मुंबई. डिंडोशी सत्र न्यायालय ने बुधवार को केंद्रीय एमएसएमई मंत्री नारायण राणे और उनके विधायक बेटे नितेश राणे को मालवणी पुलिस थाने में दर्ज कराई गई एक शिकायत में कुछ शर्तों के साथ अग्रिम जमानत दे दी. जस्टिस एस.यू. बघेले की कोर्ट ने मंगलवार को दोनों पक्षों की दलीलें पूरी करने के बाद फैसला सुरक्षित रख लिया था. नारायण राणे और नितेश राणे के खिलाफ दिवंगत बॉलीवुड अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की सहयोगी दिशा सालियान की मां ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी. दिशा सालियान ने 8 जून, 2020 को संदिग्ध हालात में आत्महत्या कर ली थी. एक हफ्ते बाद सुशांत को भी उनके बांद्रा स्थित घर पर मृत पाया गया था.
कोर्ट से अग्रिम जमानत मिलने के बाद बीजेपी विधायक नितेश राणे ने सत्तारूढ़ महा विकास अघाड़ी सरकार पर दबाव बनाने की साजिश रचने का आरोप लगाया. नितेश राणे ने कहा कि लोकतांत्रिक व्यवस्था में निर्वाचित प्रतिनिधियों का कर्तव्य है कि वे अन्याय के खिलाफ आवाज उठाएं. दिशा सालियान को न्याय दिलाने के लिए जो भी आवश्यक होगा, हम करेंगे. उन्होंने आरोप लगाया कि मुंबई की मेयर किशोरी पेडनेकर के 22 फरवरी को दिशा पिता सतीश और मां वसंती सालियान से मुलाकात की थी. इसके बाद हालात उनके खिलाफ होने लगीं. नितेश राणा ने दावा किया कि मुंबई पुलिस ने भाजपा के कई नेताओं को निशाना बनाते हुए एक लिस्ट बनाई है. उन्होंने मुंबई पुलिस आयुक्त संजय पांडे के सीडीआर रिकॉर्ड की जांच करने की मांग की.
मुंबई पुलिस की पूछताछ का ब्योरा देते हुए नितेश ने बताया कि 9 घंटे की पूछताछ के दौरान मुंबई पुलिस की टीम ने जानना चाहा कि उन्हें सबूत कहां से मिले और इसे पुलिस को क्यों नहीं सौंपा जा रहा है. उन्होंने पुलिस को बताया कि वह सीबीआई को सभी सबूत मुहैया कराएंगे. बता दें कि पिछले महीने भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल और नितेश राणे ने दिशा सालियान की मौत के पीछे के रहस्य को सुलझाने के लिए 'मेगा-एक्सपोज' करने की धमकी दी थी.
इससे पहले, नारायण राणे ने दावा किया था कि दिशा सालियान को मार दिया गया था, क्योंकि वह कुछ 'रहस्य' जानती थी. इस पर सालियान के परिवार ने कहा था कि मुंबई पुलिस ने अपनी जांच पूरी कर ली है और परिवार अब आगे बढ़ने की कोशिश कर रहा है. मगर 'कुछ नेता' ने उनकी बेटी की मौत के बाद भी उस पर राजनीति कर रहे हैं. दिशा के मां-बाप ने चेतावनी दी कि अगर राजनीति नहीं रुकी, तो वे 'कुछ कठोर कदम' उठाएंगे, जिसके लिए केवल राजनेता ही जिम्मेदार होंगे. इसके बाद सालियान दंपति ने महाराष्ट्र राज्य महिला आयोग (सीएससीडब्ल्यू) की अध्यक्ष रूपाली चाकणकर को एक शिकायत सौंपी, जिसके आधार पर मालवणी पुलिस ने नारायण राणे और नितेश राणे के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया.
पढ़ें : केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने की पैटरनिटी लीव की वकालत