नई दिल्ली : अपने खिलाफ चल रहे मुकदमों से बेफिक्र राहुल गांधी (Rahul Gandhi) एक रोल में नजर आ रहे हैं. 11 अप्रैल को केरल में अपने पूर्व संसदीय क्षेत्र वायनाड के मतदाताओं को धन्यवाद देने के बाद, कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष 16 अप्रैल को कर्नाटक के कोलार में एक बड़ी रैली को संबोधित करेंगे.
राज्य के वरिष्ठ नेता बीके हरि प्रसाद ने बताया, 'राहुल जी के कोलार दौरे को लेकर कांग्रेस में काफी उत्साह है. पार्टी का प्रचार जारी है और बहुत अच्छा चल रहा है. राज्य इकाई के प्रमुख डीके शिव कुमार और सीएलपी नेता के सिद्धारमैया सहित राज्य के सभी वरिष्ठ नेता 16 अप्रैल की रैली में भाग लेंगे.'
कोलार वही जगह है जहां राहुल ने मोदी उपनाम पर अपनी विवादास्पद टिप्पणी की थी, जिसके कारण उन्हें सूरत की एक अदालत ने आपराधिक मानहानि के मामले में दोषी ठहराया और सजा सुनाई. उस फैसले के बाद में लोकसभा से उनकी अयोग्यता हुई.
हालांकि राहुल ने आरोप लगाया है कि उनकी सजा और अयोग्यता उन्हें टारगेट करने के लिए भाजपा के एजेंडे का हिस्सा थी. उम्मीद है कि 16 अप्रैल को कोलार में अपने भाषण के दौरान राहुल भगवा पार्टी पर हमला बोलेंगे, जैसा कि वह अतीत में करते रहे हैं. पार्टी के अंदरूनी सूत्रों ने कहा, वायनाड यात्रा का उद्देश्य मतदाताओं के साथ नेता के जुड़ाव को प्रदर्शित करना था.
कांग्रेस के दिग्गज नेता आनंद शर्मा के अनुसार,'जिस तरह से राहुल गांधी के साथ हुआ यदि वही, मानक अन्य नेताओं के भाषणों पर लागू होते, तो संसद खाली हो जाती.'
पार्टी के अंदरूनी सूत्रों ने कहा कि अब तक जिस तरह से चुनावी राज्य में कांग्रेस के लिए चीजें चल रही हैं, उससे पता चलता है कि सबसे पुरानी पार्टी अपने प्रतिद्वंद्वियों बीजेपी और जेडी-एस पर बढ़त बनाए हुए है.
जबकि शर्मा ने भविष्यवाणी की है कि कांग्रेस निश्चित रूप से कर्नाटक जीतेगी. वहीं, हरि प्रसाद ने भी कहा, 'कांग्रेस बीजेपी और जेडी-एस से ज्यादा आत्मविश्वासी है.' हरि प्रसाद ने कहा कि, 'बीजेपी में टिकट बंटवारे को लेकर घमासान मचा हुआ है, जबकि हमने न केवल जल्दी टिकटों की घोषणा की बल्कि अब तक कवायद सुचारु रही है.'
पार्टी के अंदरूनी सूत्रों के मुताबिक, राहुल की रैली पहले 10 अप्रैल को होनी थी, लेकिन इसे स्थगित कर दिया गया क्योंकि पार्टी इससे पहले सभी टिकटों को फाइनल करना चाहती थी.
यह देखते हुए कि पार्टी को अभी भी लगभग 30 सीटों पर नाम साफ़ करना है, पार्टी के अंदरूनी सूत्रों ने कहा कि कवायद जल्द ही पूरी हो जाएगी. टिकट वितरण, पार्टी प्रचार और आगामी कोलार रैली पर चर्चा करने के लिए वायनाड दौरे से पहले पूर्व मुख्यमंत्री और सीएलपी नेता के सिद्धारमैया ने दिल्ली में राहुल से मुलाकात की.
पिछले कुछ दिनों से राहुल सीईसी की बैठकों में 10 मई को होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए पार्टी उम्मीदवारों के नाम तय करने में काफी समय लगा रहे थे. पिछले साल राहुल ने राज्य इकाई को 150 सीटों का लक्ष्य दिया था, जिसके बाद कर्नाटक कांग्रेस के अध्यक्ष डीके शिव कुमार का दावा है कि पार्टी आसानी से 130 सीटें जीत लेगी. मानदंडों के अनुसार, पार्टी को 224 सदस्यों वाले सदन में साधारण बहुमत प्राप्त करने के लिए 113 सीटों की आवश्यकता है.
एआईसीसी प्रभारी कर्नाटक रणदीप सुरजेवाला ने कहा, 'कर्नाटक में 40 फीसदी कमीशन वाली बीजेपी सरकार 40 से कम सीटों तक सिमट कर रह जाएगी. जनता राज्य सरकार को माफ नहीं करेगी. भाजपा में टकराव और अराजकता है. इसके विपरीत, पिछले दो वर्षों में कांग्रेस में कोई संघर्ष नहीं हुआ है. कर्नाटक में कांग्रेस सबसे ज्यादा एकजुट है.'
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