बोलपुर : पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने केंद्रीय बजट को 'जनविरोधी' करार देते हुए बुधवार को कहा कि इसमें गरीबों का ध्यान नहीं रखा गया. बीरभूम जिले के बोलपुर में एक सरकारी समारोह को संबोधित करते हुए उन्होंने दावा किया कि आयकर स्लैब में बदलाव से किसी की मदद नहीं होगी. उन्होंने कहा, "यह केंद्रीय बजट भविष्यवादी नहीं है, और पूरी तरह से अवसरवादी, जनविरोधी तथा गरीब विरोधी है. यह केवल एक वर्ग के लोगों को लाभान्वित करेगा. यह बजट देश की बेरोजगारी के मुद्दे को हल करने में मदद नहीं करेगा. इसे 2024 के लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए तैयार किया गया है."
बनर्जी ने कहा, "आयकर स्लैब में बदलाव से किसी की मदद नहीं होगी. इस बजट में आशा की कोई किरण नहीं है - यह एक खराब बजट है. मुझे आधा घंटा दें और मैं आपको दिखाऊंगी कि गरीबों के लिए बजट कैसे तैयार किया जाता है." केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज संसद में 2023-24 का बजट पेश किया. उन्होंने नई कर व्यवस्था के तहत सात लाख रुपये तक की वार्षिक आय वालों के लिए कोई कर नहीं देने की घोषणा की, लेकिन पुरानी व्यवस्था में बने रहने वालों के लिए कोई बदलाव नहीं किया.
बता दें कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज आर्थिक वर्ष 2023-24 का बजट संसद में पेश किया. यह मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का आखिरी पूर्ण बजट भी रहा. वित्त मंत्री ने लोकसभा में सुबह 11 बजे अपना पांचवां बजट पेश किया. उन्होंने अपने बजट स्पीच में कहा कि यह अमृतकाल में पहला बजट है. दुनिया ने भारतीय अर्थव्यवस्था को एक चमकते सितारे के रूप में पहचाना है. निर्मला सीतारमण ने अपने संबोधन में कहा कि हमारी आजादी के 75वें वर्ष में दुनिया ने भारतीय अर्थव्यवस्था को एक चमकते सितारे के रूप में पहचाना है. उन्होंने कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था सही रास्ते पर है और चुनौतियों के इस समय के बावजूद उज्जवल भविष्य की ओर बढ़ रही है.