, जबकि सैकड़ों लोगों को प्रतिदिन इस सड़क से गुजरना पड़ता है. दुर्घटनाओं के जोखिम का सामना करते हैं.
बाद में मंत्री, जो स्थानीय विधायक भी हैं, ने स्थानीय प्रशासन और नगर निकाय के गैर-जिम्मेदार रवैये की आलोचना की. भाजपा मंत्री ने कहा कि लोगों को यहां समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. लोगों की समस्याओं का जल्द से जल्द समाधान किया जाना चाहिए.
उन्होंने स्थानीय प्रशासन पर 'क्षेत्र में विकास कार्यों के प्रति गैर-जिम्मेदार' होने का आरोप लगाया. औलख ने लोगों को आश्वासन भी दिया कि वह इस मामले को राज्य स्तर पर उठाएंगे.
इसे भी पढ़ें: महाराष्ट्र: विधायक के इशारे पर कीचड़ डाले जाने से ठेका कर्मचारी हुआ बीमार
गौरतलब है कि पिछले महीने हापुड़ जिले के एक गांव की पदयात्रा पर निकले गढ़मुक्तेश्वर से भाजपा विधायक कमल मलिक को भी उनके निर्वाचन क्षेत्र में जलभराव वाली सड़क पर चलने के लिए कहा गया था.
(आईएएनएस)