प्रयागराज: उमेश पाल हत्याकांड के बाद से प्रदेश की उन सभी जेलों में सतर्कता बढ़ा दी गई है, जहां पर बाहुबली अतीक अहमद के परिवार वाले बंद हैं. इसी कड़ी में नैनी सेंट्रल जेल में भी सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई थी. जेल में बढ़ाई गई सख्ती का नतीजा है कि जेल के अंदर मोबाइल ले जा रहा एक युवक जेल गेट पर चेकिंग के दौरान ही पकड़ लिया गया. उसके पास से एक स्मार्ट फोन और सिम के साथ ही मोबाइल चार्जर, इयरफोन भी बरामद हुआ है. तलाशी के दौरान बरामद मोबाइल और उसके साथ ही अन्य सामान को कब्जे में लेकर नैनी पुलिस को सौंप दिया गया. इसके साथ ही यह भी जांच की जा रही है कि पकड़ा गया व्यक्ति जेल में किसके लिए मोबाइल पहुंचाने गया था.
नैनी सेंट्रल जेल में चोरी छिपे मोबाइल ले जाने वाले युवक को जेल के सुरक्षाकर्मियों ने पकड़ लिया. मंगलवार दोपहर में बागपत के बंदी से मिलने के लिए नैनी थाना क्षेत्र के अरैल इलाके का रहने वाला राज मिश्रा नैनी सेंट्रल जेल पहुंचा था. शक होने के बाद जेल के सुरक्षाकर्मियों ने रोककर उसकी तलाश ली. तलाशी के दौरान कुछ नहीं मिला. लेकिन, जब सुरक्षाकर्मियों ने उसके सामान की तलाशी शुरू की तो वो दंग रह गए. क्योंकि, इस युवक ने देशी घी के पैक डिब्बे के अंदर पॉलीथिन में लपेटकर स्मार्ट फोन छिपाया हुआ था. फोन के साथ ही पैकेट में चार्जर, इयरफोन और सिम भी था.
बागपत के ककड़ीपुर थाना क्षेत्र के रहने वाले बंदी अनिल उर्फ धनपत से मिलने के नाम पर प्रयागराज के नैनी सेंट्रल जेल के नजदीक ही रहने वाला राज मिश्रा जेल में जा रहा था. जब जेल के मेन गेट से अंदर जाने से पहले जेल वार्डर की टीम ने उसकी तलाशी शुरू की तो उन्हें युवक पर शक हुआ. क्योंकि, जेल के करीब रहने वाले मुलाकाती युवक और बंदी के बीच कोई सीधा कनेक्शन नहीं मिला. साथ ही उसके व्यवहार पर जेल के सुरक्षाकर्मियों का शक बढ़ने लगा तो उसकी सघन तलाशी शुरू की गई. इसी दौरान उसके पास मिले देशी घी के डिब्बे के अंदर से स्मार्ट मोबाइल फोन के साथ ही चार्जर, सिम और इयरफोन भी बरामद हुआ. इसके बाद युवक को पकड़कर नैनी पुलिस को सौंप दिया गया.
नैनी सेंट्रल जेल में बाहुबली पूर्व सांसद अतीक अहमद का बेटा अली अहमद भी कई महीनों से बंद है. अली जेल के अंदर से मोबाइल के जरिए पिता और गैंग ने अन्य लोगों से जुड़ा रहता था. लेकिन, 24 फरवरी को हुए उमेश पाल हत्याकांड के बाद से जेल में अली के साथ भी सख्ती बढ़ा दी गई है. इसी बीच जेल के अंदर स्मार्ट फोन ले जाने का ये मामला सामने आया तो पुलिस भी चौकन्नी हो गई. पुलिस यह पता लगाने में जुट गई है कि पकड़ा गया राज मिश्रा बागपत के बंदी के लिए ही मोबाइल लेकर जा रहा था या राज के नाम पर ये मोबाइल अली तक पहुंचाने का मकसद था.
फिलहाल, पुलिस इन सभी सवालों का जवाब तलाश रही है कि नैनी के अरैल इलाके में रहने वाले राज का बागपत के बंदी से क्या रिश्ता है? वो किसके कहने पर जेल के अंदर मोबाइल ले जाने का दुस्साहसिक कार्य करने गया था? इस युवक को मोबाइल और सिम किसने दिया था? ये मोबाइल किसके पास तक पहुंचना था? इस मोबाइल का उमेश पाल कांड में फंसे अली अहमद से कोई संबंध तो नहीं है? इन सभी सवालों का जवाब पुलिस पता कर रही है.
बहरहाल, इस मोबाइल का अतीक अहमद के बेटे से कोई संबंध है या नहीं इस बारे में कोई पुलिस अफसर और जेल के अधिकारी भी बोलने को तैयार नहीं हैं. उमेश पाल हत्याकांड के बाद से बरेली, लखनऊ और नैनी सेंट्रल जेल की सुरक्षा कड़ी कर दी गई है. क्योंकि, उमेश पाल हत्याकांड के आरोपी खालिद अजीम उर्फ अशरफ बरेली जेल में बंद है. जबकि, अतीक अहमद का बड़ा बेटा उमर अहमद लखनऊ जेल में बंद है. वहीं, बाहुबली का दूसरे नंबर का बेटा अली अहमद नैनी सेंट्रल जेल में बंद है. इसी वजह से इन तीनों जेल की सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है.
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