लखनऊ: समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने शनिवार को वादा किया कि पार्टी की सरकार बनने पर उत्तर प्रदेश के 22 लाख युवाओं को आईटी क्षेत्र में रोजगार दिया जाएगा.अखिलेश यादव ने यह घोषणा यहां अयोजित संवाददाता सम्मेलन में की. इस अवसर पर बरेली के पूर्व सांसद प्रवीण सिंह ऐरन और उनकी पत्नी व इस चुनाव में कांग्रेस में उम्मीदवार सुप्रिया ऐरन सपा में शामिल हुईं. अखिलेश ने बरेली की पूर्व महापौर सुप्रिया को बरेली कैंट से सपा का प्रत्याशी घोषित किया है.
इसके अलावा संडीला से पूर्व विधायक महावीर सिंह की पत्नी रीता सिंह भी पार्टी में शामिल हुईं. अखिलेश यादव ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि वर्ष 2022 में बाइसिकल का नारा साकार करने के लिए सपा आज संकल्प लेती है. आईटी सेक्टर में 22 लाख युवाओं को नौकरी देने का संकल्प लेते हैं, इसके लिए सरकार काम करेगी. जो सरकार 18 लाख लैपटॉप दे सकती है, वो सरकार इस दिशा में देर नहीं लगाएगी. यह नौकरी आईटी सेक्टर वालों को मिलेगी.
उन्होंने कहा कि जो समाजवादी पार्टी 18 लाख लैपटॉप बांट सकती है उसको 22 लाख रोजगार आईटी के क्षेत्र में देने में समय नहीं लगेगा. आईटी सेक्टर के लिए पहला संकल्प हैं कि 22 लाख युवाओं को इस क्षेत्र में रोजगार दिया जाएगा.
चुनाव आयोग के अधिकारियों पर अखिलेश यादव ने उठाए सवाल
प्रेस कांफ्रेंस के दौरान अखिलेश ने चुनाव आयोग के अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि बीजेपी को ये अधिकारी चुनाव आयोग के फैसले लीक कर रहे हैं. बीजेपी ने शनिवार को 55 प्रचार वाहनों को पूरे प्रदेश में रवाना किया. इसे लेकर सपा सुप्रीमों अखिलेश यादव ने कहा कि इनकी वैन पहले से ही तैयार थी. इसका मतलब है कि इन्हें चुनाव आयोग के किए गए सभी फैसले पहले से ही पता हैं.
अखिलेश ने चुनाव आयोग के अधिकारियों पर आरोप लगाते हुए कहा है कि इस बार का चुनावी प्रचार डिजिटल होगा. ये बीजेपी को पहले से ही अधिकारियों ने बता दिया था. अखिलेश यादव ने कहा कि चुनाव आयोग के शीर्ष अधिकारी ऐसे अधिकारियों को चिन्हित कर तत्काल हटाएं. अखिलेश यादव के इस बयान के बाद बीजेपी प्रवक्ता हीरो बाजपेई ने कहा है कि अखिलेश यादव की हताशा दिख रही है, जब कोरोना में जनता को मदद चाहिए थी तब वे घर पर बैठकर ट्वीट कर रहे थे. अखिलेश जिस काम मे माहिर हैं तो क्यों डर रहे हैं. घर पर बैठ कर आराम से प्रचार करें.
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वह बोले कि जब चुनाव आयोग ने डिजिटल प्रचार के लिए कहा था और फिजिकल रैलियों में रोक लगाई थी तब अखिलेश यादव ने एक बार भी चुनाव आयोग से फिजिकल रैली से रोक हटाने के लिए अपील नही की थी. गौरतलब है कि सीएम योगी आदित्यनाथ और केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने लखनऊ में शनिवार को बीजेपी कार्यालय से चुनाव अभियान “रथ” को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया था. इसे लेकर ही सपा ने सवाल उठाए हैं.
बरेली से कांग्रेस उम्मीदवार ने थामा सपा का दाम
बरेली की कैंट विधानसभा सीट से कांग्रेस पार्टी की उम्मीदवार सुप्रिया ऐरन और उनके पति पूर्व सांसद प्रवीण सिंह ऐरन ने शनिवार को लखनऊ में कांग्रेस पार्टी को अलविदा कह कर समाजवादी पार्टी का दामन थाम लिया.