ऊना: हिमाचल प्रदेश के जिला ऊना के बहडाला गांव का एक युवक कुवैत में रहस्यमय परिस्थितियों में लापता हो गया है. हालांकि इस युवक को 23 सितंबर को घर वापसी करनी थी, लेकिन अभी तक ना तो यह युवक वापस घर पहुंचा है और ना ही इसकी कोई खबर परिजनों तक पहुंची है. हाथ में पति की तस्वीर लिए पत्नी का रो-रोकर बुरा हाल है, जबकि पिता भी बेटे को देखने के लिए तरस रहे है.
जनवरी में कुवैत गया था राजकुमार: परिजनों से मिली जानकारी के अनुसार परिवार का पालन पोषण करने की लालसा लिए जनवरी 2023 में ही राजकुमार कुवैत गया था. हालांकि वहां से घर वापसी की बात खुद राजकुमार ने पत्नी को फोन करके बताई थी और 23 सितंबर का एयर टिकट कंफर्म होने की बात भी कही थी. जबकि नई दिल्ली से हिमाचल तक रेल टिकट बुक करवाने को उसने अपनी पत्नी को कहा था.
परिवार ने केंद्र से लगाई मदद की गुहार: पत्नी ने पति के लिए नई दिल्ली से हिमाचल तक का रेल टिकट बुक करवाया. जिसके बाद से अब तक राजकुमार की कोई खोज खबर नहीं है. पत्नी सहित पूरे परिवार का रो-रो कर बुरा हाल है. राजकुमार के परिजनों ने केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर और दूतावास को ई-मेल भेज कर इस मामले को उठाया है. वहीं, केंद्र सरकार से परिवार ने राजकुमार की सकुशल वतन वापसी की गुहार लगाई है.
कुवैत में नहीं रहना चाहता था राजकुमार: राजकुमार की पत्नी रीता देवी ने बताया कि उसके पति इसी साल जनवरी में कुवैत में नौकरी करने गए थे, लेकिन एजेंट द्वारा जो वायदे किये गए थे, वैसा उसे कुवैत में कुछ नहीं मिला. जिसके बाद राजकुमार ने वतन वापिसी का मन बना लिया और उसने खुद अपनी पत्नी को 23 सितंबर को घर वापस आने की बात कही थी. राजकुमार ने अपनी पत्नी से नई दिल्ली से हिमाचल तक का रेल टिकट बुक करवाने को कहा था.
रेल टिकट बुक होने के बाद से नहीं हुई बात: रीता देवी ने बताया कि उसने नई दिल्ली से हिमाचल तक का रेल टिकट बुक करवाकर पति को व्हाट्सएप पर भेजा, लेकिन आज तक दूसरी तरफ से कोई जवाब नहीं आया. पत्नी ने लगातार पति से संपर्क करने के लिए उसे कॉल भी किया, लेकिन फोन बंद आता रहा. यहां तक की उसका व्हाट्सएप भी अब मैसेज रिसीव नहीं कर रहा है. राजकुमार की पत्नी ने सरकार से गुहार लगाई है कि उसके पति का जल्द पता लगाकर उन्हें सकुशल घर वापस लाया जाए.
बेटे के इंतजार में तरसी पिता की आंखें: वहीं, राजकुमार के पिता ओंकार सिंह ने बताया कि परिवार का पालन पोषण करने की जदोजहद के चलते उनका बेटा कुवैत गया था, लेकिन अब उनका अपने बेटे से संपर्क पूरी तरह से टूट चुका है. बेटे को कुवैत भेजने वाले एजेंट के जरिए से भी वह संपर्क करने का प्रयास कर रहे हैं, लेकिन नतीजा कुछ भी नहीं निकल रहा है. उन्होंने बताया कि केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर और भारतीय दूतावास में भी ईमेल के माध्यम से संपर्क किया गया, लेकिन वहां से भी अभी तक कोई जवाब नहीं मिला है. बेटे के लापता होने से चिंतित दिख रहे पिता ने सरकार से मदद की गुहार लगाई है.