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यूपी दहलाने की साजिश में तय थी हर किरदार की भूमिका, कश्मीर के संदिग्ध के संपर्क में था मिनहाज

यूपी एटीएस की गिरफ्त में आए मिनहाज व मुशीर से रिमांड के चौथे दिन भी कई घंटे तक पूछताछ की गई. एटीएस के अफसरों का कहना है कि ये लोग सवालों के अजीबोगरीब जवाब देकर टीम को उलझा रहे हैं.

अलकायदा के संदिग्ध आतंकी
अलकायदा के संदिग्ध आतंकी
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Published : Jul 16, 2021, 5:44 PM IST

लखनऊ : उत्तर प्रदेश की राजधानी के काकोरी इलाके से पकड़े गए अलकायदा के संदिग्ध आतंकी (Al Qaeda Terrorist) मिनहाज (Minhaz) और मशीरुद्दीन उर्फ मुशीर (Maseeruddin) ने ATS की पूछताछ में कई राज उगले हैं. यूपी एटीएस ने कहा बकरीद और 15 अगस्त से पहले उत्तर प्रदेश दहलाने की साजिश में हर किरदार की भूमिका तय थी. यूपी में सीरियल ब्लास्ट को अंजाम देने के बाद मिनहाज, मुशीर व शकील और उसके अन्य साथियों को कौन से रास्ते से और किस वाहन से भागना है. इसका ब्लू प्रिंट पहले ही तैयार किया गया था.

पाकिस्तान के पेशावर में बैठा कमांडर उमर-उल-मंदी इन सब की मॉनिटरिंग कर रहा था. पूछताछ में यूपी एटीएस को मिनहाज के बारे में ठोस सबूत मिला है. ATS की मानें तो मिनहाज जम्मू-कश्मीर के संदिग्ध तौहीद के संपर्क में था. मिनहाज ने तौहीद को जनसेवा केंद्र से रकम ट्रांसफर की थी. कस्टडी रिमांड के दौरान एटीएस अब तौहीद की शिनाख्त के लिए मिनहाज को जम्मू-कश्मीर लेकर जाने की तैयारी में है.

एटीएस की मानें तो पाकिस्तान के पेशावर से ऑपरेट कर रहा उमर-उल-मंदी ने मिनहाज, मुशीर व शकील को यूपी दहलाने की पूरी जानकारी नहीं दी थी. लेकिन, वह बराबर इन पर नजर रखे हुए था. इस ऑपरेशन की पूरी जानकारी देने के लिए ही वह लखनऊ आने वाला था. ऑपरेशन के एक-दो दिन पहले ही वह साजिश का खुलासा मिनहाज व मुशीर से करता. इस मुलाकात के दौरान ही यह भी तय होना था कि मानव बम से विस्फोट कराया जाएगा, तो कौन इसका टारगेट होगा. अगर मानव बम वाला प्लान कैंसिल होता है, तो विस्फोट कैसे और कहां किया जाएगा. यह भी मुलाकात के दिन ही तय किया जाना था.

मिनहाज ने कश्मीर तौहीद को ट्रांसफर की थी रकम
यूपी एटीएस की मानें तो मिनहाज ने जनसेवा केंद्र से जम्मू कश्मीर के तौहीद के बैंक एकाउंट में ट्रांसफर किए थे. यूपी एटीएस ने उक्त बैंक की डिटेल एकत्र कर रही है. कस्टडी रिमांड के दौरान एटीएस अब तौहीद की शिनाख्त के लिए मिनहाज को जम्मू-कश्मीर लेकर जाने की तैयारी में है. संदिग्ध आतंकियों से पूछताछ में एटीएस को कई अहम जानकारियां मिल रही हैं.

नक्शा जलाने की बात से मिनहाज ने किया इंकार
यूपी एटीएस की गिरफ्त में आए मिनहाज व मुशीर से रिमांड के चौथे दिन भी कई घंटे तक पूछताछ की गई. एटीएस के अफसरों का कहना है कि ये लोग सवालों के अजीबोगरीब जवाब देकर टीम को उलझा रहे हैं. मिनहाज व मुशीर के कुछ दस्तावेजों से भी काफी जानकारी मिली है.

मिनहाज ने पूछताछ में गैराज के अंदर किसी तरह का नक्शा जलाए जाने की बात से इंकार किया है. उसने कहा कि अभी नक्शा उसे उपलब्ध ही नहीं कराया गया था. यह जरूर कहा कि कमांडर ने ऑपरेशन को लेकर कई तरह के नक्शे तैयार किेए थे, जो जल्दी ही उन लोगों को दिए जाने वाले थे. मिनहाज ने बताया कि कुछ वीडियो के जरिए टिप्स दी गई थी. साजिश के बाद उन्हें भागने के लिये गाड़ियां ट्रैवेल एजेन्सी के जरिए मिलनी थी. यह ट्रैवेल एजेन्सी लखनऊ की हैं अथवा किसी अन्य जगह की. इस बारे में मुशीर व मिनहाज को नहीं बताया गया था.

डायरी की तलाश में जुटी ATS
यूपी एटीएस अफसरों की मानें तो मिनहाज की डायरी में मूसा नाम के शख्स का पता चला है. मूसा भी मिनहाज के संपर्क में था. एक डायरी में उसने मूसा और तौहीद की टेलीग्राम आईडी भी लिखकर रखी है. एटीएस रिमांड के दौरान डायरी को भी बरामद करने का प्रयास कर रही है. एटीएस पता लगाने का प्रयास कर रही है कि मिनहाज ने किससे और कहां से पिस्टल ली थी.

अलकायदा के हैंडलर मूसा और तौहीद की तलाश में दबिश
यूपी एटीएस सूत्रों के अनुसार, मूसा और तौहीद अलकायदा के हैंडलर हैं. मिनहाज और मुशीर सेन यूपी एटीएस के अलावा अन्य जांच व खुफिया एजेंसियां भी लगातार पूछताछ कर रही हैं. इनपुट के आधार पर मूसा और तौहीद की तलाश में यूपी और कश्मीर के ठिकानों पर छापे मारे जा रहे हैं. इसके अलावा एटीएस की टीम मुजफ्फरनगर भेजी गई है, जो बुधवार को पकड़े गए मुस्तकीम का गृह जनपद है.

इसे भी पढ़े-कांवड़ यात्रा मामले में पीएम मोदी और सीएम योगी आमने-सामने

वीडियो देखकर बम बनाने की ली ट्रेनिंग
मिनहाज ने पूछताछ में कुबूला है कि इंटरनेट पर अलकायदा से जुड़े वीडियो को देखकर ही वह उनसे जुड़ा था. बम बनाने की ट्रेनिंग भी वीडियो से ली थी. यूपी एटीएस जुलाई 2020 में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल द्वारा पकड़े गए मॉड्यूल से लिंक होने की पड़ताल कर रही है. दोनों मॉड्यूल की मॉडस आपरेंडी काफी मिलती जुलती है. जुलाई 2020 में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल द्वारा ही पकड़ा गया बलरामपुर का यूसुफ खान को भी एटीएस तलाश रही है. यूसुफ राम जन्म भूमि में पूजन से पहले फिदायीन हमले की तैयारी कर रहा था. यूसुफ आईएसआईएस के खोरासन मॉड्यूल से जुड़ा था. एटीएस इस बात की तस्दीक कर रही है कि कहीं यूसुफ और मिनहाज आपस में जुड़े तो नहीं हैं.

लखनऊ : उत्तर प्रदेश की राजधानी के काकोरी इलाके से पकड़े गए अलकायदा के संदिग्ध आतंकी (Al Qaeda Terrorist) मिनहाज (Minhaz) और मशीरुद्दीन उर्फ मुशीर (Maseeruddin) ने ATS की पूछताछ में कई राज उगले हैं. यूपी एटीएस ने कहा बकरीद और 15 अगस्त से पहले उत्तर प्रदेश दहलाने की साजिश में हर किरदार की भूमिका तय थी. यूपी में सीरियल ब्लास्ट को अंजाम देने के बाद मिनहाज, मुशीर व शकील और उसके अन्य साथियों को कौन से रास्ते से और किस वाहन से भागना है. इसका ब्लू प्रिंट पहले ही तैयार किया गया था.

पाकिस्तान के पेशावर में बैठा कमांडर उमर-उल-मंदी इन सब की मॉनिटरिंग कर रहा था. पूछताछ में यूपी एटीएस को मिनहाज के बारे में ठोस सबूत मिला है. ATS की मानें तो मिनहाज जम्मू-कश्मीर के संदिग्ध तौहीद के संपर्क में था. मिनहाज ने तौहीद को जनसेवा केंद्र से रकम ट्रांसफर की थी. कस्टडी रिमांड के दौरान एटीएस अब तौहीद की शिनाख्त के लिए मिनहाज को जम्मू-कश्मीर लेकर जाने की तैयारी में है.

एटीएस की मानें तो पाकिस्तान के पेशावर से ऑपरेट कर रहा उमर-उल-मंदी ने मिनहाज, मुशीर व शकील को यूपी दहलाने की पूरी जानकारी नहीं दी थी. लेकिन, वह बराबर इन पर नजर रखे हुए था. इस ऑपरेशन की पूरी जानकारी देने के लिए ही वह लखनऊ आने वाला था. ऑपरेशन के एक-दो दिन पहले ही वह साजिश का खुलासा मिनहाज व मुशीर से करता. इस मुलाकात के दौरान ही यह भी तय होना था कि मानव बम से विस्फोट कराया जाएगा, तो कौन इसका टारगेट होगा. अगर मानव बम वाला प्लान कैंसिल होता है, तो विस्फोट कैसे और कहां किया जाएगा. यह भी मुलाकात के दिन ही तय किया जाना था.

मिनहाज ने कश्मीर तौहीद को ट्रांसफर की थी रकम
यूपी एटीएस की मानें तो मिनहाज ने जनसेवा केंद्र से जम्मू कश्मीर के तौहीद के बैंक एकाउंट में ट्रांसफर किए थे. यूपी एटीएस ने उक्त बैंक की डिटेल एकत्र कर रही है. कस्टडी रिमांड के दौरान एटीएस अब तौहीद की शिनाख्त के लिए मिनहाज को जम्मू-कश्मीर लेकर जाने की तैयारी में है. संदिग्ध आतंकियों से पूछताछ में एटीएस को कई अहम जानकारियां मिल रही हैं.

नक्शा जलाने की बात से मिनहाज ने किया इंकार
यूपी एटीएस की गिरफ्त में आए मिनहाज व मुशीर से रिमांड के चौथे दिन भी कई घंटे तक पूछताछ की गई. एटीएस के अफसरों का कहना है कि ये लोग सवालों के अजीबोगरीब जवाब देकर टीम को उलझा रहे हैं. मिनहाज व मुशीर के कुछ दस्तावेजों से भी काफी जानकारी मिली है.

मिनहाज ने पूछताछ में गैराज के अंदर किसी तरह का नक्शा जलाए जाने की बात से इंकार किया है. उसने कहा कि अभी नक्शा उसे उपलब्ध ही नहीं कराया गया था. यह जरूर कहा कि कमांडर ने ऑपरेशन को लेकर कई तरह के नक्शे तैयार किेए थे, जो जल्दी ही उन लोगों को दिए जाने वाले थे. मिनहाज ने बताया कि कुछ वीडियो के जरिए टिप्स दी गई थी. साजिश के बाद उन्हें भागने के लिये गाड़ियां ट्रैवेल एजेन्सी के जरिए मिलनी थी. यह ट्रैवेल एजेन्सी लखनऊ की हैं अथवा किसी अन्य जगह की. इस बारे में मुशीर व मिनहाज को नहीं बताया गया था.

डायरी की तलाश में जुटी ATS
यूपी एटीएस अफसरों की मानें तो मिनहाज की डायरी में मूसा नाम के शख्स का पता चला है. मूसा भी मिनहाज के संपर्क में था. एक डायरी में उसने मूसा और तौहीद की टेलीग्राम आईडी भी लिखकर रखी है. एटीएस रिमांड के दौरान डायरी को भी बरामद करने का प्रयास कर रही है. एटीएस पता लगाने का प्रयास कर रही है कि मिनहाज ने किससे और कहां से पिस्टल ली थी.

अलकायदा के हैंडलर मूसा और तौहीद की तलाश में दबिश
यूपी एटीएस सूत्रों के अनुसार, मूसा और तौहीद अलकायदा के हैंडलर हैं. मिनहाज और मुशीर सेन यूपी एटीएस के अलावा अन्य जांच व खुफिया एजेंसियां भी लगातार पूछताछ कर रही हैं. इनपुट के आधार पर मूसा और तौहीद की तलाश में यूपी और कश्मीर के ठिकानों पर छापे मारे जा रहे हैं. इसके अलावा एटीएस की टीम मुजफ्फरनगर भेजी गई है, जो बुधवार को पकड़े गए मुस्तकीम का गृह जनपद है.

इसे भी पढ़े-कांवड़ यात्रा मामले में पीएम मोदी और सीएम योगी आमने-सामने

वीडियो देखकर बम बनाने की ली ट्रेनिंग
मिनहाज ने पूछताछ में कुबूला है कि इंटरनेट पर अलकायदा से जुड़े वीडियो को देखकर ही वह उनसे जुड़ा था. बम बनाने की ट्रेनिंग भी वीडियो से ली थी. यूपी एटीएस जुलाई 2020 में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल द्वारा पकड़े गए मॉड्यूल से लिंक होने की पड़ताल कर रही है. दोनों मॉड्यूल की मॉडस आपरेंडी काफी मिलती जुलती है. जुलाई 2020 में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल द्वारा ही पकड़ा गया बलरामपुर का यूसुफ खान को भी एटीएस तलाश रही है. यूसुफ राम जन्म भूमि में पूजन से पहले फिदायीन हमले की तैयारी कर रहा था. यूसुफ आईएसआईएस के खोरासन मॉड्यूल से जुड़ा था. एटीएस इस बात की तस्दीक कर रही है कि कहीं यूसुफ और मिनहाज आपस में जुड़े तो नहीं हैं.

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