लखनऊ : इंटरनेशनल एथलेटिक्स सर्किट में रेसवॉक में देश का परचम लहराने वाली यूपी की एथलीट प्रियंका गोस्वामी ने शनिवार को एक और इतिहास रच दिया. प्रियंका ने रांची में चल रही राष्ट्रीय चैंपियनशिप में नया राष्ट्रीय रिकार्ड बनाते हुए स्वर्ण पदक जीता. इसके साथ ही प्रियंका ने टोक्यो ओलंपिक के साथ विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप के लिए क्वालीफाई भी कर लिया.
झारखंड के रांची के मोराबाड़ी रोड पर आयोजित राष्ट्रीय चैंपियनशिप में 20 किलोमीटर रेसवॉक स्पर्धा को 1:28:45 मिनट में पूरा करते हुए नया राष्ट्रीय रिकार्ड बनाया. इसके साथ ही प्रियंका ने राजस्थान की भावना जाट का रिकार्ड तोड़ दिया. भावना ने 2020 में 1:29:54 मिनट में रेस पूरी करते हुए रिकार्ड बनाया था.
इसके साथ ही मेरठ निवासी एथलीट प्रियंका गोस्वामी ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करने वाली यूपी की तीसरी खिलाड़ी बन गई हैं. प्रियंका ने आज जो प्रतियोगिता जीती, उसमें उन्होंने टोक्यो ओलंपिक व वर्ल्ड चैंपियनशिप के क्वालीफाइंग मार्क को भी काफी पीछे छोड़ दिया. दरअसल, ओलंपिक व वर्ल्ड चैंपियनशिप के क्वालीफाइंग मार्क 1:31:00 मिनट था.
बता दें कि प्रियंका गोस्वामी से पहले यूपी के युवा निशानेबाज सचिन चौधरी और वाराणसी के शिवपाल सिंह जेवलिन थ्रो में टोक्यो ओलंपिक के लिए क्वालीफाई कर चुके हैं. प्रियंका इस साल प्रदेश के सर्वोच्च खेल सम्मान रानी लक्ष्मीबाई अवार्ड के लिए चुनी गईं थी, लेकिन कैंप में होने की वजह से प्रियंका अवार्ड समारोह में हिस्सा नहीं ले सकी थीं.
प्रियंका को एशियन चैंपियनशिप-2017 में चौथा स्थान मिला था. इसके अलावा केरल में हुए 35वें राष्ट्रीय खेल-2015 के साथ 2017-18 में गुंटूर में हुई 59वीं इंटरस्टेट सीनियर चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीता था. प्रियंका ने 2018-19 में चेन्नई और 2019-20 में रांची में हुई ओपन नेशनल चैंपिनयनशिप में रजत पदक जीता था. प्रियंका रोम में 2016 में हुई विश्व रेस वॉकिंग चैंपियनशिप में भारतीय टीम की ओर से हिस्सा ले चुकी हैं.
मां ने कहा-कृष्ण से प्रेम करो तो सफलता जरूर मिलेगी
दरअसल, पिछले साल फरवरी में प्रियंका रेस वॉकिंग चैंपियनशिप में ओलंपिक के लिए क्वालीफाई नहीं कर पाई थीं. वह अंतरराष्ट्रीय प्लेयर भावना जाट से महज 36 सेकंट से पिछड़ गईं थीं. इसका उनको काफी मलाल था और इसको लेकर वह काफी परेशान भी रहती थीं. मां ने पूछा किस बात को लेकर परेशान हो. बेटी ने वजह बताई तो मां ने कहा कृष्ण से प्रेम करोगी तो ओलंपिक क्वालीफायर टूर्नामेंट में जरूर जीतोगी. इस साल आयोजित अंतरराष्ट्रीय रेस वॉकिंग चैंपियनशिप में कुछ हुआ भी यूं.
प्रियंका बताती हैं कि मां के कहने पर उन्होंने कृष्ण से प्रेम करना शुरू किया और अपने लक्ष्य पर फोकस किया. पिछली बार से सबक लिया और लक्ष्य से खुद को भटकने नहीं दिया. यह मेहनत और ऊपर वाले से प्रेम का ही नतीजा है कि उन्होंने अपने प्रतिद्वंदी ओलंपिक क्वालीफायर भावना जाट को पीछे छोड़ते हुए नंबर वन पोजिशन पर आकर ओलंपिक के लिए टिकट ले लिया और क्वालीफाई कर गईं. अंतरराष्ट्रीय रेस वॉकिंग चैंपियनशिप के दौरान भी प्रियंका के साथ बाल गोपाल थे. जब वह प्रतियोगिता में हिस्सा ले रही थीं, उस दौरान भी वह बाल गोपाल को अपने साथ ही ले आईं थी.