प्रयागराज: अधिवक्ता उमेश पाल की प्रयागराज के धूमनगंज में गोलियों से छलनी करके हत्या कर दी गई थी. इस हत्याकांड में बिरयानी का कनेक्शन मिल रहा है. पुलिस अब इस बिरयानी कनेक्शन को तलाशने में जुट गई है. दरअसल, इस हत्याकांड में जिस कार का इस्तेमाल किया गया. वो शहर के सिविल लाइंस इलाके की फेमस बिरयानी की दुकान के मालिक की बताई जा रही है.
हालांकि ये भी कहा जा रहा है कि दुकानदार ने इस गाड़ी को करीब साल भर पहले अतीक परिवार की करीबी रुखसार नाम की महिला को दे दिया था. लेकिन, कार अभी तक बिरयानी कारोबारी नफीस के नाम पर ही दर्ज बताई जा रही है. जिसकी जानकारी मिलने के बाद पुलिस ने बिरयानी दुकानदार और रुखसार नाम की महिला की तलाशी में दबिश दी लेकिन वो दोनों ही फरार बताए जा रहे हैं. हालांकि इस बात की भी चर्चा है कि नफीस बिरयानी वाले को पुलिस कस्टडी में ले चुकी है.
नफीस ने बाहुबली अतीक अहमद के दम पर शुरू किया था बिरयानी का कारोबार
प्रयागराज के सिविल लाइन इलाके में बिरयानी की मशहूर दुकान पर रोजाना लोगों की भीड़ जुटती है. कभी इस बिरयानी वाले का पूरे सिविल लाइंस इलाके में जलवा था. लेकिन, यूपी में योगी की सरकार बनने के बाद अतीक अहमद के बुरे दिन शुरू हो गए. अतीक परिवार के साथ ही उसके करीबी रहे बिरयानी कारोबारी नफीस के भी खराब दिन शुरू हो गए.
नफीस का बिरयानी बनाने का कुकिंग हाउस नवाब यूसुफ रोड पर बाहुबली अतीक अहमद की जमीन पर बने बड़े से घर मे चल रहा था. जिसे दो साल पहले प्रयागराज विकास प्राधिकरण ने माफिया की अवैध संपत्ति घोषित करते हुए जमींदोज कर दिया था. इसके साथ ही नफीस की बिरयानी की सिविल लाइंस के महात्मा गांधी मार्ग पर बनी अवैध दुकान को भी तोड़ दिया गया था. जिसके बाद कई महीने तक नफीस का बिरयानी का कारोबार बंद था. लेकिन, कुछ महीने पहले नफीस ने सिविल लाइंस इलाके में राणा प्रताप चौराहे के पास फिर से बिरयानी की दुकान बड़े पैमाने पर शुरू कर दी थी.
नफीस अतीक गैंग का बेहद करीबी बताया जा रहा
बिरयानी का ये कारोबारी अतीक अहमद का करीबी बताया जाता है. इससे पहले जब सीएए एनआरसी का प्रोटेस्ट चल रहा था तब प्रदर्शनकारियों को मुफ्त में बिरयानी खिलाने की वजह से नफीस चर्चा में आया था. इसके साथ ही वो प्रशासन के निशाने पर भी आ गया था. उसकी अवैध तरीके से चल रही बिरयानी की दुकानों को बंद करवाने के साथ ही दुकान पर बुलडोजर चलवा दिया गया था. लेकिन, नफीस अतीक गैंग से जुड़े किसी भी आपराधिक मामले में सीधे जुड़ा हुआ नहीं मिला, जिस वजह से वो जेल जाने से बचता रहा है.
मुश्किल में फंस सकता है ईटऑन बिरयानी वाला
उमेश पाल हत्याकांड में जिस सफेद क्रेटा कार का इस्तेमाल किया गया है, उसको पुलिस ने अतीक अहमद के घर के पास से बरामद कर लिया है. पुलिस ने जब कार को बरामद किया तब उस पर आगे पीछे कोई नंबर प्लेट नहीं थी. इस पुलिस ने चेसिस नंबर के जरिये मालिक का पता लगाया तो कार का मालिक नफीस निकला. लेकिन, बताया जा रहा है कि कार का इस्तेमाल फिलहाल अतीक अहमद की करीबी रिश्तेदार रुखसार और उसका परिवार करता था.
यह भी कहा जा रहा है कि कार को नफीस ने इस महिला को बेच दिया था या फिर अतीक के परिवार के कहने पर महिला को कार दे दी थी. फिलहाल कार मालिक के रूप में नफीस की पहचान हुई है. इस वजह से पुलिस ने नफीस की तलाश में ताबड़तोड़ छापेमारी की है. वहीं सूत्रों से पता चला है कि नफीस को पुलिस ने कस्टडी में लिया है और उससे पूछताछ कर रही है. जबकि रुखसार नाम की महिला घर छोड़कर फरार है.
अतीक के बेटे के सरेंडर करने की अफवाह तेज
उमेश पाल हत्यकांड के बाद से अतीक अहमद के परिवार को लेकर तमाम तरह की सूचनाएं वायरल हो रही है. लेकिन, प्रयागराज में सोमवार को हुई मुठभेड़ के बाद अतीक अहमद के फरार बेटे असद के सरेंडर करने की चर्चा काफी तेजी से फैल रही है. असद अतीक अहमद का तीसरे नंबर का बेटा है और उमेश पाल हत्याकांड में उसी का नाम सामने आ रहा है. इसके साथ अतीक अहमद के चौथे और पांचवे नंबर के बेटों के पुलिस कस्टडी में होने की बात कही जा रही है. लेकिन, पुलिस द्वारा ऐसी जानकारी से इनकार किया जा रहा है.
बेटों की चिंता से सहमी हुई हैं अतीक अहमद की पत्नी
अतीक अहमद के पांच बेटे हैं, जिसमें से सबसे बड़ा उमर लखनऊ जेल में बंद है. दूसरे नंबर का बेटा अली अहमद प्रयागराज के नैनी सेंट्रल जेल में बंद है. जबकि तीसरे नंबर का बेटा असद इस हत्याकांड के बाद से फरार चल रहा है. उमेश पाल शूट आउट में काले टीशर्ट वाला शूटर असद को ही बताया जा रहा है. जबकि नौंवी और बारहवीं कक्षा में पढ़ने वाले दो नाबालिग बेटे इस वक्त पुलिस हिरासत में बताए जा रहे हैं.
अतीक अहमद के पांच बेटों में से दो जेल में बंद और एक बेटा पुलिस के डर से फरार चल रहा है. जबकि दो नाबालिग बेटे पुलिस कस्टडी में बताए जा रहे हैं. इसी वजह से अतीक अहमद की पत्नी को पांचों बेटों के साथ ही पति और देवर अशरफ की जान को खतरा बता रही हैं. एक तरफ जेल में बंद पति बेटों और देवर को कस्टडी रिमांड पर लेकर मुठभेड़ में मारने का डर सता रहा है. तो दूसरी तरफ फरार बेटे के एनकाउंटर किए जाने का भी डर है.
इसके साथ ही दो नाबालिग बेटों के साथ भी अनहोनी होने की आशंका शाइस्ता परवीन ने जतायी है. यही नहीं शाइस्ता परवीन ने उमेश पाल की घटना में अपने परिवार का हाथ होने से इनकार करने के साथ ही पूरी घटना की सीबीआई जांच की मांग भी की है. इसके साथ ही अपनी मांगों को लेकर उन्होंने सीएम योगी से इंसाफ के लिए गुहार लगाई है. साथ ही कोर्ट में भी अर्जी देकर बेटे और पति के लिए इंसाफ की मांग की है.
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