झांसीः जिले में गुरुवार को हुए एनकाउंटर के बाद अतीक अहमद के बेटे असद और उसके साथी गुलाम के शव को लेकर यह मशक्कत चल रही थी कि आखिर उनके शवों का क्या किया जाए. दरअसल, दोनों शवों को लेने दोपहर तक कोई नहीं पहुंचा था. शाम को असद के फूफा अपने वकील के साथ शव लेने के लिए झांसी मेडिकल कॉलेज के पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे. हालांकि पहले चर्चा थी कि असद का शव लेने उसके नाना या फिर मौसा पहुंच सकते हैं. वहीं, गुलाम के शव को लेने के लिए परिजनों ने पहले ही मना कर दिया था. गुलाम के कोई भी परिजन झांसी नहीं पहुंचे. ऐसे में अब झांसी के ही कब्रिस्तान में उसके शव को दफनाने की तैयारी हो रही है.
झांसी मेडिकल कॉलेज के पोस्टमार्टम हाउस में अतीक अहमद के वकील हिमांशु पांडेय शव लेने के लिए पहुंचे. उन्होंने ईटीवी से बातचीत में कहा कि उनके परिजनों से बात हुई है. उनके सीनियर वकील ने असद के शव को लेने के लिए झांसी भेजा है. प्रयागराज से दो जूनियर अधिवक्ताओं के साथ असद के फूफा डॉक्टर अहमद भी मेडिकल कॉलेज पोस्टमार्टम हाउस में पहुंचे.
हालांकि असद के फूफा ने मीडिया से कोई बात नहीं की. वहीं, अतीक के अधिवक्ता ने कहा कि अभी उनकी झांसी के प्रशासन से कुछ बात चल रही है. इसके बाद वह स्पष्ट करेंगे कि आखिर कैसे असद का शव हासिल किया जा सकेगा. सभी कानूनी प्रक्रिया पूरी करने के बाद ही वे शव को लेकर रवाना होंगे.
हालांकि जब उनसे गुलाम के शव के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि इस बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं है. उन्हें सिर्फ असद का शव ही लाने के लिए कहा गया है. वहीं, यह माना जा रहा है कि यदि देर रात तक गुलाम के परिजन शव लेने नहीं आए तो झांसी के ही कब्रिस्तान में शव को दफना दिया जाएगा. झांसी के कब्रिस्तान में शुक्रवार को दो कब्रें खुदवाई गईं थीं. पहले पुलिस की यह तैयारी थी कि यदि कोई भी परिजन शव लेने नहीं पहुंचा तो दोनों शव यहीं दफना दिए जाएंगे. अब चूंकि असद के परिजन पहुंच गए हैं तो उसका शव परिजनों को सुपुर्द कर दिया जाएगा. यदि गुलाम के परिजन देर रात तक नहीं आए तो उसे झांसी के ही कब्रिस्तान में सुपुर्द ए खाक कर दिया जाएगा.
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