ग्वालियर : केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर (Union Agriculture Minister Narendra Singh Tomar) ने कहा कि भारत मोटे अनाज जैसे स्वस्थ खाद्य पदार्थों के लिए प्रमुख देश बन रहा है. सरकार कुपोषण को दूर करने के लिए बायोफोर्टिफाइड (Biofortified) किस्मों की फसलों को बढ़ावा दे रहा है. भारत सरकार ने संयुक्त राष्ट्र के खाद्य एवं कृषि संगठन के समक्ष 'अंतरराष्ट्रीय मोटा अनाज वर्ष' मनाने का प्रस्ताव रखा था. भारत के प्रस्ताव को मंजूर करते हुए संयुक्त राष्ट्र (United Nations) ने वर्ष 2023 को 'अंतरराष्ट्रीय मोटा अनाज वर्ष' (International Year of Nutrition Cereals) के रूप में घोषित किया है.
भारत की हर थाली में होता था मोटा अनाज
मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि कुपोषण समाप्त हो और भारत लगातार विकास कर सकें, इसलिए सरकार प्रयास कर रही है. एक समय था जब मोटा और पोषक अनाज भारत में हर थाली का हिस्सा था. लेकिन अब इसकी जगह गेहूं और धान ने ले ली. आज इस बात का एहसास हो रहा है कि पोषण अनाज सबके लिए जरूरी है. भारत सरकार ने संयुक्त राष्ट्र के खाद्य एवं कृषि संगठन के समक्ष 'अंतरराष्ट्रीय मोटा अनाज वर्ष' मनाने का प्रस्ताव रखा था. संयुक्त राष्ट्र ने वर्ष 2023 को 'अंतरराष्ट्रीय मोटा अनाज वर्ष' के रूप में घोषित किया है.
कांग्रेस देख रही सपना, लोकतंत्र में इसकी मनाही नहीं है- तोमर
नरेंद्र सिंह तोमर ने ज्योतिरादित्य सिंधिया के दौरे पर कहा कि केंद्रीय मंत्री बनने के बाद सिंधिया पहली बार ग्वालियर आ रहे है. इसलिए कार्यकर्ता उनका भव्य स्वागत कर रहे है. वहीं सज्जन वर्मा के 15 दिन में सीएम शिवराज को बदलने के बयान पर तोमर ने कहा कि कांग्रेस को सपना देखने में कोई दिक्कत नहीं है. लोकतंत्र में इसकी मनाही नहीं है. लेकिन इस तरह की कोई बात नहीं है. शिवराज जी के नेृत्तव में मध्य प्रदेश में अच्छी सरकार चल रही है.