इस्लामाबाद : पाकिस्तान की यात्रा के दौरान बोलते हुए ब्रिटिश विदेश सचिव डॉमिनिक रॉब ने कहा कि ब्रिटेन, तालिबान को काबुल में नई सरकार के रूप में मान्यता नहीं देगा. राब ने आगे कहा कि अफगानिस्तान में नई वास्तविकताओं से निपटा जाना चाहिए और यह भी कहा कि यूके देश के सामाजिक और आर्थिक ताने-बाने को टूटा हुआ नहीं देखना चाहता.
इस बीच तालिबान के साथ बातचीत के महत्व पर जोर देते हुए उन्होंने कहा कि समूह के साथ कुछ हद तक सहयोग के बिना निकासी प्रक्रिया संभव नहीं हो सकती. उन्होंने कहा कि तालिबान के साथ कुछ हद तक सहयोग के बिना काबुल से लगभग 15000 लोगों को निकालना संभव नहीं होगा. उन्होंने कहा कि हम संलग्न होने और संचार की सीधी रेखा रखने में सक्षम होने के महत्व को देखते हैं.
रॉब अफगानिस्तान के हालात पर चर्चा करने के लिए दो दिवसीय दौरे पर हैं. वे तीन सितंबर तक पाकिस्तान में रहेंगे. जियो न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार वह अफगानिस्तान में उभरती स्थिति और द्विपक्षीय मामलों पर पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी के साथ बातचीत करेंगे.
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विदेश कार्यालय ने एक बयान में कहा कि विदेश सचिव रॉब भी नेतृत्व स्तर पर बातचीत करने वाले हैं. वह प्रधानमंत्री इमरान खान और सेनाध्यक्ष कमर जावेद बाजवा से भी मुलाकात करेंगे. ब्रिटिश विदेश सचिव डॉमिनिक रॉब ने पाकिस्तान के पीएम इमरान खान के बीच वार्ता के बाद ट्वीट भी किया.
रॉब ने अपने ट्वीट में लिखा कि, इमरान खान के साथ अफगानिस्तान का समर्थन करने को लेकर बात हुई. उन्होंने यह भी लिखा कि अंतरराष्ट्रीय बिरादरी तालिबान को उनके काम से जानेगी, ना कि उनके वादों से.
(ANI)