ETV Bharat / bharat

सोशल मीडिया पर दोस्ती कर ऐंठे 67 लाख, पुलिस ने किया गिरफ्तार

author img

By

Published : Apr 5, 2022, 11:21 AM IST

मध्य प्रदेश के उज्जैन की साइबर सेल टीम ने क्लीयरेंस के नाम पर मोटी रकम ऐंठने वाले चार शातिर ठगों को गिरफ्तार किया है. इनमें से दो उत्तराखंड के रूद्रपुर निवासी है व दो विदेशी नागरिक हैं. ठग सोशल मीडिया पर दोस्ती कर, विदेश से महंगे गिफ्ट भेजने और कस्टम समेत अन्य क्लीयरेंस के नाम पर पैसे ऐंठते थे. साथ ही शादी का झांसा देकर विश्वास में लेकर ठगी को अंजाम देते थे.

4 international thugs arrested by mp cyber police
सोशल मीडिया पर दोस्ती कर करते थे ठगी

उज्जैन: साइबर पुलिस को ठगी के एक मामले में बड़ी सफलता हाथ लगी है. शहर के संत नगर निवासी युवती ने थाना माधवनगर पुलिस को 2018 में 67 लाख रुपए की ठगी की शिकायत दर्ज कराई थी. युवती ने बताया था कि वह सोशल मीडिया पर एक विदेशी नागरिक से संपर्क में थी जिसने उसे शादी का झांसा देकर ठगी की. इसपर पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए धारा 420 में प्रकरण पंजीबद्ध किया और मामले को संज्ञान में लिया. इस साइबर ठगी के मामले को पुलिस ने साल 2020 में राज्य साइबर सेल ट्रांसफर किया, जहां साइबर प्रभारी रीमा कुरील ने बताया कि कुल 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है.

करोड़ों के ट्रांजैक्शन का रिकार्ड मिला: आरोपियों का 2016 से 2019 के बीच देशभर में 20 बैंक खातों में 6 करोड़ से अधिक की राशि का लेन देन मिला है. इनमें दो नागरिक विदेशी हैं एवं दो उत्तराखंड के निवासी हैं. दोनों विदेशी नागरिक अवैध रूप से भारत में रह रहे थे और कई लोगों के साथ ठगी की वारदात को अंजाम दे चुके हैं. पुलिस ने इनका मेडिकल कराया है और इन्हें रिमांड लेकर पूछताछ कर रही है. 2021 में भी रीवा के एक आरोपी को इस मामले में गिरफ्तार किया था जिसके बाद शातिरों के खिलाफ कई साक्ष्य मिले और पुलिस को अब जाकर सफलता हाथ लगी है.

सोशल मीडिया पर हुई दोस्ती: संत नगर निवासी युवती ने थाना माधवनगर में 2018 में शिकायत दर्ज करते हुए बताया था कि 2017 में उसकी दोस्ती सोशल मीडिया पर एक लुईस डर्क नामक व्यक्ति से हुई थी, जिसके बाद लुईस ने शादी का प्रस्ताव दिया और कई महीनों तक सोशल मीडिया पर संपर्क में रहा. उसने विदेश से कई महंगे गिफ्ट, गोल्ड ज्वेलरी व नकदी लेकर भारत आकर शादी करने की बात कही थी.

क्लीयरेंस के नाम पर लाखों ठगे: महंगे गिफ्ट के नाम पर फरियादी युवती से कस्टम ड्यूटी, विविध टैक्स, मनी लॉन्ड्रिंग, एंटी टेररिस्ट आदि कई क्लीयरेंस के लिए 3 साल में कुल अलग-अलग 20 बैंक खातों में 67 लाख रुपए जमा कराए गए. युवती से लुइस डर्क कभी मिला ही नहीं, बस सामान भेजता रहा और अपने ठग साथियों से कॉल कराकर कस्टम ड्यूटी, विविध टैक्स, मनी लॉन्ड्रिंग, एंटी टेररिस्ट आदि कई क्लीयरेंस के नाम से पैसे ऐंठता रहा. जब 1 साल तक लुइस नहीं मिला तो उसे शंका हुई और उसने 2018 में शिकायत दर्ज कराई.

कैसे करते थे ठगी जानिए: नाइजीरियन क्रिश्चयन एडिके सोशल मीडिया पर सुंदर व आकर्षक युवतियों के नाम से आईडी बनाकर भारतीयों के अलावा यूनाइटेड किंगडम, यूएस और अरब देशों के कई लोगों को विपरित लिंगानुसार यानी महिला को पुरुष और पुरुष को महिला बन फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजता था और उनसे बातचीत कर अपने विश्वास में लेता था. उन्हें वह महंगे गिफ्ट, कपड़े, महंगे फोन, डायमंड ज्वेलरी, विदेशी करेंसी भेजने का झांसा देता और शादी का प्रस्ताव रखता. इसके बाद सोमालिया निवासी आरोपी फौजी ओमर, उत्तराखंड रुद्रपुर निवासी सोहन सिंह लोगों को कस्टम ड्यूटी, मनी लॉन्ड्रिंग, एंटी टेररिस्ट सर्टिफिकेट के नाम पर राशि जमा करवाते थे.

ऐशो-आराम की जिंदगी जी रहे थे ठग: आरोपी मोहित सिंह उर्फ राजीव कुमार जो कि आरोपी सोहन सिंह का जीजा है, राशि जमा करने के लिए खातों को उपलब्ध करवाता था. जिसके खाते में पैसा जाता, वह उस खाता धारक को 10% हिस्सा देते थे. पैसा आने की जानकारी पीड़ितों से मिलते ही एटीएम से व चेक से पैसा निकालकर अपना हिस्सा बांट लिया करते थे. ठग की राशि को आरोपी महंगी लाइफ स्टाइल, लड़कियों पर खर्च करने के लिए हर दिन नए ब्रांडेड कपड़े खरीदने व अन्य कामों में उपयोग करते थे.

साइबर सेल ने टीम गठित की: उज्जैन साइबर सेल ने साक्ष्य के आधार पर टीम को दिल्ली, गुडगांव, रामपुर, बरेली और रुद्रपुर रवाना किया. टीम लगातार 6 दिन तक अलग-अलग जगहों पर पूछताछ करती रही और अंततः उन्हें रुद्रपुर में सफलता हाथ लगी. यहां पर आरोपी मोहित उर्फ राजीव कुमार व उसका जीजा दिल्ली से सोहन सिंह जो एक नाइजीरियन निवासी क्रिश्चियन एडीके व सोमालिया निवासी फौजी ओमार को साक्ष्य के आधार पर हिरासत में लिया गया. जब इनसे पूछताछ की गई तो मोहित सिंह उर्फ राजीव ने बताया कि उसने फर्जी ड्राइविंग लाइसेंस व पैन कार्ड के आधार पर दो बैंक खाते खुलवाकर सोहन सिंह को दे रखे थे.

लोकेशन बदलते रहते थे आरोपी: सोहन सिंह द्वारा अपने स्वयं की एक फर्जी फर्म तैयार कर बैंक खाता नाइजीरियन दोस्त क्रिश्चियन एडीके व सोमालिया निवासी दोस्त फौजी ओमर को उपलब्ध करवाता था. इसके बाद वह नगद राशि देकर अपना 10% हिस्सा ले लेता था. सोहन सिंह जिन लोगों के बैंक खातों का उपयोग करता था, उनको कमीशन 10% देता था. आरोपी लोकेशन बदलते रहते थे और हर जगह किराए के घर के एड्रेस पर बैंक खाता खुलवाते थे.

यह भी पढ़ें-'चिल्ड्रन मनोरंजन बैंक' के नोट लेकर ठग निकले ट्रैक्टर खरीदने, एक पुलिस के हत्थे चढ़ा

आरोपियों से जप्त सामान: आरोपियों के पास से एटीएम कार्ड, पैन कार्ड, चेक बुक, मोबाइल फोन और लैपटॉप जप्त किए गए हैं. आरोपी को पुलिस रिमांड पर लेकर बैंक खातों में राशि व अन्य लोगों के साथ हुई ठगी के संबंध में पूछताछ की जा रही है. आरोपियों के नाम इस प्रकार हैं -

  • मोहित सिंह उर्फ राजीव कुमार निवासी रुद्रपुर, उत्तराखंड
  • सोहन सिंह निवासी रुद्रपुर , उत्तराखंड
  • क्रिश्चियन एडिके निवासी नाइजीरिया
  • फौजी ओमर निवासी सोमालिया

साइबर सेल ने जारी की एडवाइजरी: ठगी के इस मामले के खुलासे के बाद राज्य साइबर सेल ने आम जनता के लिए एक एडवाइजरी जारी की है.

  • सोशल मीडिया व अन्य डिजिटल प्लेटफॉर्म पर अनजान लोगों से दोस्ती न करें.
  • सोशल मीडिया पर किसी भी अनजान व्यक्ति की बातों पर विश्वास न करें.
  • महंगे गिफ्ट आइटम, गोल्ड-डायमंड ज्वेलरी के लालच में न पड़ें.
  • क्यूआर कोड स्कैन करने पर बैंक खाते से रुपए निकलते हैं तो तत्काल शिकायत दर्ज कराएं
  • किसी को भी अपनी व्यक्तिगत जानकारी न दें.

उज्जैन: साइबर पुलिस को ठगी के एक मामले में बड़ी सफलता हाथ लगी है. शहर के संत नगर निवासी युवती ने थाना माधवनगर पुलिस को 2018 में 67 लाख रुपए की ठगी की शिकायत दर्ज कराई थी. युवती ने बताया था कि वह सोशल मीडिया पर एक विदेशी नागरिक से संपर्क में थी जिसने उसे शादी का झांसा देकर ठगी की. इसपर पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए धारा 420 में प्रकरण पंजीबद्ध किया और मामले को संज्ञान में लिया. इस साइबर ठगी के मामले को पुलिस ने साल 2020 में राज्य साइबर सेल ट्रांसफर किया, जहां साइबर प्रभारी रीमा कुरील ने बताया कि कुल 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है.

करोड़ों के ट्रांजैक्शन का रिकार्ड मिला: आरोपियों का 2016 से 2019 के बीच देशभर में 20 बैंक खातों में 6 करोड़ से अधिक की राशि का लेन देन मिला है. इनमें दो नागरिक विदेशी हैं एवं दो उत्तराखंड के निवासी हैं. दोनों विदेशी नागरिक अवैध रूप से भारत में रह रहे थे और कई लोगों के साथ ठगी की वारदात को अंजाम दे चुके हैं. पुलिस ने इनका मेडिकल कराया है और इन्हें रिमांड लेकर पूछताछ कर रही है. 2021 में भी रीवा के एक आरोपी को इस मामले में गिरफ्तार किया था जिसके बाद शातिरों के खिलाफ कई साक्ष्य मिले और पुलिस को अब जाकर सफलता हाथ लगी है.

सोशल मीडिया पर हुई दोस्ती: संत नगर निवासी युवती ने थाना माधवनगर में 2018 में शिकायत दर्ज करते हुए बताया था कि 2017 में उसकी दोस्ती सोशल मीडिया पर एक लुईस डर्क नामक व्यक्ति से हुई थी, जिसके बाद लुईस ने शादी का प्रस्ताव दिया और कई महीनों तक सोशल मीडिया पर संपर्क में रहा. उसने विदेश से कई महंगे गिफ्ट, गोल्ड ज्वेलरी व नकदी लेकर भारत आकर शादी करने की बात कही थी.

क्लीयरेंस के नाम पर लाखों ठगे: महंगे गिफ्ट के नाम पर फरियादी युवती से कस्टम ड्यूटी, विविध टैक्स, मनी लॉन्ड्रिंग, एंटी टेररिस्ट आदि कई क्लीयरेंस के लिए 3 साल में कुल अलग-अलग 20 बैंक खातों में 67 लाख रुपए जमा कराए गए. युवती से लुइस डर्क कभी मिला ही नहीं, बस सामान भेजता रहा और अपने ठग साथियों से कॉल कराकर कस्टम ड्यूटी, विविध टैक्स, मनी लॉन्ड्रिंग, एंटी टेररिस्ट आदि कई क्लीयरेंस के नाम से पैसे ऐंठता रहा. जब 1 साल तक लुइस नहीं मिला तो उसे शंका हुई और उसने 2018 में शिकायत दर्ज कराई.

कैसे करते थे ठगी जानिए: नाइजीरियन क्रिश्चयन एडिके सोशल मीडिया पर सुंदर व आकर्षक युवतियों के नाम से आईडी बनाकर भारतीयों के अलावा यूनाइटेड किंगडम, यूएस और अरब देशों के कई लोगों को विपरित लिंगानुसार यानी महिला को पुरुष और पुरुष को महिला बन फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजता था और उनसे बातचीत कर अपने विश्वास में लेता था. उन्हें वह महंगे गिफ्ट, कपड़े, महंगे फोन, डायमंड ज्वेलरी, विदेशी करेंसी भेजने का झांसा देता और शादी का प्रस्ताव रखता. इसके बाद सोमालिया निवासी आरोपी फौजी ओमर, उत्तराखंड रुद्रपुर निवासी सोहन सिंह लोगों को कस्टम ड्यूटी, मनी लॉन्ड्रिंग, एंटी टेररिस्ट सर्टिफिकेट के नाम पर राशि जमा करवाते थे.

ऐशो-आराम की जिंदगी जी रहे थे ठग: आरोपी मोहित सिंह उर्फ राजीव कुमार जो कि आरोपी सोहन सिंह का जीजा है, राशि जमा करने के लिए खातों को उपलब्ध करवाता था. जिसके खाते में पैसा जाता, वह उस खाता धारक को 10% हिस्सा देते थे. पैसा आने की जानकारी पीड़ितों से मिलते ही एटीएम से व चेक से पैसा निकालकर अपना हिस्सा बांट लिया करते थे. ठग की राशि को आरोपी महंगी लाइफ स्टाइल, लड़कियों पर खर्च करने के लिए हर दिन नए ब्रांडेड कपड़े खरीदने व अन्य कामों में उपयोग करते थे.

साइबर सेल ने टीम गठित की: उज्जैन साइबर सेल ने साक्ष्य के आधार पर टीम को दिल्ली, गुडगांव, रामपुर, बरेली और रुद्रपुर रवाना किया. टीम लगातार 6 दिन तक अलग-अलग जगहों पर पूछताछ करती रही और अंततः उन्हें रुद्रपुर में सफलता हाथ लगी. यहां पर आरोपी मोहित उर्फ राजीव कुमार व उसका जीजा दिल्ली से सोहन सिंह जो एक नाइजीरियन निवासी क्रिश्चियन एडीके व सोमालिया निवासी फौजी ओमार को साक्ष्य के आधार पर हिरासत में लिया गया. जब इनसे पूछताछ की गई तो मोहित सिंह उर्फ राजीव ने बताया कि उसने फर्जी ड्राइविंग लाइसेंस व पैन कार्ड के आधार पर दो बैंक खाते खुलवाकर सोहन सिंह को दे रखे थे.

लोकेशन बदलते रहते थे आरोपी: सोहन सिंह द्वारा अपने स्वयं की एक फर्जी फर्म तैयार कर बैंक खाता नाइजीरियन दोस्त क्रिश्चियन एडीके व सोमालिया निवासी दोस्त फौजी ओमर को उपलब्ध करवाता था. इसके बाद वह नगद राशि देकर अपना 10% हिस्सा ले लेता था. सोहन सिंह जिन लोगों के बैंक खातों का उपयोग करता था, उनको कमीशन 10% देता था. आरोपी लोकेशन बदलते रहते थे और हर जगह किराए के घर के एड्रेस पर बैंक खाता खुलवाते थे.

यह भी पढ़ें-'चिल्ड्रन मनोरंजन बैंक' के नोट लेकर ठग निकले ट्रैक्टर खरीदने, एक पुलिस के हत्थे चढ़ा

आरोपियों से जप्त सामान: आरोपियों के पास से एटीएम कार्ड, पैन कार्ड, चेक बुक, मोबाइल फोन और लैपटॉप जप्त किए गए हैं. आरोपी को पुलिस रिमांड पर लेकर बैंक खातों में राशि व अन्य लोगों के साथ हुई ठगी के संबंध में पूछताछ की जा रही है. आरोपियों के नाम इस प्रकार हैं -

  • मोहित सिंह उर्फ राजीव कुमार निवासी रुद्रपुर, उत्तराखंड
  • सोहन सिंह निवासी रुद्रपुर , उत्तराखंड
  • क्रिश्चियन एडिके निवासी नाइजीरिया
  • फौजी ओमर निवासी सोमालिया

साइबर सेल ने जारी की एडवाइजरी: ठगी के इस मामले के खुलासे के बाद राज्य साइबर सेल ने आम जनता के लिए एक एडवाइजरी जारी की है.

  • सोशल मीडिया व अन्य डिजिटल प्लेटफॉर्म पर अनजान लोगों से दोस्ती न करें.
  • सोशल मीडिया पर किसी भी अनजान व्यक्ति की बातों पर विश्वास न करें.
  • महंगे गिफ्ट आइटम, गोल्ड-डायमंड ज्वेलरी के लालच में न पड़ें.
  • क्यूआर कोड स्कैन करने पर बैंक खाते से रुपए निकलते हैं तो तत्काल शिकायत दर्ज कराएं
  • किसी को भी अपनी व्यक्तिगत जानकारी न दें.
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.