कोटा. केंद्रीय विधि एवं कानून राज्य मंत्री अर्जुन राम मेघवाल शनिवार को कोटा दौरे पर आए हुए हैं. यहां पर केंद्र सरकार की तरफ से कई विभागों में नव नियुक्त कार्मिकों को नियुक्ति पत्र देने का कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए हैं. इस दौरान उन्होंने मीडिया से बातचीत करते हुए राजस्थान के सरकार पर हमला बोला और कहा कि राजस्थान की सरकार में मंत्री भी सुरक्षित नहीं हैं. मेघवाल ने कहा कि राजस्थान में दलित-आदिवासी महिला सुरक्षित नहीं हैं. यहां पर थानों को भी लूट लिया जाता है. यहां तक कि थानों में दुष्कर्म तक के मामले सामने आ जाते हैं. स्कूलों में भी बलात्कार के मामले सामने आ रहे हैं. इस पर ही एक राजस्थान सरकार के ही मंत्री राजेंद्र गुढ़ा ने मामला उठाया.
उन्होंने विधानसभा में कहा कि अपने गिरेबान में झांके, मणिपुर की बात बाद में की जाए. यह सच बोलने की सजा मंत्री राजेंद्र गुढ़ा को मिली और उन्हें मंत्रिमंडल से बर्खास्त कर दिया गया. मैं तो यह कहना चाहता हूं कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के शासन में मंत्री भी सुरक्षित नहीं है. ओसियां की विधायक दिव्या मदेरणा कहती हैं कि मेरे दोनों तरफ कांग्रेस की गाड़ी चलती है, फिर भी मुझ पर हमला हो जाता है. वह खुद वीडियो में कह रही हैं कि मैं भी सुरक्षित नहीं हूं. कहीं अगला नंबर दिव्या मदेरणा का नहीं आ जाए. यह ऐसी सरकार है जो संवेदनहीनता की हदें पार कर चुकी है.
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मणिपुर के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि मैं संसदीय कार्य मंत्री का भी काम देख रहा हूं. ऑल पार्टी की मीटिंग हुई थी. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह अध्यक्षता कर रहे थे. सब ने कहा कि मणिपुर पर चर्चा कराओ. राजनाथ सिंह ने मीटिंग में सहमति जता दी. अगले दिन हमने भी कह दिया कि मणिपुर पर चर्चा की जाए, लेकिन विपक्षी पार्टियों का रवैया चर्चा करने की जगह संसद में हंगामा करने का ज्यादा है. विपक्षी पार्टियां कहती हैं कि कभी इस रूप से चर्चा कराई जाए या फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सदन में आएं, जबकि अगर चर्चा होगी तो इस मुद्दे पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी जवाब देंगे. यह बहुत संवेदनशील मामला है. इस पर काफी कुछ काम हमारी सरकार ने किया है.
जनप्रतिनिधियों से गांठ बांधकर नहीं रखें : कार्यक्रम के दौरान करीब 100 से ज्यादा केंद्रीय विभागों में नवनियुक्त अधिकारी कर्मचारियों को नियुक्ति पत्र दिए गए हैं. इस कार्यक्रम को वीसी के जरिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी संबोधित किया. साथ ही कर्म योगी अभियान के तहत उन्हें भारत के उत्थान के लिए जुटने के लिए कहा है. मंत्री मेघवाल ने इन सभी कार्मिकों को संबोधित करते हुए कहा कि आप लोगों के पास में एमएलए, एमपी और मंत्री का भी फोन आएगा, क्योंकि उनके पास में लोग पहुंचते हैं और यह लोकतांत्रिक व्यवस्था का सिस्टम है, लेकिन कई बार वाजिब काम भी नहीं होते हैं.
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कांग्रेस पार्टी जिस राजस्थान माडल का झुनझुना देशभर में घूम-घूमकर बजा रही थी, उसको आज उसके सरकार के मंत्री ने ही सदन में आइना दिखा दिया।
— Arjun Ram Meghwal (@arjunrammeghwal) July 21, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
क्या मुखिया जी, अब भी झूठी पोस्टरबाजी करते रहेंगे या अपने गिरेबाँ में झाँकेंगे? pic.twitter.com/wc9uoOhQK1
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क्या मुखिया जी, अब भी झूठी पोस्टरबाजी करते रहेंगे या अपने गिरेबाँ में झाँकेंगे? pic.twitter.com/wc9uoOhQK1कांग्रेस पार्टी जिस राजस्थान माडल का झुनझुना देशभर में घूम-घूमकर बजा रही थी, उसको आज उसके सरकार के मंत्री ने ही सदन में आइना दिखा दिया।
— Arjun Ram Meghwal (@arjunrammeghwal) July 21, 2023
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राजेंद्र राठौड़ ने भी साधा निशाना, बोले- पायलट की यात्रा से ही थी गुढ़ा पर सीएम की नजर : गहलोत सरकार में मंत्री राजेंद्र गुढ़ा की बर्खास्तगी के बाद बीजेपी का हमला कांग्रेस पर लगातार जारी है. नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने शनिवार को बीजेपी मुख्यालय में मीडिया से बात करते हुए एक बार फिर सीएम गहलोत को निशाने पर लेते हुए कहा कि जब से राजेंद्र गुढ़ा पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट की जन संघर्ष यात्रा में शामिल हुए, तबसे सीएम गहलोत की नजर उन पर थी, जो कल परिणामस्वरूप सबके सामने आई.
बीजेपी के संपर्क नहीं : वहीं, गुढ़ा के बीजेपी में शामिल होने के सवाल पर राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि गुढ़ा बीजेपी के संपर्क में नहीं हैं और न ही वह बीजेपी में शामिल हो रहे हैं. राठौड़ ने कहा कि हम गुढ़ा से संपर्क क्यों करेंगे. उनका अपना दल है, अपना विचार है. राठौड़ ने कहा कि यह सच है कि प्रदेश में महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं. मौजूदा वक्त में घर से बाहर तक निकलने में उन्हें डर लगने लगा है. जिस तरह के हालात महिला सुरक्षा को लेकर राजस्थान में बने हुए हैं, उन हालातों पर राजेंद्र गुढ़ा ने सदन में सच बोला था. लेकिन इस सरकार को सच सुनने की हिम्मत नहीं है. इसीलिए उन्होंने सच बोलने की सजा मंत्री पद गंवा कर मिली.